हर साल 18 जून को अंतर्राष्ट्रीय घृणा फैलाने वाले भाषणों का मुकाबला करने का दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य नफरत भरे भाषणों के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इन भाषणों के खिलाफ लड़ने के लिए वैश्विक कार्रवाई को प्रोत्साहित करना है.
घृणा फैलाने वाले भाषण क्या हैं?
घृणा फैलाने वाले भाषण किसी व्यक्ति या समूह के खिलाफ हिंसा या भेदभाव को भड़काने वाले किसी भी प्रकार के संचार को कहते हैं. यह भाषण नस्ल, राष्ट्रीयता, जातीयता, धर्म, लिंग, यौन अभिविन्यास, या विकलांगता के आधार पर हो सकता है.
घृणा फैलाने वाले भाषण के खतरे क्या हैं?
घृणा फैलाने वाले भाषण हिंसा, भेदभाव और सामाजिक अशांति को जन्म दे सकते हैं. इससे समाज में तनाव और विभाजन पैदा होता है, जिससे कमजोर समूहों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है.
अंतर्राष्ट्रीय घृणा फैलाने वाले भाषणों का मुकाबला करने का दिवस 2024 का महत्व क्या है?
यह दिवस हमें याद दिलाता है कि घृणा फैलाने वाले भाषणों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. इसके खिलाफ आवाज़ उठाना और एक ऐसे माहौल को बढ़ावा देना ज़रूरी है जो सम्मान, सहिष्णुता और समावेशिता पर आधारित हो.
अंतर्राष्ट्रीय घृणा फैलाने वाले भाषणों का मुकाबला करने का दिवस 2024 की थीम क्या है?
2024 के दिवस की थीम ‘The Power of Youth for Countering Hate Speech (घृणास्पद भाषण का मुकाबला करने के लिए युवाओं की शक्ति)’ है, जो इस बात पर प्रकाश डालता है कि युवा लोग घृणास्पद बयानबाजी के घातक प्रसार का मुकाबला करने और अधिक समावेशी और सामंजस्यपूर्ण समाज को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
- शिक्षा: युवा पीढ़ी को नफरत भरे भाषणों की पहचान करने और उसके खिलाफ खड़े होने के लिए सशक्त बनाना.
- ऑनलाइन मंच: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घृणा फैलाने वाले भाषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना.
- कानून प्रवर्तन: घृणा फैलाने वाले भाषणों से जुड़े अपराधों को रोकने और दंडित करने के लिए मजबूत कानूनों को लागू करना.
आप इस दिवस को कैसे मना सकते हैं?
- घृणा फैलाने वाले भाषणों के खतरों के बारे में अपने परिवार और दोस्तों के बीच जागरूकता फैलाएं.
- नफरत भरे भाषणों के खिलाफ खड़े हों और सम्मानजनक बातचीत को बढ़ावा दें.
आइए मिलकर घृणा फैलाने वाले भाषणों का मुकाबला करें और एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर कोई सम्मान और सुरक्षा के साथ रह सके!




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