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IBPS RRB PO/Clerk | हिंदी भाषा प्रश्नावली 04 अक्टूबर 2019

प्रिय उम्मीदवारों, 
IBPS RRB PO/Clerk | हिंदी भाषा प्रश्नावली 04 अक्टूबर 2019 | Latest Hindi Banking jobs_3.1
आप सभी जानते हैं कि आईबीपीएस आरआरबी  मेंस परीक्षा 2019 की तैयारी कर रहे होंगे. परीक्षा के पाठ्यक्रम के आधार पर आपकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए ADDA247 आपके लिए हिंदी की प्रश्नोतरी लेकर आया है. यह प्रश्नावली मुख्य परीक्षा की तैयारी को और मजबूत करने के लिए अब से दैनिक स्तर पर आयोजित की जा रही है. सभी जानते हैं कि बैंकिंग परिक्षाओं में केवल आरआरबी ही एकमात्र ऐसी परीक्षा है, जो आपको अपनी भाषा का चयन का विकल्प देता है जिसमें आप अंग्रेजी के स्थान  पर हिंदी भाषा चुन सकते हैं. यह हिंदी भाषा क्षेत्र के उम्मीदवारों के लिए सफलता पाने का एक सुनहरा मौक़ा है, क्योंकि हम अपनी भाषा में अधिक से अधिक अंक स्कोर करने में सक्षम होते हैं. यदि आपका लक्ष्य इस वर्ष आईबीपीएस आरआरबी में सफलता पाना है, तो अभी से मेंस की तैयारी में जुट जाएँ. अपनी तैयारी को और बेहतर बनाते हुए अपनी सफलता सुनिश्चित कीजिये. आज की इस हिंदी भाषा प्रश्नावली 04 अक्टूबर 2019 में हम आपको  अपठित गद्यांश से सम्बन्धित प्रश्न प्रदान कर रहे हैं.   

निर्देश(1 से 5) : नीचे दिये गये अनुच्छेद को पढ़िए और उत्तर देने के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए :

अंत में मैंने कहा- भाइयों! हम अपनी प्राथमिक पाठशाला में इससे भी अधिक काम कर सकते हैं। इतना काम कर सकते हैं कि वर्तमान प्राथमिक शिक्षा का रूप ही बदल जाए, कायापलट ही हो जाए। लेकिन बात यह है कि इसके लिए काम करनेवालों की जरूरत है। दुनिया की जो सूरत आज है, वह पहले नहीं थी – सूरत बदलने का यह काम मनुष्यों ने ही तो किया है न ! आवश्यकता है लगन की, प्रखर आत्मविश्वास की, अखंड एकनिष्ठा की। यह जरूरी नहीं है कि अंग्रेजी पढ़े-लिखे ही अच्छे प्रयोग कर सकें। यह तो थोथी बात है। जब आदमी कुछ करना नहीं चाहता, तब ऐसे ही बहाने बनाता है। सच्ची चीज तो दिल की लगन है। वह लगन, जो किसी चीज के लिए तड़पने वाली हमारी आत्मा से हमें प्राप्त होती है। और चंपकलाल जी ! परिणाम की चिंता तो प्रयोग करने वाले को जितनी होती है, उतनी दूसरों को कभी हो ही नहीं सकती। आप वेतन-वृद्धि की इच्छा से अच्छे परिणाम की चेष्टा करते हैं और मैं प्रयोग के लिए प्रयोग करता हूँ जिससे मेरा उद्देश्य सिद्ध हो और कार्यक्षेत्र व्यापक बने। मुझे चिंता रहती है कि कहीं मेरी निष्फलता मेरे बाद के प्रयोग करने वालों के लिए बाधक न बन जाए।
Q1. किसी भी स्थिति को बदलने के लिए कैसे लोगों की जरूरत होती है ?
(a)  जो निष्ठापूर्वक हर काम करते हैं 
(b) जो अंग्रेजी भाषा जानते हैं 
(c) जो परिश्रम करते हैं
(d) जिनके दिल में लगन होती है 

Q2. अंग्रेजी पढ़े-लिखे ही अच्छे प्रयोग कर सकते हैं, यह कथन : 
(a) सही हो सकता है 
(b) सही है
(c) भाषिक पूर्वाग्रहों से ग्रसित है 
(d) अंग्रेजी की महत्ता को दर्शाता है। 
Q3. उपर्युक्त अनुच्छेद में ‘सूरत’ का अर्थ
(a) काया 
(b) रूप 
(c) स्थिति
(d) दुर्दशा 
Q4. लेखक का क्या उद्देश्य है ?
(a) लोग काम करें 
(b) लोग प्रयोग करें 
(c) बाधाओं को समाप्त करना
(d) स्थितियों में बदलाव लाना 
Q5. सामान्यतः लोग अच्छे परिणाम क्यों चाहते हैं? 
(a) दुनिया को बदलने के लिए 
(b) धनार्जन के लिए 
(c) प्रयोग की सफलता के लिए 
(d) अपनी प्रतिष्ठा के लिए 
निर्देश : नीचे दिये गये अनुच्छेद को पढ़िए और प्रश्न (6 से 11) तक के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए:
मैंने कहा, आज आप केवल छमाही और सालाना परीक्षा लेते हैं। इसके बदले मासिक परीक्षा लेना शुरू कीजिए। यदि विद्यार्थी के लिए परीक्षा की कसौटी पर कसा जाना आवश्यक ही है तो परीक्षा का जितना विशेष परिचय उसे होगा, उसका त्रास उतना ही घटेगा। अति परिचय से त्रास भी सहन करने योग्य बन जाता है। दूसरे, कमजोर विद्यार्थियों को जगाने के लिए तथा उनकी कमजोरी का ठीक पता लगाने के लिए ली जाए। तीसरे, जिन विद्यार्थियों को विश्वास हो कि वे अपने विषय को जानते हैं, उन्हें परीक्षा से मुक्त रखा जाए। विद्यार्थी स्वेच्छा से अपनी कमजोरी की जाँच के लिए परीक्षा दें और उन्हें समझा दिया जाए कि जो अपनी कमजोरी की जाँच नहीं करेगा, उसे कमजोरी दूर करने का मौका नहीं दिया जाएगा। परीक्षा उन्हीं विषयों की ली जाए जो परीक्षा द्वारा जाँचे जा सकते हैं। बाकी विषयों को परीक्षा से मुक्त रखा जाए। और परीक्षा का समय विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें देखकर उत्तर देने की स्वतंत्रता भी दे दी जाए। हम उनसे कह दें कि जो चीज याद न हो, उसे पुस्तक में देख लें और फिर जवाब दें। जो जबानी कह न सकें, वे किताब में से देखकर समझाएँ। जवाब देते समय विद्यार्थी पाठ्य-पुस्तक का कैसा उपयोग करता है, इसी में तो उसकी परीक्षा है। 

Q6. ‘अति परिचय से त्रास भी सहन करने योग्य बना जाता है’ – वाक्य का अर्थ है:
(a) बार-बार परीक्षा देने से बच्चों का परीक्षा के प्रति डर, पीड़ा होती है, वह उन्हें विचलित नहीं कर पाता 
(b) बार-बार परिचय से डर दूर हो जाता है
(c) अच्छी तरह से परिचय होने के बाद चीजें कोई परेशानी खड़ी नहीं करतीं 
(d) अच्छी तरह से परिचय होना त्रास को समाप्त करना है। 
Q7. परीक्षा का उद्देश्य है –
(a) बच्चों को नियमित रूप से जाँचना 
(b) बच्चों की कमजोरियों का पता लगाना ताकि उन्हें दूर किया जा सके 
(c) बच्चों को डराना ताकि वे ढंग से पढ़ाई करें 
(d) बच्चों को कसौटी पर कसना 
Q8. लेखक परीक्षा के प्रति उदारवादी और व्यापक दृष्टिकोण रखता है- यह अनुच्छेद के किस वाक्य से पता चलता है ? 
(a) इसके बदले मासिक परीक्षा लेना शुरू करें 
(b) परीक्षा के समय विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें देखकर उत्तर देने की स्वतंत्रता भी दे दी जाए
(c) परीक्षा का जितना विशेष परिचय उसे होगा, उसका त्रास उतना ही घटेगा 
(d) इनमें से सभी 
Q9. लेखक पाठ्य-पुस्तकें देखकर उत्तर देने की स्वतंत्रता की बात करता है, क्योंकि—
(a) यह सर्वश्रेष्ठ नीति है 
(b) इससे बच्चों की पढ़ने की कुशलता का पता चलता है 
(c) इससे परीक्षा में भयमुक्त वातावरण बनता है । 
(d) इससे बच्चों की इस कुशलता और समझ का पता चलता है कि वे पाठ्य-पुस्तक का प्रयोग कैसे करते है।

Q10. लेखक के अनुसार विषयों की जाँच के लिए : 
(a) परीक्षा एकमात्र साधन है 
(b) परीक्षा के अतिरिक्त और भी तरीके होते हैं 
(c) छमाही परीक्षाओं का आयोजन अनिवार्य है 
(d) मासिक परीक्षाओं का आयोजन अनिवार्य है 
Q11. ‘कमजोर विद्यार्थियों को जगाने के लिए’ वाक्य में रेखांकित अंश का अर्थ है : 
(a) सोये हुए को जगाना 
(b) विद्यार्थियों को उनकी कमजोरियों के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें दूर करना 
(c) कमजोर विद्यार्थियों को सचेत करना 
(d) कमजोर विद्यार्थियों को सावधान करना
निर्देश : नीचे दिये गये अनुच्छेद को पढ़िए और प्रश्न संख्या 12 से 17 तक के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए :
सबसे महत्वपूर्ण बात इस प्रशिक्षण के दौरान सामने आयी- वह थी छात्रों तथा शिक्षकों के बीच परस्पर संबंध। हमने अध्यापकों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया था कि वे प्रत्येक छात्र की भावना की कद्र करें तथा यह देखें कि छात्र क्या चाहता है। यदि एक बार छात्र शिक्षक से डरना बंद कर देता है तथा दोनों के बीच एक दोस्ताना रिश्ता कायम हो जाता है तो छात्र / छात्रा के लिए सीखना आनंददायक और आसान हो जाता है। शिक्षक की निकटता और उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है, चाहे वह कक्षा में बैठकर हो या स्कूल के बाद खेल के मैदान में। इससे शिक्षक एवं छात्र एक-दूसरे के निकट आ जाते हैं तथा छात्र के संपूर्ण विकास में इसका बहुत योगदान रहता है। दूसरा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि शासकीय शिक्षकों के साथ भी एक रिश्ता बनाए रखना चाहिए क्योंकि समांतर शिक्षकों के रहते नियमित शिक्षक प्रायः यह समझने लगते हैं कि उनकी कोई आवश्यकता नहीं है। एक तरह से वे निश्चिंत हो जाते हैं तथा सारा काम समांतर शिक्षकों पर डाल देते हैं। 
Q12. बच्चों के सीखने में सबसे महत्वपूर्ण है:
(a) शिक्षक का सौम्य स्वभाव 
(b) शिक्षक की विद्वता 
(c) शिक्षक और बच्चों के बीच मित्रवत संबंध
(d) शिक्षक की संवेदनशीलता 
Q13. प्रत्येक छात्र / छात्रा की भावना की कद्र होती है : 
(a) उनकी बातों को ध्यान से सुनने से 
(b) यह जानने से कि वे क्या जानते हैं 
(c) उनका सम्मान करने से
(d) इनमें से सभी 
Q14. शिक्षक विद्यालय के बाद भी बच्चों से रिश्ता बनाये रखता है : 
(a) ऐसा करना ठीक नहीं है क्योंकि विद्यालय के बाहर शिक्षक-शिक्षक नहीं रहता 
(b) ऐसा करना ठीक नहीं है क्योंकि यह परंपरा के विरुद्ध है
(c) ऐसा करना ठीक है क्योंकि शिक्षक की जिम्मेदारी विद्यालय के बाद समाप्त नहीं हो जाती (d) ऐसा करना ठीक है क्योंकि ऐसा करने से शिक्षक और बच्चों के बीच निकटता और विश्वास का रिश्ता बनता है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक है। 
Q15. नियमित शिक्षकों को ऐसा क्यों लगता है कि उनकी कोई आवश्यकता नहीं है ? 
(a) समांतर शिक्षकों पर पूर्ण निश्चिंत होकर काम डाल दिया जाता है 
(b) समांतर शिक्षक ही विद्यालय की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं 
(c) समांतर शिक्षक नियमित नहीं होते और उनकी नौकरी स्थायी नहीं होती, इसलिए उन्हें सभी के कार्य करने पड़ते हैं 
(d) समांतर शिक्षक का यह दायित्व है कि वह नियमित शिक्षक का बोझ कम करे
उत्तर 
S1. Ans.(d)
Sol. जिन व्यक्तियों के दिल में लगन होती है वे लोग किसी भी स्थिति को बदलने में सक्षम होते हैं।
S2. Ans.(c)
Sol. लोगों के मन में यह भाषिक पूर्वाग्रह बैठा हुआ है कि अंग्रेजी पढ़े-लिखे लोग ही अच्छे प्रयोग कर सकते हैं।
S3. Ans.(c)
Sol. सूरत के कई अर्थ होते हैं जैसे-काया, रूप, दुर्दशा एवं स्थिति। लेकिन इस अनुच्छेद में सूरत का अर्थ ‘स्थिति’ से है।
S4. Ans.(b)
Sol. लेखक का उद्देश्य यह है कि उद्देश्य सिद्ध करने और कार्यक्षेत्र को व्यापक बनाने के लिए लोग प्रयोग करें।
S5. Ans.(c)
Sol. प्रयोग के सफल होने के लिए सामान्यतः लोग अच्छे परिणाम चाहते हैं।
S6. Ans.(b)
Sol. ‘अति परिचय से त्रास भी सहन करने योग्य बन जाता है’- वाक्य का अर्थ ‘बार-बार परिचय से डर दूर हो जाता है।
S7. Ans.(b)
Sol. विद्यालयों में होने वाली परीक्षाओं का उद्देश्य यह है कि बच्चों की कमजोरियों का पता लगाकर उन्हें दूर किया जा सके।
S8. Ans.(d)
Sol. लेखक परीक्षा के प्रति उदारवादी और व्यापक दृष्टिकोण रखता है क्योंकि इस अनुच्छेद में लेखक का विचार है कि-
(1) वार्षिक और छमाही परीक्षाओं के बदले मासिक परीक्षा लेना शुरू करें। 
(2) परीक्षा के समय विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें देखकर उत्तर देने की स्वतंत्रता भी दे दी जाए। 
(3) परीक्षा का जितना विशेष परिचय उसे होगा, उसका त्रास उतना ही घटेगा।
S9. Ans.(d)
Sol. पाठ्य-पुस्तकें देखकर उत्तर देने की स्वतंत्रता से बच्चों की इस कुशलता और समझ का पता चलता है कि वे पाठ्य-पुस्तक का प्रयोग कैसे करते हैं।
S10. Ans.(a)
Sol. छात्र की विषयों पर कैसी पकड़ एवं समझ है इसके जाँचने का एकमात्र साधन परीक्षा है।
S11. Ans.(d)
Sol. ‘कमजोर विद्यार्थियों को जगाने के लिए’ वाक्य में रेखांकित अंश का अर्थ है- ‘कमजोर विद्यार्थियों को सावधान करना’
S12. Ans.(c)
Sol. शिक्षक और बच्चों (छात्रों) के बीच मित्रवत् संबंध होने से बच्चे जल्दी सीखते हैं।
S13. Ans.(d)
Sol. अध्यापकों द्वारा प्रत्येक छात्र-छात्रा की भावना की कद्र का पता इससे चलता है कि वे- उनकी बातों को ध्यान से सुनें या यह जानें कि वे क्या जानते हैं या उनका सम्मान करने से ।
S14. Ans.(d)
Sol. शिक्षक विद्यालय के बाद भी बच्चों से रिश्ता बनाये रखता है क्योंकि ऐसा करने से शिक्षक और बच्चों के बीच निकटता और विश्वास का रिश्ता बनता है जो बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक है।
S15. Ans.(a)
Sol. नियमित शिक्षकों को ऐसा इसलिए लगता है कि उनकी कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि समांतर शिक्षकों पर पूर्ण निश्चित होकर काम डाल दिया जाता है।