IBPS SO राजभाषा अधिकारी मेन्स परीक्षा 25 जनवरी 2020 को आयोजित की जानी है। आईबीपीएस एसओ परीक्षा की संरचना अन्य परीक्षाओं की तुलना में बहुत अलग है। आईबीपीएस एसओ राजभाषा अधिकारी की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों परीक्षाओं में नेगेटिव मार्किंग है, जिसमें प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक आपके प्राप्त अंकों से घटा दिए जायेंगे। जो उम्मीदवार प्रीलिम्स परीक्षा में सफल होते हैं, उन्हें IBPS SO की मेंस परीक्षा देनी होगी। IBPS SO राजभाषा अधिकारी परीक्षा 2019 में आपसे प्रोफेशनल नॉलेज के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए, ADDA247 ने पहले ही आपके साथ राजभाषा अधिकारी स्टडी प्लान साझा कर दिया है, जो आपको मेंस परीक्षा के हिंदी प्रश्नों को हल करने में बहुत सहायक होगा। नीचे 2 जनवरी 2020 की IBPS SO राजभाषा अधिकारी हिंदी क्विज़ दी जा रही है, इस विविध प्रकार के प्रश्न से सम्बन्धित क्विज़ के साथ तैयारी करें और सफलता पायें।
दिए गए प्रत्येक परिच्छेद में कुछ रिक्त स्थान छोड़ दिए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न
संख्या से दर्शाया गया है। ये संख्याएँ परिच्छेद के नीचे मुद्रित हैं, और प्रत्येक
के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) विकल्प दिए गए हैं। इन पाँचों में से कोई एक
इस रिक्त स्थान को पूरे परिच्छेद के संदर्भ में उपयुक्त ढंग से पूरा कर देता है।
आपको वह विकल्प ज्ञात करना है और उसका क्रमांक ही उत्तर के रूप में दर्शाना है।
आपको दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त का चयन करना है।
ने सभी मनुष्यों को ..( 1).. रूप
से बनाया है। ईश्वर ने ही मनुष्य के अस्तित्व के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार किया
है। हालांकि मनुष्य की हरकतों ने इन दोनों में गड़बड़ी पैदा कर दी है। पुरुषों ने
अपनी सीमाएं बनाईं और अपने धर्म, जाति, पंथ, आर्थिक स्थिति और पता नहीं क्या
क्या के आधार पर कई ..( 2).. को
जन्म दिया। वह अपने कद और स्तर के लोगों के साथ मिलना-जुलना पसंद करता है और अपने
से नीचे स्तर के लोगों की अनदेखी करता है। मानव द्वारा इस्तेमाल में लाई जाने वाली
..(
3). की
प्रगति ने पर्यावरण के सामान्य कामकाज में ..( 4).. किया है जिससे यह विनाश के
कगार पर पहुँच गई है। आदमी
की परवरिश पर संस्कृति का बड़ा प्रभाव होता है। यह काफी हद तक एक व्यक्ति के दिमाग
और संपूर्ण ..( 5). के
आकार को प्रभावित करती है। यही कारण है कि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों की
अलग-अलग सोच होती है। एक चीज या स्थिति जो एक संस्कृति से संबंधित लोगों को
सामान्य दिखाई देती है वह दूसरों को बिल्कुल ..( 6).. लग सकती है। भारत के लोगों
के मन में उनकी संस्कृति के लिए उच्च सम्मान है। भारतीय अपने बड़ों का आदर करने और
उनके आदेशों का पालन करने में ..( 7).. करते हैं। विदेशी राष्ट्रों के
विपरीत भारत में बच्चे अपने माता-पिता के साथ रहते हैं चाहे वे ..( 8).. ही क्यों ना हो जाएँ। भारतीय खुले दिल से सभी का स्वागत
करते हैं और अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं का सम्मान करते हैं। विभिन्न
जातियों और धर्मों के लोग यहां शांति और ..( 9).. में रहते हैं। इसी तरह
अन्य संस्कृतियों के लोग भी अपने मूल्यों से जुड़े रहते हैं जो उनके व्यक्तित्व और
सोच को सही (10)..
देने में सहायता करती है।
(a) समान
(b) असमान
(c) विकृत
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) मौलिकता
(b) मतभेदों
(c) अपेक्षाओं
अनुसंधानों
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) उन्नति
(b)
परिणिति
(c)
प्रौद्योगिकी
(e) इनमें से कोई नही
(a) विघ्न
(b) हस्तक्षेप
(c) लाभान्वित
(e) इनमें से कोई नहीं
(a)
अस्तित्व
(b) स्थायित्व
(c) निजत्व
(d) इनमें से कोई नहीं
(e) व्यक्तित्व
(a) सरल
(b) प्राचीन
(c) आधुनिक
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) उलट-फेर
(b) प्रभावित
(c)
विश्वास
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) किशोर
(b)
वृद्ध
(c) वयस्क
(e) इनमें से
कोई नहीं
(a) सद्भाव
(b) क्रूरता
(c) द्वेष
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) मनोभाव
(b) आकार
(c)सम्मान
(d) कुंठा
दिए गए प्रत्येक परिच्छेद में कुछ रिक्त स्थान छोड़ दिए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न
संख्या से दर्शाया गया है। ये संख्याएँ परिच्छेद के नीचे मुद्रित हैं, और प्रत्येक
के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) विकल्प दिए गए हैं। इन पाँचों में से कोई एक
इस रिक्त स्थान को पूरे परिच्छेद के संदर्भ में उपयुक्त ढंग से पूरा कर देता है।
आपको वह विकल्प ज्ञात करना है और उसका क्रमांक ही उत्तर के रूप में दर्शाना है।
आपको दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त का चयन करना है।
प्रथा भारत की उन समाजिक ..(11).. में से एक है जो आज भी बदस्तूर जारी है ।
दहेज प्रथा की शुरूआत भारत में ब्रिटिश शासनकाल के पहले हुई थी। ये प्रथा उस समय
दरअसल एक कुरीति के रूप में नहीं थी। उस समय पिता विवाह के समय पुत्री को उपहार स्वरूप
कुछ धन या भूमि दान में देता था। इस भूमि या धन पर सिर्फ उसकी पुत्री का हक होता
था। इस ..(12)..
के जरिए वो महिला
..(13).. भी होती थी और परिवार का भरण-पोषण भी करती थी। आज
भी समाज में महिला या पुरूष को हीन दृष्टि से देखा जाता है, जिसका विवाह नहीं होता। विवाह की सामाजिक अनिवार्यता
समाज में बहुत सारी …(14)… को जन्म देती है
जिनमें दहेज प्रथा एक है। ये बात भारतीय माता पिताओं के मन में बैठी हुई है कि
पुत्री का विवाह ही उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। वो इसके लिए पुत्री के बचपन से
ही तैयारियाँ प्रारंभ कर देते हैं। वो ये नहीं सोचते कि पुत्री को शिक्षा दिला
देने से और उसे स्वावलंबी बना देने से उसका …(15)… होगा। अगर
पुत्री अपने पैरों पर खड़ी होगी तो वो ज्यादा मजबूती के साथ उसके लिए वर का चयन कर
सकते हैं। अपने पूरे जीवन के फैसले लेने की ताकत भी उनकी पुत्री की खुद की होगी
लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं होता।
उचित है।
शब्द का प्रयोग उचित है।
कुप्रथा, निंदनीय प्रथा।
का प्रयोग उचित है।