What Is Payment Bank And How Does It Work?
इस समय देश में कोरोना के चलते देश की अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई है ऐसे में भारत सरकार और RBI देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इसी समय वित्तीय समावेशन(Financial Inclusion) देश का एक चर्चित मुद्दा बना हुआ है. हमारा केंद्रीय बैंक(central bank) सभी के Financial Inclusion को ensure करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और payment bank एक ऐसा तरीका है, जो प्रवासी श्रमिक कर्मचारियों को भुगतान / प्रेषण सेवा प्रदान करने के लिए तैयार किया गया था, जो छोटे व्यवसाय धारकों, कम आय वाले परिवारों और unorganized sector में काम करने वाले लोगों के बचत खाते खोल रहा था. बैंकिंग सेक्टर में जॉब करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है क्योंकि जनरल अवेयरनेस टॉपिक के अंतर्गत अधिकांश प्रश्न बैंकिंग जागरूकता से पूछे जाते हैं. यह इंटरव्यू के भी महत्वपूर्ण है. इस लेख में हम payment bank संबंधित सभी relevant information प्रदान करेंगे.
क्या है Payment Bank?
ऊपर चर्चा किए गए Payment bank को commercial banks की तरह differentiated banks के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें कोई चालू और बचत savings account सकता है. ये बैंक 24 नवंबर 2014 को central bank of India, RBI द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करते हैं, Payment bank अन्य commercial banks के विपरीत क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकता है. पहले 11 पेमेंट बैंक थे लेकिन वर्तमान में केवल 6 पेमेंट बैंक हैं.
यह भी देखें –
- Banking Ombudsman Scheme (बैंकिंग लोकपाल योजना)
- Moratorium meaning in Hindi
- MSME full Form
- difference between write off and loan waiver
Objective Of Payment Bank – भुगतान बैंक स्थापित करने के उद्देश्य
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भुगतान बैंक स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य आम जनता के लिए
(i) छोटे बचत खाते प्रदान करके वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाना होगा और
(ii) प्रवासी श्रम कर्मचारियों, कम आय वाले परिवारों को भुगतान / प्रेषण सेवाओं तक पहुँच , छोटे व्यवसाय, अन्य असंगठित क्षेत्र की संस्थाएँ और अन्य उपयोगकर्ता.
Banking Awareness: For All Banking Exams
History Of Payment Banks – पेमेंट बैंक का इतिहास
Established payment banks की प्रक्रिया 23 सितंबर 2013 को शुरू हुई, नचिकेत मोर की अध्यक्षता में छोटे व्यवसायों और कम आय वाले परिवारों के लिए व्यापक वित्तीय सेवाओं की समिति का गठन आरबीआई द्वारा किया गया था. इसके बाद एक विस्तृत जांच की गई और अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जहां payments bank नामक बैंक की एक नई श्रेणी के गठन की सिफारिश की गईऔर फिर 17 जुलाई 2014 को आरबीआई द्वारा भुगतान बैंकों के लिए दिशानिर्देशों का draft तैयार किया गया. 24 नवंबर 2014 को, RBI द्वारा अंतिम दिशानिर्देश जारी किए गए थे. 27 नवंबर 2014 को, भारतीय रिज़र्व बैंक ने पेमेंट बैंकों को लाइसेंस देने के लिए दिशानिर्देश के तहत भुगतान बैंक स्थापित करने के लिए निम्नलिखित 11 आवेदकों को “in-principle” मंजूरी दी.
1. Aditya Birla Nuvo Limited
2. Airtel M Commerce Services Limited
3. Cholamandalam Distribution Services Limited
4. Department of Posts
5. Fino PayTech Limited
6. National Securities Depository Limited
7. Reliance Industries Limited
8. Shri Dilip Shantilal Shanghvi
9. Shri Vijay Shekhar Sharma
10. Tech Mahindra Limited
11. Vodafone m-pesa Limited
यह भी पढ़ें –
- भारतीय मौद्रिक नीति (Monetary policy)
- Types of Cheques
- NBFC क्या है
- Banking Awareness: Difference Between CRR And SLR Rate
Features of Payment Bank
- मांग जमा की स्वीकृति. पेमेंट्स बैंक आरंभ में प्रति ग्राहक की अधिकतम 100,000रु. की राशि को रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
- एटीएम/डेबिट कार्ड जारी करना. हालाँकि, भुगतान बैंक क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते हैं.
- उपभोक्ता भुगतान बैंकों में बचत और चालू खाते खोलने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
- पेमेंट बैंकों के पास ग्राहकों को ऋण(loans) या उधार सेवाएं प्रदान करने का कोई अधिकार नहीं है.
- पेमेंट्स बैंक की सुविधा केवल भारत में रहने वाले भारतीयों द्वारा प्राप्त की जा सकती है, जिसका अर्थ है कि विदेशों में बसने वाले भारतीय मूल के लोग अपना पैसा payment banks में जमा नहीं कर सकते हैं.
- Payments banks व्यक्तिगत भुगतान करने और वर्तमान खातों पर सीमा पार से remittances प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है.
- वाणिज्यिक बैंकों(commercial banks) की तरह, payments banks को CRR को बनाए रखना होगा
- इसकी बाह्य मांग तथा सावधि देयताओं पर रिज़र्व बैंक के पास सीआरआर के रूप में रखी जाने वाली राशियों के अलावा, इसे वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) की वांछित राशि का न्यूनतम 75 प्रतिशत सरकारी प्रतिभूतियों/राजकोषीय बिलों में एक वर्ष की परिपक्वता के साथ “डिमांड डिपॉजिट बैलेंस” में निवेश करना आवश्यक होता है. परिचालन उद्देश्यों और तरलता प्रबंधन के लिए अन्य अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के साथ चालू तथा मियादी/सावधि जमा में अधिकतम 25% राशि रखने के लिए.
- Payments banks को गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा गतिविधियों को करने की अनुमति नहीं है.
- RBI से पूर्व अनुमति के साथ, पेमेंट्स बैंक अन्य वाणिज्यिक बैंकों(commercial banks ) के साथ एक भागीदार के रूप में काम कर सकता है और म्यूचुअल फंड, पेंशन उत्पाद, और बीमा उत्पाद भी बेच सकता है.
- Payments banks के लिए अनिवार्य है कि वे अन्य बैंकों से अलग दिखने के लिए अपने नाम में “Payments Bank” शब्द का उपयोग करें.
- Payments banks को वाणिज्यिक बैंकों की तरह अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सुविधा प्रदान करने की अनुमति है.
Practice with,
Current Status – क्या है आज की स्थति
वर्तमान में 6 Payment banks हैं जो शुरू में 11 थे. पेमेंट बैंक अब भी उसी दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं और उसी उद्देश्य पर काम करते हैं. भुगतान बैंकों की सुविधा पहले की तरह ही है. नीचे दिए गए भुगतान बैंकों की पूरी सूची है जो वर्तमान में उपलब्ध हैं.
Payment Bank | Headquarter |
---|---|
Airtel Payment Bank (1st Payment Bank, April 1 2016) | New Delhi |
FINO Payment Bank | Mumbai |
Indian Post Payment Bank | New Delhi |
Jiyo Payment Bank | Mumbai |
Paytm Payment Bank | Noida |
NSDL Payment Bank | Mumbai |
Click Here to Register for Bank Exams 2020 Preparation Material
Achieversadda.com पर जाएं और अन्य एस्पिरेंट्स और अचीवर्स के साथ चर्चा में भाग लें. अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करें और Achieversadda.com पर दूसरों से जुड़ें
नोटिफिकेशन, रिक्तियों, पात्रता, परीक्षा पैटर्न, पाठ्यक्रम और आगामी बैंक और बीमा परीक्षाओं से संबंधित सभी अपडेट देखें:
SBI PO 2020
IBPS PO 2020
SBI Clerk 2020
IBPS Clerk 2020
RBI Grade B 2020
RBI Assistant 2020
IBPS RRB 2020
SEBI Grade A 2020
SBI PO 2020 | IBPS PO 2020 | SBI Clerk 2020 | IBPS Clerk 2020 |
RBI Grade B 2020 | RBI Assistant 2020 | IBPS RRB 2020 | SEBI Grade A 2020 |