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Pegasus Spyware: भारत में पेगासस स्पाईवेयर (Pegasus Spyware) सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से की जा रही हैं पत्रकारों, ऐक्टिविस्ट की जासूसी: करेंट अफेयर्स स्पेशल सीरीज

Pegasus Spyware: भारत में पेगासस स्पाईवेयर (Pegasus Spyware) सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से की जा रही हैं पत्रकारों, ऐक्टिविस्ट की जासूसी: करेंट अफेयर्स स्पेशल सीरीज | Latest Hindi Banking jobs_3.1

Pegasus Spyware: भारत में पेगासस स्पाईवेयर सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से की जा रही हैं पत्रकारों, ऐक्टिविस्ट की जासूसी:

वाशिंगटन पोस्ट और पेरिस स्थित गैर-लाभकारी गैर-लाभकारी संस्था ‘फॉरबिडन स्टोरीज’ के नेतृत्व में 16 मीडिया संगठन ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि भारत सहित दुनिया भर में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और व्यावसायिक अधिकारियों के स्मार्टफोन तक अवैध रूप से पहुंचने के लिए सैन्य ग्रेड स्पाइवेयर (Spyware) सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। .

इन मीडिया हाउस में से एक द गार्जियन का दावा है कि NSO सॉफ्टवेयर पेगासस (Pegasus) का उपयोग करके लगभग 38 से 40 भारतीय पत्रकारों पर विशेष रूप से निगरानी की जा रही हैं. एमनेस्टी इंटरनेशनल की सुरक्षा लैब द्वारा किए गए एक स्वतंत्र फोरेंसिक विश्लेषण और इसने बताया कि भारत में जिन 13 iPhones की जांच की गई, उनमें 9 को लक्षित किए जाने के सबूत दिखाई दिए, जिनमें से 7 पेगासस (Pegasus) से इन्फेक्टेड थे। इस पर भारत सरकार ने किसी भी आधिकारिक एजेंसी द्वारा पेगासस के उपयोग से इनकार किया है और पुष्टि की है कि विशिष्ट लोगों पर सरकारी निगरानी के आरोपों का कोई ठोस आधार या इससे जुड़ा कोई सच नहीं है।

क्या है ‘पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Spyware)’: 

पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Spyware) एक सैन्य ग्रेड स्पाइवेयर है जिसे इजरायली फर्म ‘NSO Group’ द्वारा लीज्ड पर दिया गया है। इसका उपयोग सरकार की ओर से आतंकवादियों और अपराधियों पर निगरानी रखने के लिए किया जाता है।

  • इससे पहले स्पाइवेयर 2016 में तब सुर्खियों में आया था जब गार्जियन द्वारा एक जांच के बाद संभावित लक्ष्यों की एक सूची का पता चला था, जिसमें दुनिया भर में कम से कम 180 पत्रकार शामिल थे।
  • व्हाट्सएप ने 2019 में खुलासा किया कि इजरायली तकनीक को लगभग 1400 फोन को इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन के साथ इन्फेक्टेड करने के लिए बंद कर दिया गया था।

यह कैसे काम करता है और एक्सेस से क्या होता है फायदा: How it works and what gains through access: 

पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Spyware) यूजर्स के फोन पर बिना किसी जानकारी या अनुमति के एक सामान्य लिंक के जरिए इनस्टॉल किया जाता है जो डिवाइस पर मैलवेयर डाउनलोड करता है। इसे फोरेंसिक जांच के बिना पकड़ा नही जा सकता ।

एक बार डिवाइस इन्फेक्टेड होने के बाद, यह उस यूजर्स की जासूसी करने वाले व्यक्ति को इस पर पूरा डिजिटल कंट्रोल यानि सभी डेटा जैसे टेक्स्ट, ईमेल, व्हाट्सएप चैट और डिवाइस के माइक्रोफ़ोन को लिस्टिंग  करना (texts, emails, WhatsApp chats and to turn on device’s microphone for listing talks also) दे देता है।

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