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बैंकिंग क्षेत्र की ओर बढ़ा FPI का इनफ्लो (FPI Inflows increased towards banking sector) : करेंट अफेयर्स स्पेशल सीरीज

बैंकिंग क्षेत्र की ओर बढ़ा FPI का इनफ्लो (FPI Inflows increased towards banking sector) : करेंट अफेयर्स स्पेशल सीरीज | Latest Hindi Banking jobs_3.1

FPI Inflows increased towards banking sector: Current Affairs Special Series

Adda247 अपने सभी उम्मीदवारों के लिए एक नई करेंट अफेयर्स स्पेशल सीरीज़ की शुरुआत की है। इस सीरीज़ मेंरोज़ाना (daily basis) पर Candidates को महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स के टॉपिक्स में किसी एक टॉपिक के बारे में Detailed information दी जाएगीजिससे न केवल उनकी जनरल अवेयरनेस में सुधार होगाबल्कि परीक्षा में उम्मीदवार कर्रेंट अफेयर्स विषय से पूछे जाने वाले सवाल का जवाब Confident के साथ दे सकेगे।

 

इसी कड़ी में आज का हमारा करेंट अफेयर्स टॉपिक है-  बैंकिंग क्षेत्र की ओर बढ़ा FPI का इनफ्लो (FPI Inflows increased towards banking sector) यदि आप किसी Government Bank Job में जाना चाहते है तो ये बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आपको – राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र से जुड़े करेंट अफेयर्स की अच्छी Knowledge हो।


  बैंकिंग क्षेत्र की ओर बढ़ा FPI का इनफ्लो (FPI Inflows increased towards banking sector)


मई 2021 की दूसरी छमाही से शुरू हुआ विदेशी निवेशकों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र पर दांव एक उच्च स्तर पर पहुँच गया है जो कि देश में व्यापक आर्थिक सुधार में विदेशी निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।


विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई 2021 से शुरू हुई दूसरी छमाही में भारतीय बैंकिंग शेयरों में 954 मिलियन डॉलर (लगभग 7000 करोड़ रुपये) का निवेश किया है जो कि NSDL के आंकड़ों के अनुसार सभी क्षेत्रों में सबसे अधिक है। मई के दूसरे पखवाड़े में अन्य क्षेत्रों में कुल प्रवाह बढ़कर लगभग दोगुना हो गया है जो कि बैंकिंग शेयरों में विदेशी निवेशकों की रुचि और विश्वास को दर्शाता है। पिछले करीब डेढ़ सालों में केवल छः बार ऐसा हुआ है कि जब बैंकिंग शेयरों में प्रवाह 90 करोड़ डॉलर से अधिक हो गया है।

 FPI ने बैंकिंग क्षेत्र को अन्य क्षेत्रों से अधिक मान्यता दी है जो कि मई 2021 की दूसरी छमाही में 20 आधार अंकों से बढ़कर 19.43% हो गया क्योंकि प्रवाह फिर से शुरू हो गया था। यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है कि FPI के कुल इक्विटी पोर्टफोलियो में बैंकिंग शेयरों का वेटेज मई के पहले हफ्ते में 264 आधार अंक गिरकर 18.73% हो गया था जो कि फरवरी 2021 में इसके 21.37% के उच्च स्तर पर था, तब FPI ने माना था कि कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से आर्थिक सुधार में देरी होगी।
 

कोविड-19 के मामलों में आई गिरावट और टीके की अधिक उपलब्धता से कमाई का जोखिम कम हो गया है। बैंकिंग शेयरों के प्रति सकारात्मक होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विश्लेषण भारत के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों की इक्विटी पर रिटर्न का अनुमान लगा रहा है जो कि अगले वित्तीय वर्ष में एक दशक के उच्च स्तर यानी 15% तक पहुँच जाएगा।


मई 2021 की दूसरी छमाही में FPI प्रवाह में तेज उलटफेर हुआ और 16 मई से 4 जून के बीच संचयी प्रवाह 1.6 बिलियन डॉलर (लगभग 11600 करोड़ रुपये) तक पहुँच गया। FPI ने अप्रैल 2021 से 15 मई, 2021 के बीच 2.17 बिलियन डॉलर (लगभग 16802 करोड़ रुपये) की भारतीय इक्विची बेची थी।

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