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IBPS Equipercentile Equating क्या है? जानिए बहु-शिफ्ट परीक्षाओं में यह प्रक्रिया कैसे देती है निष्पक्ष स्कोरिंग

सूचना: IBPS परीक्षा में Equipercentile Equating प्रक्रिया क्या है? जानिए अभ्यर्थियों के लिए इसका क्या है महत्व

क्या है Equipercentile Equating?

जब किसी भर्ती परीक्षा में उम्मीदवारों की संख्या बहुत अधिक होती है, तो IBPS को परीक्षा को एक ही दिन में कई शिफ्ट्स या अलग-अलग दिनों में आयोजित करना पड़ता है। हर शिफ्ट में प्रश्नों का सेट अलग होता है, जिससे प्रत्येक शिफ्ट का कठिनाई स्तर अलग हो सकता है। ऐसे में सभी उम्मीदवारों को निष्पक्ष रूप से आंकने के लिए IBPS एक सांख्यिकीय विधि (Statistical Method) का उपयोग करता है, जिसे Equipercentile Equating कहते हैं।

महत्वपूर्ण सूचना:

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इस Equipercentile Equating प्रक्रिया की आधिकारिक जानकारी IBPS की वेबसाइट पर उपलब्ध है: देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें –

Equipecentile Equating for Multi-session Objective Type Examination conducted by IBPS

उद्देश्य और लाभ

  • यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि यदि दो अलग-अलग उम्मीदवारों ने दो अलग-अलग शिफ्ट्स में समान स्तर का प्रदर्शन किया है, तो उन्हें एक ही रैंक या स्कोर मिले।
  • यह कठिनाई के अंतर को संतुलित करती है ताकि कोई भी उम्मीदवार सिर्फ शिफ्ट की वजह से वंचित न रह जाए।

यह कैसे काम करता है? (उदाहरण के साथ)

मान लीजिए, किसी उम्मीदवार ने Test A में 50 अंक प्राप्त किए और यह स्कोर 85वें परसेंटाइल पर आता है। अब IBPS यह देखता है कि Test B में कौन सा स्कोर 85वें परसेंटाइल पर आता है — मान लीजिए वह स्कोर है 51। तो उस उम्मीदवार का Equated Score बन जाएगा 51।

उदाहरण तालिका:

Raw Score (A) Percentile Rank Equated Score (B)
40 70th 42
50 85th 51
60 95th 59

कौन-कौन से कदम अपनाए जाते हैं?

  • स्कोर वितरण का विश्लेषण
  • डेटा स्मूथिंग (Log-linear मॉडल का प्रयोग)
  • बेस टेस्ट सेशन का चयन
  • परसेंटाइल रैंक की मैपिंग
  • समतुल्य स्कोर निर्धारण
  • सत्यापन और वैधता परीक्षण

 

वैज्ञानिक और सांख्यिकीय आधार

  • Equipercentile equating Cumulative Distribution Functions (CDFs) पर आधारित होता है।
  • यह सुनिश्चित करता है कि समान परसेंटाइल रैंक वाले स्कोर को सभी शिफ्ट्स में बराबरी का स्कोर मिल सके.

वैधता और मान्यताएँ

  • Population Comparability: सभी शिफ्ट्स में समान योग्यता वाले उम्मीदवारों की आवश्यकता होती है, जिसे IBPS यादृच्छिक (randomized) प्रक्रिया से सुनिश्चित करता है।
  • Construct Equivalence: सभी प्रश्न सेट्स में समान योग्यता और विषयवस्तु का मूल्यांकन होना चाहिए।

निष्कर्ष

IBPS द्वारा अपनाई गई यह प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित है और यह निष्पक्षता, पारदर्शिता और समान अवसर को सुनिश्चित करती है। सभी उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे स्कोर तुलना करते समय इस प्रक्रिया को ध्यान में रखें और शिफ्ट की कठिनाई पर चिंतित न हों।

Test Prime

FAQs

Equipercentile Equating क्या होता है?

यह एक सांख्यिकीय विधि है जिसे IBPS बहु-शिफ्ट परीक्षाओं में उपयोग करता है ताकि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर और निष्पक्ष स्कोरिंग मिल सके, भले ही प्रश्नों का स्तर अलग हो।

IBPS किस परीक्षा में इस प्रक्रिया का उपयोग करता है?

यह प्रक्रिया IBPS PO, Clerk, SO, RRB Officer, Assistant जैसी सभी परीक्षाओं में लागू होती है जहाँ परीक्षा एक से अधिक शिफ्ट में होती है।

क्या Equipercentile Equating से मेरा स्कोर बढ़ सकता है?

यह प्रक्रिया स्कोर को बढ़ाने या घटाने के लिए नहीं, बल्कि शिफ्ट की कठिनाई को संतुलित करने के लिए होती है। यह सुनिश्चित करती है कि समान परसेंटाइल रैंक पर सभी उम्मीदवारों को समान स्कोर मिले।

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