राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण – 5 (National Family Health Survey (NFHS-5))
- सर्वेक्षण में भारत की राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रजनन क्षमता, शिशु एवं बाल मृत्यु दर, परिवार नियोजन की प्रथा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, प्रजनन स्वास्थ्य, पोषण, एनीमिया, स्वास्थ्य व परिवार नियोजन सेवाओं का उपयोग तथा गुणवत्ता आदि से संबंधित जानकारी प्रदान की गई है।
- NFHS-5 के दायरे को सर्वेक्षण के पहले दौर (NFHS-4) के संबंध में नए आयाम जोड़कर विस्तारित किया गया है जैसे – मृत्यु पंजीकरण, पूर्व-विद्यायी शिक्षा, बाल टीकाकरण के विस्तारित डोमेन, बच्चों के लिये सूक्ष्म पोषक तत्त्वों के घटक, मासिक धर्म स्वच्छता, शराब और तंबाकू के उपयोग की आवृत्ति, ग़ैर-संचारी रोगों (Non-communicable diseases (NCD)) के अतिरिक्त घटक, 15 वर्ष तथा उससे अधिक आयु के सभी लोगों में उच्च रक्तचाप व मधुमेह को मापने हेतु विस्तारित आयु सीमा।
- Key results from NFHS-5 National Report: NFHS-5 राष्ट्रीय रिपोर्ट के प्रमुख परिणाम- NFHS-4 (2015-16) से NFHS-5 (2019-21) तक की प्रगति
- NFHS-4 और NFHS-5 के मध्य राष्ट्रीय स्तर पर कुल प्रजनन दर (Total Fertility Rate (TFR)) 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है। भारत में केवल पांच राज्य हैं जो 2.1 प्रजनन क्षमता के प्रतिस्थापन स्तर (Replacement level of fertility) से ऊपर हैं। ये राज्य बिहार (2.98), मेघालय (2.91), उत्तर प्रदेश (2.35), और झारखंड (2.26) मणिपुर (2.17) हैं। अब देश में समग्र गर्भनिरोधक प्रसार दर (Contraceptive Prevalence Rate (CPR)) 54% से बढ़कर 67% हो गई है।
- पहली तिमाही में प्रसवपूर्व देखभाल (Antenatal care – ANC) दौरा करने वाली गर्भवती महिलाओं का अनुपात एनएफएचएस-4 और एनएफएचएस-5 के बीच 59% से बढ़कर 70%हो गया।
- भारत में संस्थागत जन्म (Institutional Births) 79% से बढ़कर 89% हो गया है।
- NFHS-5 में, NFHS-4 में 62 प्रतिशत की तुलना में 12-23 महीने की आयु के तीन-चौथाई (77%) से अधिक बच्चों का पूरी तरह से टीकाकरण किया गया था।
- NFHS-4 के 62% की तुलना में, NFHS-5 में 12-23 महीने की उम्र के तीन-चौथाई (77%) से अधिक बच्चों का पूर्ण टीकाकरण किया गया था।
- पिछले चार वर्षों से देश में पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग का स्तर 38 फीसदी से घटकर 36 फीसदी हो गया है।
- NFHS-5 सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में सतत् विकास लक्ष्य संकेतकों में समग्र सुधार दर्शाता है। यह दर्शाता है कि विवाहित महिलाएँ आमतौर पर तीन घरेलू निर्णयों में किस सीमा तक भाग लेती हैं और निर्णय लेने में उनकी भागीदारी अधिक है। घरेलू निर्णयों में खुद के लिये स्वास्थ्य देखभाल, प्रमुख घरेलू खरीदारी, अपने परिवार या रिश्तेदारों से मिलने जाने से संबंधित निर्णय शामिल है। निर्णय लेने में भागीदारी लद्दाख में 80% से लेकर नगालैंड और मिज़ोरम में 99% तक बढ़ जाती है।
- ग्रामीण (77%) और शहरी (81%) क्षेत्र में सीमांत अंतर पाया गया है। पिछले चार वर्षों में महिलाओं के पास बैंक या बचत खाता होने का प्रचलन 53% से बढ़कर 79% हो गया है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण – 6 (National Family Health Survey (NFHS-6))
- NFHS-6, जिसे 2023-24 के दौरान आयोजित किया जाना है, में निम्नलिखित विभिन्न नए क्षेत्रों को शामिल करने का प्रस्ताव है:
- NFHS-6, जिसे 2023-24 के दौरान आयोजित किया जाना है, में निम्नलिखित विभिन्न नए क्षेत्रों को शामिल करने का प्रस्ताव है:
- “कोविड -19 अस्पताल में भर्ती और संकट वित्तपोषण, कोविड -19 टीकाकरण, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (Director Benefit Transfers (DBT)), प्रवासन, स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग– स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र, स्वास्थ्य बीमा/ स्वास्थ्य वित्त-पोषण, डिजिटल साक्षरता, परामर्श गर्भपात के बाद परिवार नियोजन और परिवार नियोजन के नए तरीकों के तहत प्रोत्साहन, परिवार नियोजन कार्यक्रम की गुणवत्ता, मासिक धर्म स्वच्छता, वैवाहिक पसंद, स्वास्थ्य जागरूकता और ज़रूरतों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दौरा, स्तनपान के दौरान आंगनवाड़ी/एकीकृत बाल विकास योजना केंद्र (Integrated Child Development Services (CDS) centre) से पूरक पोषण, रक्त आधान (Blood transfusion) (महीना और वर्ष), महिलाओं में वित्तीय समावेशन, एनीमिया का ज्ञान, हेपेटाइटिस B एंड C, सिफलिस आदि।
- NFHS-6, NSO के अर्बन फ्रेम सर्वे (Urban Frame Survey (UFS, 2012-17)) और शहरी क्षेत्र के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation (MoSPI)) को सैंपलिंग फ्रेम के रूप में अपनाएगा।
ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी (Rural Health Statistics (RHS)) प्रकाशन
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health & Family Welfare (MoHFW)) वर्ष 1992 से ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी (Rural Health Statistics (RHS)) प्रकाशन प्रकाशित कर रहा है, जिसमें प्रत्येक वर्ष 31 मार्च को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में उपलब्ध मानव संसाधन और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे से संबंधित महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण ज़ानकारी होती है।
- नई आवश्यकता के आधार पर समय-समय पर प्रकाशन के प्रारूप में परिवर्तन किया गया है। वर्ष 2018-19 के बाद से शहरी स्वास्थ्य घटकों के संबंध में डेटा को भी प्रकाशन में शामिल किया गया है।
Also Check:
- GA Topper Series: 24rd June 2022
- GA Topper Series: 23rd June 2022
- GA Topper Series: RBI Annual Report in Hindi
- GK Questions for GK Questions
कमेंट सेक्शन में निम्नलिखित अपेक्षित प्रश्नों के उत्तर दें-
Q1. अर्बन फ्रेम सर्वे का प्रकाशन कौन करता है ?
Q2. ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी कौन प्रकाशित करता है?
Q3. कितने राज्यों में कुल प्रजनन दर (Total Fertility Rate (TFR)) प्रतिस्थापन स्तर से ऊपर है?