IBPS PO vs IBPS clerk 2021: Which exam can be cracked easily?
जैसे कि आप सभी जानते हैं कि
इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग पेरसोंनेल एंड सिलेक्शन (IBPS) हर साल देश के अलग-अलग बैंकों में Probationary Officers और क्लर्क के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है. जिसके लिए IBPS आधिकारिक अधिसूचना जारी करता है। और IBPS ने हर साल की तरह इस साल भी IBPS Notification 2021 की आधिकारिक अधिसूचना जारी करने से पहले वर्ष 2021 के लिए IBPS भर्ती कैलेंडर जारी किया है, इस IBPS Calendar 2021-22 मे IBPS की ओर से साल-भर आयोजित की जाने वाली सभी परीक्षाओं की जानकारी दी जाती हैं। लेकिन आपको बता दें कि बैंकिंग सेक्टर में अपना करियर बनाने वाले सभी उम्मीदवारों के बीच जो सबसे पोपुलर एग्जाम्स हैं, वो हैं
– IBPS PO और IBPS CLERK.
ऐसे में उम्मीदवार दोनों परीक्षाओं में से किसी एक में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं और बैंक सेक्टर में भर्ती होना चाहते हैं. पर प्रश्न यह खड़ा हो जाता है, कि क्या दोनों परीक्षाओं के लिए तैयारी एक ही समय में की जा सकती है? किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने में, उसके पीछे अलग-अलग Factors होते हैं, जिसके बारे में आज हम यहाँ बता रहे हैं. कोई भी परीक्षा हो उसका अपना महत्त्व(importance) है वह फिर क्लर्क के लिए हो या फिर ऑफिसर के लिए हो.
एक बेहतर करियर पर जब हम विचार करते हैं तो हम चाहते हैं कि एक ऐसी नौकरी मिले जिससे हमारा भविष्य बेहतर हो. यदि आप अच्छे करियर ग्रोथ की तलाश में हैं, तो उसमें वर्क कल्चर, सैलरी और ग्रोथ संभावनाओं जैसे विषय भी शामिल हो जाते हैं. जब आप सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं जैसे आईबीपीएस पीओ और आईबीपीएस क्लर्क को चुनते हैं तो आमतौर पर भ्रमित हो जाते हैं कि कौन सी बेहतर है, क्योंकि वे दोनों आकर्षक वेतन और लाभ प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं. तो चलिए हम निष्पक्ष तुलना करते हैं, जो आपको उचित और न्यायपूर्ण निर्णय लेने में आपकी मदद करेगा.
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Similarities between IBPS PO and IBPS Clerk Exam : IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के बीच समानताएं
IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के Exam pattern के बीच काफी समानताएं हैं. परीक्षा की अवधि से लेकर नेगेटिव मार्किंग तक, सब कुछ एक-दूसरे के समान दिखता है. दोनों के बीच फर्क कठनाई स्तर से हो जाता है. IBPS PO और IBPS क्लर्क के लिए सिलेबस समान है, इन दोनों में कोई अंतर नहीं है. अंतर कठिनाई स्तर में है क्योंकि पीओ एक राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है वहीँ क्लर्क का आयोजन राज्य स्तर पर होता है.
Difference between IBPS PO and IBPS Clerk Examination : IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के बीच अंतर-
दोनों में समानता होने की वजह से कई उम्मीदवारों को लगता है कि इस परीक्षा को साथ में आसानी से क्रैक किया जा सकता है. IBPS PO का स्तर ज्यादा कठिन है, जिसमें जटिल प्रश्न मिल सकते हैं, जिन्हें दिए गए नियमित समय में हल करना बहुत मुश्किल है. प्रश्नों की कठिनाई के अलावा, दोनों परीक्षाओं के क्वांट सेक्शन में स्तर समान नहीं होता है. डेटा इंटरप्रिटेशन पर आधारित प्रश्नों का स्तर अधिक होता है इसलिए IBPS clerk की प्रिपरेशन करने वाला उम्मीदवार आसानी से नहीं हल कर सकता है. परीक्षा में कुल प्रश्न समान होते हैं, हालांकि रीजनिंग, अंग्रेजी और क्वांट सेक्शन में कठिनाई का स्तर भिन्न हो सकता है.
Difference in selection process for IBPS PO and IBPS Clerk Exam : IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा की चयन प्रक्रिया में अंतर
IBPS PO मेंस परीक्षा के बाद वर्णनात्मक पेपर होता है और उम्मीदवारों को IBPS PO मेंस परीक्षा में सफल होने के लिए, वस्तुनिष्ठ + वर्णनात्मक दोनों को उत्तीर्ण करना होता है जबकि IBPS क्लर्क में वर्णनात्मक परीक्षा नहीं होती है, उम्मीदवारों को आईबीपीएस क्लर्क मेंस परीक्षा में बस सफलता प्राप्त करनी होती हैं, और उसके बाद उनकी भर्ती बैंक में कर ली जारी है. इसके अलावा IBPS PO मेंस के बाद इंटरव्यू भी होता है जो IBPS क्लर्क परीक्षा में नहीं होती है. यदि आप IBPS क्लर्क में किसी अन्य राज्य से आवेदन कर रहे हैं, तो आपको उस राज्य की क्षेत्रीय भाषा की अच्छी समझ होनी चाहिए, इससे सम्बंधित आपको डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे.
अंतिम निष्कर्ष: IBPS PO vs IBPS Clerk
दोनों परीक्षाओं के फर्क का विश्लेषण करने के बाद, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि रिक्तियों की संख्या अधिक होने और साक्षात्कार प्रक्रिया नहीं होने के कारण आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में सफल होने के ज्यादा मौके हैं. लेकिन इसमें बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर प्रतिस्पर्धा भी अधिक होती है.
IBPS PO एक अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा है. रिक्तियों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम है और पेपर कठिन होगा. IBPS PO के लिए कट ऑफ आम तौर पर IBPS क्लर्क के मुकाबले कम होता है क्योंकि इसमें व्यक्तिगत साक्षात्कार भी शामिल है.
हमें उम्मीद है कि उपरोक्त चर्चा से आपको आसन परीक्षा चुनने में मदद करेगी. लेकिन यह सुझाव दिया जाता है कि अपनी तैयारी जारी रखें और कठिन मेहनत रखें, क्योंकि मेहनत की सफलता के मार्ग में हमें आगे लेकर जा सकती है.