जैसाकि भारतीय टीम के बांग्लादेश को मात दी थी भारतीय टीम के प्रशंसक वैसे ही पाकिस्तान को भी बड़ी हार देने की कमाना कर रहे है. बांग्लादेश के साथ सेमी-फ़ाइनल मुकाबले से पहले सारी दुनिया के विशेषज्ञ बांग्लादेश के पक्ष में थे. परन्तु जिस तरह से भारतीय धुरंधरो ने बांग्लादेश को हराया उससे यह ही साबित हुआ कि विशेषज्ञ गलत थे. बांग्लादेश भारतीय टीम के सामने नौसिखिया टीम लग रही थी. बल्कि उनकी टीम ऐसी भी नहीं रही थी कि वह 35 साल से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रहे है. और इस जीत ने अंतिम मुकाबले के लिए मार्ग प्रशस्त किया. अब दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के बीच फाइनल- भारत बनाम पाक होगा. पाकिस्तान का भारत के विरुद्ध सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि जीवन के अधिकांश क्षेत्रों में हार का इतिहास रहा है. यह चाहे युद्ध हो, चाहे विकास का क्रम हो, उत्पादन का क्षेत्र हो आदि, पाकिस्तान ने हमेशा मार ही खायी है. देश अपने स्वयं के नागरिको पर निर्भर करता है. हां, हमारे ‘बहुत प्यारे’ पड़ोसी के पास भ्रष्टाचार, आतंकवादियों का सबसे बड़ा उत्पादन घर, गरीबी आदि जैसी कुछ चीजें हैं. क्रिकेट पर यदि बात करें, अगर हम आईसीसी टूर्नामेंट के आँकड़ों को देखते है, तो भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान को 6 में से 6 मैच हरायें है, विश्व ट्वेंटी-20 में 5 में से 5 और चैंपियंस ट्रॉफी में 4 में से 2 मैच हरायें है – अभी तक 15 में से 13 मैचों में हमने जीत हासिल की है. यह निश्चित रूप से हमें दिखाता है कि आईसीसी टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को खूब जमकर पीटा है. यदि हम अधिक से अधिक रिकार्ड के बारे में बात करते हैं, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे पड़ोसी के पास बढ़त है. लेकिन ‘Boys played well’ टीम के लिए मुश्किल हो रहा है क्योंकि भारत एक भयंकर फॉर्म में है. पाकिस्तान को यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि चाहे बेटा कितना भी बड़ा बन जाए, लेकिन वह उसे हमेशा पिता का सम्मान करना चाहिए. आखिर बाप बाप होता है. इसके अलावा, वह कभी पिता की सर्वोच्चता को चुनौती नहीं दे सकता है.
भारत बनाम पाकिस्तान- अस्मिता की जंग
प्रिय पाठको,
जैसा कि आप जानते ही है कि इंडिया ने बांग्लादेश को सेमिफिनल में हरा दिया है, भारतीयों को अब कयामत के दिन पर दोहरा जश्न मनाने की योजना बनानी चाहिए जो किस्मत से रविवार को ही प्राप्त हुआ है. हम ऐसी जंग में भाग ले रहे है जो हथियारों के बिना है परन्तु बेट और बॉल के साथ है. यदि हम भारतीय टीम की खेल रणनीति की बात करें तो आज टीम अपने शीर्ष पर है. हालांकि पिछले मैचों में क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी से कुछ गड़बड़ियां थीं लेकिन बल्लेबाजी में भारतीय उप-क्रम के तीनों बल्लेबाजों शर्मा-धवन-कोहली के प्रदर्शन ने भारतीय थिंक टैंक और प्रशंसकों को राहत दी थी.
साथ ही तथ्य भी भारत के पक्ष में है तीन सलामी बल्लेबाज़ आज के क्रिकेट जगत के सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ है और गेंदबाज़ी में कुमार और बुमराह है और क्षेत्र रक्षण में जडेजा पंड्या और कोहली है और सबसे शक्तिशाली कप्तान कूल के नाम से जाने जाते थे महेंद्र(बाहुबली) सिंह धोनी. सबसे महत्वपूर्ण बात, एक कप्तान जो पूरी टीम के लिए एक उर्जा का स्त्रोत है, पूरी टीम के लिए प्रेरणा का स्रोत है. कोहली में क्षमता है कि वह विपरीत स्थितियों में भी तटस्थ रहकर टीम को चार्ज करने की क्षमता रखते है. हमारे गुस्सेल युवा कोहली की कप्तानी के अंदर कठिन परिस्थितियों में पीछा करते हुए भारत ने बहुत सुधार किया है. इसके विपरीत हमारे पड़ोसी तोडा से भी दबाव को संभालने में सक्षम नहीं हैं. वह भयंकर दबाब की स्थिति में हार मान जाते है. और हम भारतीय आज इस भयंकर युद्ध के लिए तैयार है .