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Mock Test को Attempt करने के बाद क्यों ज़रूरी है Self Analysis? | IBPS क्लर्क 2020 परीक्षा विशेष (Why Self Analysis is Important After Attempting a IBPS Clerk Prelims Mock Test?)

Mock Test को Attempt करने के बाद क्यों ज़रूरी है Self Analysis? | IBPS क्लर्क 2020 परीक्षा विशेष (Why Self Analysis is Important After Attempting a IBPS Clerk Prelims Mock Test?) | Latest Hindi Banking jobs_3.1

Why Self Analysis is Important After Attempting a IBPS Clerk Prelims Mock Test?) Just 4 Days Left for the Exam!!

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि IBPS Clerk Prelims 2020 परीक्षा के लिए केवल चार ही दिन बाकी हैं.  बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान(Institute of Banking Personnel Selection) IBPS Clerk Prelims Exam 05, 12 और 13 दिसंबर 2020 को आयोजित कर रहा है,  IBPS ने IBPS क्लर्क 2020 के लिए 2557 रिक्तियों को जारी की गई थी. और इस परीक्षा में आप सभी को बहुत tough competition मिलेगा. और इस competition में आगे निकलने के लिए आपको mock tests/test series सबसे जयादा हेल्प करते हैं.  

आपको अपनी IBPS क्लर्क प्रीलिम्स 2020 परीक्षा की तैयारी का लेवल देखने के लिए और तैयारी का final overview करने में आपको मॉक टेस्ट बहुत हेल्प करते हैं. तो ऐसे में सबसे ज्यादा ज़रूरी है कि आप Mock Test देने के बाद अपनी performance का self-analyzation ज़रूर करें. इस आर्टिकल में हम यही बता रहे हैं कि आपके लिए किसी mock test को attempt करने के बाद self-analysis करना क्यों ज़रूरी है. तो सबसे पहले देखते हैं कि आपकी आने वाली परीक्षा यानी IBPS Clerk Prelims 2020 का exam pattern कैसा है :  

IBPS Clerk Prelims 2020: Exam Pattern

S.No. Name of Tests(Objective) No. of Questions Maximum Marks    Duration
1 English Language 30 30 20 minutes
2 Quantitative Aptitude 35 35 20 minutes
3 Reasoning Ability 35 35 20 minutes
Total 100 100 60 minutes

 

Mock Test Schedule for IBPS Clerk Prelims 2020

प्रीलिम्स परीक्षा के लिए पूरी तैयारी के लिए उम्मीदवारों को अपने बाकी बचे इन   कुछ दिनों के लिए एक schedule  तैयार करना चाहिए। परीक्षा से पहले शेष 4 दिनों के लिए उम्मीदवार नीचे दिए गए शेड्यूल को फ़ॉलो कर सकते हैं।

मॉक टेस्ट  1:   उम्मीदवारों को अपना पहला मॉक सुबह-सुबह (जिस समय आपका actual exam होगा ) पर देना चाहिए। इससे आपको वास्तविक परीक्षा की ही तरह महसूस करने में मदद मिलेगी।


मॉक 1 का विश्लेषण (Analysis of Mock 1): मॉक टेस्ट देने के बाद उम्मीदवारों को अपनी  performanceका विश्लेषण करना चाहिए और यदि कोई हो तो उन गलतियों को सुधारना चाहिए। उन गलतियों को revise करें और उन्हें दोबारा करने से बचें।

अभ्यास का समय (Practice sessions): पहले मॉक के बाद उम्मीदवार अगले मॉक टेस्ट को देने से पहले अपना रेगुलर शेड्यूल फॉलो कर सकते हैं।  


मॉक टेस्ट 2: इस टेस्ट को अपने समय के अनुसार शाम को दें, जब आप अपने पहले मॉक का पूरी तरह एनालिसिस कर लें. और अब यह सुनिश्चित करें कि उन गलतियों कि फिर से नहीं दोहराएंगे. अपने दूसरे मॉक टेस्ट का प्रयास करेंगे और उन गलतियों से बचने की कोशिश करेंगे जो उन्होंने पहले मॉक में की थीं, ताकि आप पहले मॉक से बेहतर स्कोर कर सकें।

मॉक टेस्ट 2 का विश्लेषण : पहले की ही तरह, मॉक टेस्ट देने के बाद उम्मीदवारों को अपनी  performance का विश्लेषण करना चाहिए और यदि कोई हो तो गलतियों में सुधार करना चाहिए। उन गलतियों को revise करें और उन्हें दोबारा करने से बचें।  

Also Check,

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Mock Test को Attempt करने के बाद क्यों ज़रूरी है Self Analysis? (Why Self Analysis is important after mock tests?)

उम्मीदवारों को प्रश्नों को बिना उत्तर देखे हल करना चाहिए और फिर अपने प्रदर्शन का  विश्लेषण करना चाहिए, इसके बाद ही सही उत्तर की  जाँच के लिए और correct answers के लिए और अपनी गलतियों की जांच के लिए Solutions देखें. इससे उम्मीदवारों को अपनी ताकत और क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी, गलतियों से बचने और सुधार करने में मदद मिलेगी.

  • आपको अपने प्रिपरेशन लेवल को समझने में मदद मिलती है. 
  • इसकी मदद से आप अपने मजबूत और कमजोर पक्ष को समझ सकते हैं और उसके अनुसार अपनी प्रिपरेशन को आगे बढ़ा सकते हैं.
  • यह परीक्षा से पहले आपको वास्तविक परीक्षा जैसा अनुभव प्रदान करते हैं. 
  • यह आपकी रिविजन में आपकी मदद करते हैं.
  • इसकी मदद से आप अपने प्रदर्शन को बेहतर कर सकते हैं.
  • IBPS Clerk Mock Test Series की मदद से आप अपनी स्पीड और एक्यूरेसी में सुधार कर सकते हैं, जो बैंकिंग परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए बहुत आवश्यक है. 
  • इसकी मदद से आप अपने प्रदर्शन का टॉपिक वाइज विश्लेषण कर सकते हैं और उसके अनुसार कमजोर टॉपिक में सुधार कर सकते हैं.
  • कहते हैं “निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी है”, ऐसे में यह टेस्ट सीरीज आपकी प्रैक्टिस में मदद करती है. 

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