खेल
भारत अक्टूबर 2025 में 28वीं एशियाई टीटी टीम चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा
भारत 28वीं आईटीटीएफ-एटीटीयू एशियन टेबल टेनिस टीम चैम्पियनशिप का आयोजन 11 से 15 अक्टूबर, 2025 तक भुवनेश्वर, ओडिशा में करेगा। यह प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता पुरुष और महिला टीम मुकाबलों में शीर्ष स्तर का प्रदर्शन पेश करेगी और साथ ही 2026 आईटीटीएफ वर्ल्ड टीम चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफायर का काम करेगी। प्रत्येक श्रेणी की शीर्ष 13 टीमें वैश्विक टूर्नामेंट में जगह बनाएंगी। यह आयोजन भारतीय टेबल टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और भुवनेश्वर को भारत की उभरती खेल राजधानी के रूप में स्थापित करता है।
भारत ने विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की कंपाउंड तीरंदाजी में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता
भारत ने 7 सितम्बर 2025 को ग्वांग्जू, दक्षिण कोरिया में आयोजित विश्व तीरंदाज़ी चैंपियनशिप में पुरुषों की कंपाउंड टीम स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। रोमांचक फाइनल में भारतीय त्रयी ऋषभ यादव, अमन सैनी और पृथमेश फुगे ने फ्रांस को 235–233 से मात दी। यह उपलब्धि भारतीय कंपाउंड तीरंदाज़ी के लिए मील का पत्थर साबित हुई।
2025 यूएस ओपन टेनिस चैंपियनशिप की विजेताओं की सूची
यूएस ओपन 2025, जो टेनिस कैलेंडर का अंतिम ग्रैंड स्लैम है, रोमांचक मुकाबलों, रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शनों और भावनात्मक जीतों के साथ संपन्न हुआ। न्यूयॉर्क के आर्थर ऐश स्टेडियम में आयोजित इस टूर्नामेंट ने एक बार फिर साबित किया कि यह दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिताओं में से एक है। इस वर्ष के संस्करण में कार्लोस अल्कारेज़ ने अपनी बादशाहत को दोबारा स्थापित किया, आर्यना सबालेंका ने लगातार दूसरी बार खिताब जीतकर इतिहास रचा, और डबल्स व मिक्स्ड डबल्स में भी रोमांचक परिणाम देखने को मिले।
राष्ट्रीय
कमजोर मांग से जुलाई में कोयला आयात घटा
जुलाई 2025 में भारत का कोयला आयात 21.08 मिलियन टन (MT) रहा, जो पिछले वर्ष जुलाई 2024 के 25.23 एमटी की तुलना में 16.4% की गिरावट दर्शाता है। यह कमी मुख्य रूप से मानसून के दौरान कमजोर मांग और घरेलू स्तर पर पर्याप्त भंडारण के कारण हुई है। यह आंकड़े एमजंक्शन सर्विसेज (टाटा स्टील और सेल की संयुक्त इकाई) द्वारा जारी किए गए।
भारत ने हाई-स्पीड सड़क नेटवर्क के लिए 125 अरब डॉलर की योजना का अनावरण किया
भारत ने अपने अब तक के सबसे महत्वाकांक्षी अवसंरचना कार्यक्रमों में से एक की घोषणा की है। सरकार ₹11 लाख करोड़ (लगभग $125 अरब) का निवेश करके 2033 तक देश के हाई-स्पीड रोड नेटवर्क को पाँच गुना बढ़ाएगी। यह परियोजना सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के नेतृत्व में पूरी होगी। इसके अंतर्गत 17,000 किमी एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा, जिससे लॉजिस्टिक लागत कम होगी और आर्थिक कनेक्टिविटी तेज़ होगी।
साइंस
रूस ने आशाजनक परीक्षण परिणामों के बाद कोलन कैंसर का टीका पेश किया
रूस की फेडरल मेडिकल बायोलॉजिकल एजेंसी (FMBA) ने घोषणा की है कि उसका कोलन कैंसर (बृहदान्त्र कैंसर) का टीका अब उपयोग के लिए तैयार है। यह घोषणा 10वें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF), व्लादिवोस्तोक (3–6 सितम्बर 2025) में की गई। यह कैंसर इम्यूनोथेरेपी में एक महत्वपूर्ण कदम है, विशेषकर कोलोरेक्टल कैंसर के लिए, जो विश्वभर में सबसे अधिक पाए जाने वाले कैंसरों में से एक है।
समझौता
PNB ने विकास को बढ़ावा देने हेतु राजस्थान के साथ ₹21,000 करोड़ के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
राज्य स्तरीय विकास को बढ़ावा देने के लिए पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने राजस्थान सरकार के साथ ₹21,000 करोड़ का समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया है। यह साझेदारी राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) पहल के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME), महिला उद्यमिता, और डिजिटल वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करना है।
विविध
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण में क्या अंतर है?
आकाश हमें अक्सर मनमोहक घटनाओं से चकित करता है, और ग्रहण उनमें से सबसे रोचक घटनाओं में गिने जाते हैं। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों तभी होते हैं जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा विशेष ढंग से एक सीध में आ जाते हैं। हालांकि इन दोनों घटनाओं में वही तीन खगोलीय पिंड शामिल होते हैं, फिर भी ये एक-दूसरे से बिल्कुल अलग दिखते हैं और अलग ढंग से अनुभव किए जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने दिया इस्तीफा, जानें वजह
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा आने वाले दिनों में अपना पद छोड़ देंगे। सत्तारूढ़ पार्टी में विभाजन से बचने के जापानी पीएम ने ये फैसला किया है। इस बात की जानकारी सामने आने के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में नई राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई है। जापान में इसी साल जुलाई में उच्च सदन के लिए हुए चुनाव हुआ था। इसमें हार के बाद इशिबा को सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के भीतर आलोचना का सामना करना पड़ा है।
102 वर्ष की उम्र में माउंट फुजी पर चढ़े जापान के कोकिचि अकुज़ावा
जापान के सबसे ऊँचे और प्रतीकात्मक पर्वत माउंट फ़ूजी (3,776 मीटर) पर 102 वर्षीय कोकिची अकुज़ावा (Kokichi Akuzawa) ने 5 अगस्त 2025 को सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी कर ली। इस उपलब्धि को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने मान्यता दी है, जिससे यह साबित हुआ कि उम्र कभी भी संकल्प और हिम्मत के सामने बाधा नहीं बन सकती।
महत्वपूर्ण दिवस
Grandparents Day 2025: कैसे हुई ग्रैंड पैरेंट्स डे मनाने की शुरुआत, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
ग्रैंड पैरेंट्स डे 2025 रविवार, 7 सितंबर को मनाया गया और इसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और भारत में मनाया जाता है। यह हमेशा लेबर डे के बाद पहला रविवार आता है। हालांकि यह एक संघीय अवकाश नहीं है, यह एक व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त अवसर है जो दादा-दादी और उनके पोते-पोतियों के बीच के अनूठे बंधन का जश्न मनाता है।
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस 2025: थीम, महत्व और इतिहास
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस, जिसे विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 8 सितंबर को स्वास्थ्य, गतिशीलता और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में फिजियोथेरेपिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका के सम्मान में मनाया जाता है। 1996 में विश्व फिजियोथेरेपी द्वारा शुरू किया गया यह वैश्विक जागरूकता दिवस इस बात पर प्रकाश डालता है कि फिजियोथेरेपी कैसे शारीरिक कार्यक्षमता में सुधार करती है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।
नियुक्ति
आलिया भट्ट लेवीज़ की ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर बनीं
वैश्विक फैशन प्रभाव और सांस्कृतिक जुड़ाव को मिलाते हुए, लेवीज़ ने बॉलीवुड स्टार आलिया भट्ट को अपना नया वैश्विक ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। यह सहयोग केवल सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि डेनिम फैशन में एक रणनीतिक बदलाव का संकेत देता है, जो दर्शाता है कि युवा पीढ़ियाँ अब स्टाइल-प्रेरित और आराम-प्रथम (comfort-first) फिट्स के ज़रिए खुद को व्यक्त करना चाहती हैं।
पुस्तक-लेखक
अरुंधति रॉय की संस्मरणात्मक पुस्तक ‘मदर मैरी कम टू मी’ का विमोचन
अरुंधति रॉय, जिन्हें उनके बुकर पुरस्कार विजेता उपन्यास The God of Small Things के लिए सबसे अधिक जाना जाता है, वर्ष 2025 में एक गहराई से व्यक्तिगत संस्मरण Mother Mary Comes to Me लेकर लौटी हैं। 2 सितंबर को प्रकाशित यह 374 पन्नों की कृति उतनी ही साहसिक है जितनी काव्यात्मक। इसमें रॉय ने अपनी माँ मैरी रॉय – एक प्रख्यात शिक्षाविद् और महिला अधिकारों की प्रखर समर्थक – के साथ अपने जीवनभर के रिश्ते का आत्मीय विवरण प्रस्तुत किया है।