Confederation of Indian Industry releases “A plan for economic recovery”भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने हाल ही में “आर्थिक सुधार के लिए एक योजना” /“A plan for economic recovery” शीर्षक से एक पेपर जारी किया है। इस पत्र में, CII ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सतत सुधार के लिए भारत की GDP विकास दर के साथ-साथ अल्पकालिक और मध्यम अवधि की योजनाओं का अनुमान लगाया है। CII ने तीन अलग-अलग परिदृश्यों के तहत GDP वृद्धि का अनुमान लगाया है:
आशावादी परिदृश्य (Optimistic Scenario) :
जब लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे बढ़ती रहेंगी और उसके कुछ समय बाद पूरी तरह चलना शुरू हो जायेंगी। इस परिदृश्य के अनुसार, जीडीपी में बेस्ट रिजल्ट्स के रूप में 1.5% की वृद्धि होने की उम्मीद है।
आधार परिदृश्य (Base Scenario) :
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आर्थिक गतिविधियों में पिक-अप माल की आवाजाही पर प्रतिबंध और यहां तक कि पोस्ट लॉकडाउन की अवधि में प्रतिबंध से विवश है। इस परिदृश्य के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद सालाना आधार पर केवल 0.6% बढ़ने का अनुमान है।
डाउनसाइड रिस्क परिदृश्य (Downside Risk Scenario) :
यह एक ऐसी स्थिति है जब COVID-19 का प्रकोप जारी है और आगे फैलता है, जिससे मौजूदा हॉटस्पॉट में लंबे समय तक प्रतिबंध लग जाता है जबकि ‘नए’ हॉटस्पॉट की पहचान हो जाती है। इस परिदृश्य के अनुसार, जीडीपी में -0.9% की गिरावट की संभावना है।
ऊपर चर्चा किए गए तीन परिदृश्यों के आधार पर, CII को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2021 के लिए जीडीपी वृद्धि -0.9% और 1.5% के बीच होगी।