इस दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं है, जो असंभव है, जिसे आप नहीं कर सकते हैं. इस लिए यह सोचकर कोई कार्य असंभव है उससे अधूरा नहीं छोड़ देना चाहिए. बल्ब के अविष्कारक थॉमस एडिसन ने अगर यही सोचा होता कि बल्ब बनाना तो असंभव है, क्योंकि उससे पहले बल्ब जैसा कुछ था ही नहीं तो कभी वो बल्ब न बना पाता. ऐसे ही अगर उड़ने की बात सोच कर ही उसे असंभव मान लिया जाता तो हेलीकाप्टर, प्लेन आदि का अविष्कार ही नहीं होता. अर्थात आप जो सोचते है उसे संभव बना सकते है, पर उसके लिए सबसे पहले आपको खुद भरोसा रखना होगा.
अगर आप किसी बड़ी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की सोच रहे हैं तो आप वह भी कर सकते हैं. आप जितना बड़ा लक्ष्य चुन रहे हैं, उतनी कड़ी मेहनत आपको सक्सेस होने के लिए करनी होगी. इस लिए यह मान कर कि कोई कार्य असंभव है पीछे न हटें बल्कि अपनी मेहनत करें और उस कार्य को संभव बनायें.