दशहरा भारत का एक राष्ट्रीय त्यौहार है, जिसे पूरा देश मनाता है. यह अलग-अलग रूप में पुरे देश में मनाया जाता है। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। मूल रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत की प्रेरणा स्वरूप यह दिन मनाया जाता है। जगह-जगह पर रामलीला का आयोजन होता है और रावन वध की घटना को मुख्य रूप से दिखाया जाता है।
दशहरा की कहानी भगवान राम के इर्द-गिर्द घुमती रहती है। अयोध्या के राजा भगवान राम को उनकी सौतेली माँ के कहने पर वनवास जाना पड़ा। इस यात्रा में उनकी पत्नी, सीता और भाई लक्ष्मण उनके साथ थे। रावण एक ग्यानी ब्राह्मण था, जिसके पास ज्ञान और शक्ति का भंडार था। इसी अहंकार में उसने राम की पत्नी सीता जी का अपहरण कर लिया। भगवान् राम ने रावन का वध अश्विन मास की शुक्लपक्ष की दशमी के दिन दिन किया और सीता जी को रावन की कैद से मुक्त करा लिया, बुराई पर अच्छाई की इसी जीत की ख़ुशी में प्रतिवर्ष अश्विन मास शुक्लपक्ष की दशमी के दिन, विजयदशमी मनाई जाती है, रावन जैसे महान ज्ञानी और योद्धा की हार से यह सिद्ध होता है कि आप कितने भी शक्तिशाली हों, यदि शक्ति का दुरुपयोग करते हैं तो आपका अंत निश्चित है। इस लिए हमेशा अच्छे कर्म करें और अपनी शक्ति को सही दिशा में लगायें.
प्रत्येक मनुष्य के अन्दर कुछ न कुछ नकारात्मकता अवश्य होती है, बुद्धिमान व्यक्ति इस नकारात्मक भावना पर काबू रखता है और अच्छा करने का प्रयास करता है। यदि आप एक उम्मीदवार है जो आने वाली परीक्षा के लिए तैयारी कर रहें हैं और अभी तक सफलता के मार्ग में सकारात्मक ढंग से नहीं बढ़ पा रहे हैं। तो आपको प्रेरणा की आवश्यकता है जिससे आप सही दिशा में चल सकें, आप कैसे नकारात्मकता से लड़ सकते हैं हम बतेयेंगे।
बुरे विचारों से रहें दूर
शक्ति, धन, प्रतिष्ठा से कभी कभी अहंकार उत्पन्न हो जाता है कई बार लगातार हार से भी नकारात्मकता आ जाती है। लेकिन, आप इससे सकारात्मकता से निपट सकते हैं। कहानी में रावण की तरह एक ज्ञानी व्यक्ति था लेकिन फिर भी उसने एक बड़ा पाप किया जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई। अगर आप सफलता चाहते हैं और बेहतर भविष्य चाहते हैं तो आपको अपने दानव को मारना होगा। बुराई रूपी रावण से लड़ने के कुछ उपाय:
- एक लक्ष्य निर्धारित करें जो आपको अनावश्यक कार्य करने से रोकेगा।
- नकारात्मक विचारों और लोगों से भी बचें।
- कभी भी किसी को जानबूझकर चोट न पहुंचाएं।
- आप शक्ति का दुरुपयोग न करें। इसके बजाय, लोगों के कल्याण के लिए इसका उपयोग करें।
- अपनी नकारात्मकता को दूर रखने के लिए, सकारात्मक विचारों को पढ़ें और सुनें।
- यदि आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो अपने आलस्य और टालमटोल की आदत से दूर रहें क्योंकि वे आपकी सफलता में बाधा डालने वाले सबसे बड़े दानव हो सकते हैं।
बैंकर्सअड्डा की तरफ से आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!!
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