नाम :नीरज सन्याल
राज्य : हिमाचलप्रदेश
चयनित हुआ : Canara Bank PO, Himachal Pradesh Grameen bank
PO, Canara Bank Clerk
PO, Canara Bank Clerk
मैं वर्तमान में पिछले 4 वर्षों से
चंडीगढ़ में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम कर रहा हूं। चूकी मै पहले से ही काम कर रहा था तो बैंक की तैयारी करना मेरे लिए एक
आकस्मिक निर्णय था. मैंने 2014 जनवरी में
तैयारी शुरू कर दी थी. उस
समय, मेरे रूम-पार्टनर का पीएनबी पीओ(PNB-PO) के रूप में चयन हो गया था। उस समय से मैंने
अपनी बैंकिंग की तैयारी को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और 2014 में
एसबीआई क्लर्क(SBI-CLERK)परीक्षा
पास की लेकिन मैं इसके साक्षात्कार की अंतिम लिस्ट में अपनी जगह नही बना पाया. (उस
समय, लिपिक परीक्षाओं में साक्षात्कार आयोजित किए गए थे).
चंडीगढ़ में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम कर रहा हूं। चूकी मै पहले से ही काम कर रहा था तो बैंक की तैयारी करना मेरे लिए एक
आकस्मिक निर्णय था. मैंने 2014 जनवरी में
तैयारी शुरू कर दी थी. उस
समय, मेरे रूम-पार्टनर का पीएनबी पीओ(PNB-PO) के रूप में चयन हो गया था। उस समय से मैंने
अपनी बैंकिंग की तैयारी को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और 2014 में
एसबीआई क्लर्क(SBI-CLERK)परीक्षा
पास की लेकिन मैं इसके साक्षात्कार की अंतिम लिस्ट में अपनी जगह नही बना पाया. (उस
समय, लिपिक परीक्षाओं में साक्षात्कार आयोजित किए गए थे).
मुझे बहुत निराशा
हुई और मैंने बैंक परीक्षाओं की तैयारी करना छोड़ दिया और मैने अपनी नौकरी पर
ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया और मैंने अपनी बैंकिंग की पुस्तकों को 1 साल
से अधिक समय तक नहीं छुआ. अगस्त 2015 में, मेरे सबसे अच्छे
दोस्त ने मुझे फिर से तैयारी शुरू करने के लिए प्रेरित किया, मैंने
फिर से पढ़ना शुरू कर दिया, लेकिन 2015 में कोई भी
परीक्षा पास नहीं की. उस समय के दौरान केनरा बैंक में मेरे दो दोस्तों का चयन क्लर्क
पद पर हुआ. फिर, मैं निराश हो गया. मैं परीक्षा में पास होने के
लिए और अधिक दृढ़ मन बना लिया लेकिन साथ ही, मुझे अपनी नौकरी
में भी अधिक जिम्मेदारियां मिलीं जिससे मुझे तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं मिलता था.
मैंने देर रात 2 बजे तक तैयारी शुरू कर दी और दिन में ऑफिस जाने
लगा. वर्ष 2016
में,
मैं
एसबीआई क्लर्क और पीओ की तैयारी करना शुरू किया. लेकिन दोनों परीक्षाओं का स्वरूप
पूरी तरह से बदल दिया गया और इसने मुझे चौंका दिया. मैंने क्लर्क और पीओ दोनों के
प्रीलिम्स को पास किया लेकिन मुख्य परीक्षा में असफल रहा. मैं एसबीआई परीक्षा के अनुभव
से आईबीपीएस परीक्षाओं के लिए और अधिक सतर्क हो गया.
हुई और मैंने बैंक परीक्षाओं की तैयारी करना छोड़ दिया और मैने अपनी नौकरी पर
ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया और मैंने अपनी बैंकिंग की पुस्तकों को 1 साल
से अधिक समय तक नहीं छुआ. अगस्त 2015 में, मेरे सबसे अच्छे
दोस्त ने मुझे फिर से तैयारी शुरू करने के लिए प्रेरित किया, मैंने
फिर से पढ़ना शुरू कर दिया, लेकिन 2015 में कोई भी
परीक्षा पास नहीं की. उस समय के दौरान केनरा बैंक में मेरे दो दोस्तों का चयन क्लर्क
पद पर हुआ. फिर, मैं निराश हो गया. मैं परीक्षा में पास होने के
लिए और अधिक दृढ़ मन बना लिया लेकिन साथ ही, मुझे अपनी नौकरी
में भी अधिक जिम्मेदारियां मिलीं जिससे मुझे तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं मिलता था.
मैंने देर रात 2 बजे तक तैयारी शुरू कर दी और दिन में ऑफिस जाने
लगा. वर्ष 2016
में,
मैं
एसबीआई क्लर्क और पीओ की तैयारी करना शुरू किया. लेकिन दोनों परीक्षाओं का स्वरूप
पूरी तरह से बदल दिया गया और इसने मुझे चौंका दिया. मैंने क्लर्क और पीओ दोनों के
प्रीलिम्स को पास किया लेकिन मुख्य परीक्षा में असफल रहा. मैं एसबीआई परीक्षा के अनुभव
से आईबीपीएस परीक्षाओं के लिए और अधिक सतर्क हो गया.
संघर्ष के आखिरी दिन बहुत
कठिन थे क्योंकि मुझे 8 घंटे के लिए ऑफिस जाना पड़ता था और 4 घंटे
के लिए साक्षात्कार की कक्षाएं भी करनी पड़ती थी. मैं ठीक से सो नहीं पाता था (4-5
घंटे
प्रति दिन ही सो पाता था) लेकिन अंततः अच्छी खबर आई, पहली और दूसरी खबर
10 मार्च
2017 को और तीसरी 1 अप्रैल
2017 को आई. यह संघर्ष बहुत कठिन था क्योंकि मैं अपने उच्च वेतन, उच्च
कार्यवाहक सॉफ्टवेयर डेवलपर नौकरी और बैंकिंग परीक्षा के बीच प्रबंध कर रहा था.
लेकिन अंततः कड़ी मेहनत रंग लाई और मुझे तीन पदों पर चुना गया. मेरे अच्छे दोस्त,
Bankersadda, Adda247 और मेरे शिक्षकों ने मेरी बहुत मदद की. उन्होंने
मेरे जीवन के हर पहलु पर मेरा साथ दिया. उनके प्रति कृतज्ञता
व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है.
कठिन थे क्योंकि मुझे 8 घंटे के लिए ऑफिस जाना पड़ता था और 4 घंटे
के लिए साक्षात्कार की कक्षाएं भी करनी पड़ती थी. मैं ठीक से सो नहीं पाता था (4-5
घंटे
प्रति दिन ही सो पाता था) लेकिन अंततः अच्छी खबर आई, पहली और दूसरी खबर
10 मार्च
2017 को और तीसरी 1 अप्रैल
2017 को आई. यह संघर्ष बहुत कठिन था क्योंकि मैं अपने उच्च वेतन, उच्च
कार्यवाहक सॉफ्टवेयर डेवलपर नौकरी और बैंकिंग परीक्षा के बीच प्रबंध कर रहा था.
लेकिन अंततः कड़ी मेहनत रंग लाई और मुझे तीन पदों पर चुना गया. मेरे अच्छे दोस्त,
Bankersadda, Adda247 और मेरे शिक्षकों ने मेरी बहुत मदद की. उन्होंने
मेरे जीवन के हर पहलु पर मेरा साथ दिया. उनके प्रति कृतज्ञता
व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है.
धन्यवाद
नीरज सन्याल
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