हाल ही में मंत्रिमंडल नियुक्ति समिति ने 1990 बैच के IAS अधिकारी और वर्तमान में राजस्व विभाग के सचिव के रूप में कार्यरत संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है. संजय मल्होत्रा का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा. संजय मल्होत्रा की नियुक्ति वर्तमान RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के स्थान पर होगी, जिनका कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को समाप्त हो रहा है.
ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा 1935 में RBI की स्थापना के बाद से अब तक RBI का नेतृत्व 26 गवर्नरों ने किया है. इस लेख में, हम आरबीआई गवर्नर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलू कवर किए है जैसे भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, गवर्नर कैसे नियुक्त किया जाता है, RBI गवर्नर से संबंधित तथ्य आदि. जो छात्र बैंकिंग परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस सूची को पढ़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे GA सेक्शन में भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं और यह सूची आपके साक्षात्कार की तैयारी में भी आपके लिए सहायक होगी.
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नरों की सूची (1935-2024)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को हुई थी. इसके बाद से कई महान व्यक्तियों ने गवर्नर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। यहां 1935 से 2024 तक के आरबीआई गवर्नरों की पूरी सूची दी गई है-
RBI Governor List PDF (1935-2024) | ||
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क्रम संख्या | गवर्नर का नाम | कार्यकाल |
1 | सर ओसबोर्न स्मिथ | 01-04-1935 से 30-06-1937 |
2 | सर जेम्स टेलर | 01-07-1937 से 17-02-1943 |
3 | सर सी.डी. देशमुख | 11-08-1943 से 30-06-1949 |
4 | सर बेनेगल रामा राव | 01-07-1949 से 14-01-1957 |
5 | के.जी. अम्बेगांवकर | 14-01-1957 से 28-02-1957 |
6 | एच.वी.आर. अयंगर | 01-03-1957 से 28-02-1962 |
7 | पी.सी. भट्टाचार्य | 01-03-1962 से 30-06-1967 |
8 | एल.के. झा | 01-07-1967 से 03-05-1970 |
9 | बी.एन. अदारकर | 04-05-1970 से 15-06-1970 |
10 | एस. जगन्नाथन | 16-06-1970 से 19-05-1975 |
11 | एन.सी. सेन गुप्ता | 19-05-1975 से 19-08-1975 |
12 | के.आर. पुरी | 20-08-1975 से 02-05-1977 |
13 | एम. नरसिम्हन | 02-05-1977 से 30-11-1977 |
14 | आई.जी. पटेल | 01-12-1977 से 15-09-1982 |
15 | डॉ. मनमोहन सिंह | 16-09-1982 से 14-01-1985 |
16 | ए. घोष | 15-01-1985 से 04-02-1985 |
17 | आर.एन. मल्होत्रा | 04-02-1985 से 22-12-1990 |
18 | एस. वेंकटरमनन | 22-12-1990 से 21-12-1992 |
19 | डॉ. सी. रंगराजन | 22-12-1992 से 21-11-1997 |
20 | डॉ. बिमल जालान | 22-11-1997 से 06-09-2003 |
21 | डॉ. वाई.वी. रेड्डी | 06-09-2003 से 05-09-2008 |
22 | डॉ. डी. सुब्बाराव | 05-09-2008 से 04-09-2013 |
23 | डॉ. रघुराम राजन | 04-09-2013 से 04-09-2016 |
24 | डॉ. उर्जित आर. पटेल | 04-09-2016 से 11-12-2018 |
25 | शक्तिकांत दास | 12-12-2018 से 10-12-2024 |
26 | संजय मल्होत्रा | 11-12-2024 से आगामी तीन वर्षो तक |
आरबीआई के गवर्नर की नियुक्ति कैसे होती है? (How the Governor of RBI is Appointed)?
भारत सरकार आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति करती है. भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट rbi.org.in के अनुसार, “रिज़र्व बैंक के मामले एक केंद्रीय निदेशक मंडल (Central board of directors) द्वारा शासित होते हैं। बोर्ड की नियुक्ति भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम के अनुसार, भारत सरकार द्वारा की जाती है.”
आरबीआई गवर्नर की भूमिका और जिम्मेदारी (Role And Responsibility Of RBI Governor)
आरबीआई गवर्नर के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक ऐसी नीतियां तैयार करना है जो उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम बनाती हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं जिन्हें आरबीआई गवर्नर ध्यान में रखता है:
- देश के सबसे प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थानों के प्रमुख होने के नाते, आरबीआई गवर्नर एक अर्थव्यवस्था में मौद्रिक स्थिरता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस प्रकार, भारतीय रिजर्व बैंक की नीतियों को तैयार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- नए विदेशी और निजी बैंक खोलने के लिए लाइसेंस ज़ारी करने की ज़िम्मेदारी भी आरबीआई के गवर्नर के पास होती है।
- देश के अग्रिमों और जमाराशियों पर ब्याज दरों को नियंत्रित करने की शक्ति गवर्नर में निहित है। हालाँकि, इस शक्ति का दायरा बचत खातों पर न्यूनतम उधार दरों और ब्याज दरों को निर्धारित करने तक सीमित है।
- राष्ट्र की वित्तीय प्रणाली को गवर्नर द्वारा नियंत्रित और प्रशासित किया जाता है और वह केवल उन मापदंडों को निर्धारित करता है जिनके भीतर पूरी वित्तीय प्रणाली कार्य करती है।
- आरबीआई के गवर्नर बाहरी व्यापार का प्रबंधन करते हैं और भुगतान भारत में विदेशी मुद्रा बाज़ार के व्यवस्थित विकास और रखरखाव को भी बढ़ावा देता है जो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के तहत आता है।
- देश में पर्याप्त मात्रा में करेंसी नोटों और सिक्कों की आपूर्ति की निगरानी करना तथा मुद्रा ज़ारी करना और नष्ट करना (जो सार्वजनिक रूप से प्रचलन के लिए उपयुक्त नहीं है)।
- आरबीआई गवर्नर नियमों और विनियमों पर भी नज़र रखता है ताकि उन्हें अधिक ग्राहक-अनुकूल बनाया जा सके।
- शहरी बैंक विभागों के माध्यम से आरबीआई गवर्नर प्राथमिक सहकारी बैंकों का नेतृत्व और पर्यवेक्षण करता है।
- इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के पास लघु उद्योगों, ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों में ऋण के प्रवाह को सुविधाजनक बनाने और निगरानी करने में भी भूमिका होती है। राज्य सहकारी बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और विभिन्न स्थानीय क्षेत्र के बैंकों को विनियमित करने की जिम्मेदारी भी गवर्नर के ऊपर होती है।
प्रश्नोत्तर: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (1935-2024)
- प्रश्न: भारतीय रिजर्व बैंक के पहले गवर्नर कौन थे, और उनका कार्यकाल कब था?
- (A) सर जेम्स टेलर
- (B) सर सी.डी. देशमुख
- (C) सर ओसबोर्न स्मिथ
- (D) सर बेनेगल रामा राव
उत्तर: (C) सर ओसबोर्न स्मिथ
कार्यकाल: 01-04-1935 से 30-06-1937
- प्रश्न: डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में कब कार्यरत थे?
- (A) 1980-1982
- (B) 1982-1985
- (C) 1985-1987
- (D) 1990-1992
उत्तर: (B) 1982-1985
कार्यकाल: 16-09-1982 से 14-01-1985
- प्रश्न: वर्तमान में (2024) भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर कौन हैं?
- (A) उर्जित पटेल
- (B) शक्तिकांत दास
- (C) रघुराम राजन
- (D) संजय मल्होत्रा
उत्तर: (D) संजय मल्होत्रा
कार्यकाल: 11-12-2024 से वर्तमान