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क्या आप जानते हैं भारत के ये 17 राष्ट्रीय चिन्ह क्यों हैं खास?, जाने राष्‍ट्रीय चिन्हों का इतिहास और महत्व

हर एक राष्ट की अपनी एक अलग पहचान होती है, जिसे सर्वसम्मति से सबके द्वारा स्वीकार किया जाता है. राष्ट्र की पहचान, राष्ट्र के प्रतीक एवं वहां के नागरिकों से होती है. आज का यह आर्टिकल भारत के राष्‍ट्रीय चिन्ह (National Symbols of India) से सम्बंधित सभी जानकारी प्रदान करता है.

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भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों की सूची (National Symbols of India)

देश के राष्ट्रीय प्रतीक का अपना एक इतिहास, व्यक्तित्व और विशिष्टता होती है. भारत के कुल 17 राष्ट्रीय प्रतीक हैं. आज इस लेख के माध्यम से हम भारत के सभी राष्ट्रीय प्रतीकों के बारे में जानेंगे जिनकी मदद से भारत का दुनिया में एक अलग स्थान है। राष्ट्रीय प्रतीक- क्या आप जानते हैं कि भारत के राष्ट्रीय प्रतीक कौन से हैं? आइये देखते हैं कि ये प्रतीक कौन से हैं-

शीर्षक राष्ट्रीय प्रतीक
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा
राष्ट्रगान जन गण मन
राष्ट्रीय कैलेंडर शक कैलेंडर
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम्
राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ
राष्ट्रीय फल आम
राष्ट्रीय नदी गंगा
राष्ट्रीय पशु रॉयल बंगाल टाइगर
राष्ट्रीय वृक्ष भारतीय बरगद
राष्ट्रीय सब्जी कद्दू
राष्ट्रीय मुद्रा भारतीय रुपया
राष्ट्रीय पक्षी मोर
राष्ट्रीय फूल कमल
राष्ट्रीय सरीसृप किंग कोबरा
राष्ट्रीय विरासत पशु हाथी
राष्ट्रीय जलीय पशु गंगीय डॉल्फिन
सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार भारत रत्न
राष्ट्रीय लिपि  देवनागरी हिन्दी

राष्ट्रीय ध्वज- तिरंगा

भारतीय संविधान सभा द्वारा 22 जुलाई, 1947 को राष्ट्रीय ध्वज अपनाया गया था। इसमें तीन सामान अनुपात में केसरिया, सफ़ेद तथा हरे रंग की क्षैतिज पट्टीयाँ होतीं हैं। इन तीनों ही पट्टियों के रंगों का एक अलग महत्व है। जैसे केसरिया रंग त्याग और बलिदान का, सफ़ेद रंग शांति, सत्य और पवित्रता का तथा हरा रंग देश की समृद्धि का प्रतीक है। ध्वज की लम्बाई तथा चौड़ाई का अनुपात क्रमशः 2:3 है तथा बीच की सफ़ेद पट्टी पर एक गहरे नीले रंग का चक्र बना हुआ है। इस चक्र में 24 तीलियाँ होतीं हैं। इस चक्र को सारनाथ में स्थित अशोक स्तम्भ से लिया गया है।

राष्ट्रगान- जन गण मन

भारतीय संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 को भारत के राष्ट्रगान के रूप में रविंद्रनाथ टैगोर जी के द्वारा रचित “जन गण मन” को अपनाया था। इसे पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता सत्र में 27 दिसंबर, 1911 को गाया गया था। इसे गाने में लगभग 52 सेकंड का समय लगता है। इसमें 5 पद हैं। प्रथम तथा अंतिम पद को गाने में लगभग 20 सेकंड का समय लगता है।

जन गण मन अधिनायक जय हे 

भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष माँगे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे, भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे,

जय जय जय जय हे।।

 राष्ट्रीय कैलेंडर- शक कैलेंडर

शक कैलेंडर को 1957 में कैलेंडर समिति द्वारा बनाया गया था। इसके निर्माण में भारतीय पंचांग की मदद ली गई थी।

राष्ट्रीय गीत- वंदे मातरम्

बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित “वन्दे मातरम्” को 1950 में भारत के राष्ट्रगीत के रूप में अपनाया गया था। इसे पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिक सन्दर्भ में रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा 1896 में गाया गया था। इस गीत को बंकिमचंद्र चटर्जी ने अपने उपन्यास “आनंदमठ” में लिखा है जिसकी भाषा बंगाली तथा संस्कृत है। इसमें कुल 6 छंद हैं।

वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलाम्
मलयजशीतलाम्
शस्यश्यामलाम्
मातरम्।
शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीम्
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीम्
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्
सुखदां वरदां मातरम्

वन्दे मातरम्।।

 

राष्ट्रीय चिन्ह- अशोक स्तम्भ

यह चिन्ह सारनाथ में मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गए अशोक स्तम्भ से लिया गया है। इसे 26 जनवरी, 1950 को भारत के राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में अपनाया गया था। इसमें देवनागरी लिपि में “सत्यमेव जयते” लिखा है जिसका अर्थ है- “सत्य की सदैव जीत होती है”। “सत्यमेव जयते” को मुंडकोपनिषद से लिया गया है। इसमें चार सिंह बने हुए हैं जो कि एक दूसरे की तरफ पीठ किये हुए हैं। इसके नीचे हाथी, घोड़ा, सांड तथा सिंह की आकृति है। सभी पशुओं के बीच में एक-एक चक्र बना हुआ है।

राष्ट्रीय फल- आम

फलों के राजा आम का वैज्ञानिक नाम मैंजीफेरा इंडिका है। इसे भारत के राष्ट्रीय फल के रूप में अपनाया गया है।

राष्ट्रीय नदी- गंगा

भारत की सबसे लम्बी नदी और पवित्र नदियों में से एक गंगा को भारत की राष्ट्रीय नदी कहते हैं। इसकी उत्पत्ति हिमालय के गंगोत्री ग्लेशियर से भागीरथी नदी के रूप में हुआ है तथा ये बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन में जाकर मिलती है। इसकी कुल लम्बाई लगभग 2510 किमी. है। इसकी उपनदियों में महाकाली, करनाली, कोसी, गंडक, सरयू, यमुना, सोन तथा महानंदा का नाम प्रमुख है।

 

राष्ट्रीय पशु- रॉयल बंगाल टाइगर

भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में रॉयल बंगाल टाइगर या बाघ को अप्रैल 1973 में अपनाया गया था। इसके शरीर पर चमकदार पीली पट्टीयाँ होती हैं। इनकी अधिकतम आयु 20 वर्ष है। इनका वैज्ञानिक नाम ‘पैन्थरा टाईग्रिस’ है।

 राष्ट्रीय वृक्ष- भारतीय बरगद

भारतीय बरगद को भारत के राष्ट्रीय वृक्ष को अपनाया गया है। इस वृक्ष को हिन्दू धर्म में में विशेष मान्यता प्राप्त है। इसमें अनेक औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।

राष्ट्रीय सब्जी- कद्दू

कद्दू के अन्य नाम सीताफल, काशीफल, रामकोहला, तथा संस्कृत में कूष्मांड, पुष्पफल, वृहत फल, वल्लीफल हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है।

  

राष्ट्रीय मुद्रा- भारतीय रुपया

भारतीय रुपए को नियंत्रित करने का काम भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किया जाता है।

राष्ट्रीय पक्षी- भारतीय मोर

भारतीय मोर को भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में अपनाया गया है। इन्हें भारतीय वन्यजीव (सुरक्षा) धारा 1972 के तहत सुरक्षा प्रदान की गई है तथा इनके गैर-कानूनी व्यापार पर रोक लगाई गई है। इसका वैज्ञानिक नाम पावो क्रिटैटस है।

राष्ट्रीय फूल- कमल

कमल को राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया है जिसका वैज्ञानिक नाम नील्यूम्बो न्यूसीफेरा है।

राष्ट्रीय सरिसृप- किंग कोबरा

किंग कोबरा दुनिया का सबसे लम्बा विषैला सांप है। इसका वैज्ञानिक नाम Ophiophagus Hannah है।

 राष्ट्रीय विरासत पशु- हाथी

भारतीय हाथी को राष्ट्रीय विरासत पशु कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Elephas Maximus है।

 राष्ट्रीय जलीय पशु- गंगीय डॉलफिन

गंगा नदी में पाई जाने वाली डॉलफिन को राष्ट्रीय जलीय पशु कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Platanista Gangetica है। इसे 18 मई, 2010 को भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु के रूप में अपनाया गया है। यह एक स्तनधारी पशु है जो सिर्फ शुद्ध और मीठे जल में जीवित रह सकता है।

 सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- भारत रत्न

भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी, 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद जी के द्वारा की गई थी। इसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा तथा खेल के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है। इसमें पीपल के पत्ते की आकृति पर सूर्य की छवि अलंकृत है। डॉ.  सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 1954 में पहला भारत रत्न दिया गया था। सचिन तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी तथा सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं जिन्हें भारत रत्न दिया गया।

राष्ट्रीय भाषा- देवनागरी हिंदी

हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में 14 सितम्बर, 1949 को अपनाया गया था इसलिए 14 सितम्बर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

नोट- आप अब तक पढ़ते आ रहे होंगे कि भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है लेकिन हम आपको बता दें कि भारत के राष्ट्रीय खेल के रूप में कोई भी खेल नामित नहीं है।

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FAQs

ये आर्टिकल किससे सम्बंधित है?

आज का यह आर्टिकल भारत के राष्‍ट्रीय चिन्ह (National Symbols of India) से सम्बंधित सभी जानकारी प्रदान करता है...