हर साल 27 जून को दुनिया भर में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम दिवस (MSME Day) मनाया जाता है. इस दिन को 2017 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्थापित किया गया था. इसका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक विकास में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के योगदान को मान्यता देना और उन्हें सशक्त बनाना है.
भारत में MSME का महत्व:
- भारत में एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
- ये बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करते हैं.
- ये नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देते हैं.
- ये स्थानीय उत्पादों और सेवाओं की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाते हैं.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम दिवस 2024 विषय 2024:
इस वर्ष इस दिवस का विषय है ‘leveraging the power and resilience of Micro-, Small and Medium-sized Enterprises (MSMEs) to accelerate sustainable development and eradicate poverty in times of multiple crises.’ यानि ‘विभिन्न संकटों के समय में सतत विकास में तेजी लाने और गरीबी उन्मूलन के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (एमएसएमई) की शक्ति और लचीलेपन का लाभ उठाना)’
- एमएसएमई और आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat)
- डिजिटलीकरण के माध्यम से एमएसएमई का सशक्तिकरण
- वैश्विक बाजारों तक एमएसएमई की पहुंच बढ़ाना
आप एमएसएमई दिवस 2024 कैसे मना सकते हैं?
- स्थानीय एमएसएमई उत्पादों को खरीदकर उनका समर्थन करें.
- सोशल मीडिया पर #MSMEDay हैशटैग का उपयोग करके एमएसएमई के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएं.
- यदि आप एक उद्यमी हैं, तो अपने एमएसएमई व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए इस दिन का उपयोग करें.
- सरकारी योजनाओं और पहलों के बारे में जानें जो एमएसएमई का समर्थन करती हैं.
चाहे आप एक उपभोक्ता हों, एक उद्यमी हों या कोई अन्य हितधारक हों, एमएसएमई दिवस यह याद दिलाने का एक अवसर है कि ये छोटे व्यवसाय हमारी अर्थव्यवस्था और समाज के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं. आइए मिलकर एमएसएमई को सशक्त बनाएं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में उनका साथ दें!