Periodic Labour Force Survey (July, 2018 – June 2019 : सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation), भारत सरकार द्वारा आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (जुलाई, 2018 – जून 2019) जारी किया गया है. इस सर्वे के माध्यम से रोजगार और बेरोजगारी के सभी महत्वपूर्ण मापदंडों का अनुमान लगाया जाता है, शहरी और साथ ही देश के ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करता है. यह आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण का दूसरा संस्करण है. पहला संस्करण मई, 2019 में जारी किया गया था. जिसमें Unemployment rate (बेरोजगारी दर) 6.1 % था. वहीँ वर्ष 2018 – 2019 में बेरोजगारी दर घट कर 5.8 % हो गई.
Periodic Labour Force Survey (जुलाई, 2018 – जून 2019) :
“आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (जुलाई, 2018 – जून 2019)” जुलाई 2018 से जून 2019 तक राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है. इस सर्वेक्षण में अंडमान के गांवों को छोड़कर पूरे भारतीय राज्य के सभी हिस्से शामिल हैं. निकोबार द्वीप समूह के रूप में वर्ष भर इन क्षेत्रों तक पहुंचना बेहद कठिन था. सर्वेक्षण पद्धति का विकास और दस्तावेज तैयार करना एनएसओ के सर्वेक्षण डिजाइन और अनुसंधान प्रभाग (Survey Design and Research Division) (SDRD) द्वारा किया गया था, जबकि फील्ड ऑपरेशन डिवीजन (FOD) द्वारा क्षेत्र का काम किया गया था.
PLFS के उद्देश्य :
PLFS का उद्देश्य मुख्य रूप से दो है :
- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (CWS) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन माह के अल्पकालिक अंतराल पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (indicators) अर्थात श्रमिक-जनसंख्या अनुपात (Worker Population Ratio), श्रम बल भागीदारी दर(Labour Force Participation Rate), बेरोजगारी दर (Unemployment Rate) का अनुमान लगाना.
- प्रति वर्ष ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (ps+ss) और CWS दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान(estimate employment and unemployment indicators) लगाना.
Also Check
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के प्रमुख परिणाम(Key results) (July, 2018 – June, 2019):
- PLFS (जुलाई, 2018 – जून, 2019) के अनुसार, भारत में बेरोजगारी दर(Unemployment rate) 5.8% थी.
- ग्रामीण क्षेत्रों में, पुरुषों में बेरोजगारी की दर 5.6% थी, जबकि महिलाओं में यह 3.5% थी.
- शहरी क्षेत्रों में, पुरुषों के बीच बेरोजगारी की दर 7.1% थी, जबकि महिलाओं के लिए यह 9.9% थी
- ग्रामीण क्षेत्रों में, एक सप्ताह में, करंट वीकली स्टेटस (CWS) में एक कार्यकर्ता ने जुलाई 2018 से जून 2019 के दौरान औसतन लगभग 45 घंटे काम किया जबकि शहरी क्षेत्रों में उन्होंने इस दौरान एक सप्ताह में 50 घंटे काम किया.
- अखिल भारतीय स्तर पर कार्यकर्ता जनसंख्या अनुपात (WPR) लगभग 35.3% था. ग्रामीण क्षेत्रों में यह लगभग 35.8% था जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 34.1% था.
- लगभग 55.1% ग्रामीण पुरुष और 19.7% ग्रामीण महिलाएँ, 56.7% शहरी पुरुष और 16.1% शहरी महिलाएँ श्रम शक्ति में थे
- 2018-19 के दौरान लगभग 51.7% ग्रामीण परिवारों के पास स्वरोजगार से आय का बड़ा स्रोत था.
- शहरी क्षेत्रों में, 2018-19 के दौरान लगभग 31.8% घरों में स्वरोजगार से आय का बड़ा स्रोत था.
- 2018-19 के दौरान साक्षरता दर (7 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों में) भारत में 78.1% थी.
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में साक्षरता दर महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक था.
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