निर्देश (1-5): नीचे दिए गए परिच्छेद में कुछ रिक्त स्थान छोड़
दिए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न संख्या में दर्शाया गया है। ये संख्याएँ परिच्छेद के
नीचे मुद्रित हैं और प्रत्येक के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) विकल्प दिए गए हैं। इन पांचों में से कोई एक इस रिक्त स्थान
को पूरे परिच्छेद के संदर्भ में उपयुक्त ढंग से पूरा कर देता है। आपको वह विकल्प
ज्ञात करना है, और उसका क्रमांक ही
उत्तर के रूप में दर्शाना है। दिए गए शब्द में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन करना
है।
दिए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न संख्या में दर्शाया गया है। ये संख्याएँ परिच्छेद के
नीचे मुद्रित हैं और प्रत्येक के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) विकल्प दिए गए हैं। इन पांचों में से कोई एक इस रिक्त स्थान
को पूरे परिच्छेद के संदर्भ में उपयुक्त ढंग से पूरा कर देता है। आपको वह विकल्प
ज्ञात करना है, और उसका क्रमांक ही
उत्तर के रूप में दर्शाना है। दिए गए शब्द में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन करना
है।
समय के साथ–साथ जीवन के मूल्य
एवं (1) भी बदलते रहते हैं। मध्यकालीन संसार में जो सत्य
था, नैतिकतापूर्ण था, युक्तियुक्त था, आज वह वैसा नहीं है। प्राचीन (2) की पवित्रता पर समय की धूल जम गई है। प्रयोग ने
उसे दुर्लभ बना दिया है और संसार में उत्पन्न नवीन परिस्थितियों ने उसे असामाजिक
और अनुपयुक्त ठहरा दिया है। इसमें न तो आश्चर्यचकित होने का कोई कारण है और न
निराश होने का। प्रत्येक युग का (3) नया होता है और प्रत्येक युग में सत्य नये परिधान
में सामने आता है। उससे अस्मित होने की बजाय उसका स्वागत करना ही श्रेयस्कर और
लाभदायक होता है। आधुनिक युग में जो अनेक मौलिक परिवर्तन हुए हैं, उनमें प्रमुख है सम्पत्ति–धारण की विचारधारा। आज तक (4) का स्वामित्व–व्यक्तियों या परिवारों के हाथ में था, अधिक से अधिक यह होता था कि कुछ व्यक्ति या
परिवार मिलकर किसी उद्योग की स्थापना कर लेते थे, लेकिन ऐसे उद्योगों में प्रत्येक व्यक्ति अथवा
परिवार अपने–अपने भाग का स्वामी
होता था। आज इस धारणा के बिल्कुल विपरीत एक नई धरणा जागृत हो गई है कि संपत्ति पर
व्यक्ति का नहीं, राष्ट्र का अधिकार
होना चाहिए। उद्योग–धंधो और कृषि का
संचालन एवं नियंत्रण राष्ट्रीय सरकार को करना चाहिए। उससे होने वाला लाभ कुछ गिने–चुने व्यक्तियों की तिजोरी का (5) न बनकर समूचे राष्ट्र में बसने वाले नागरिकों के
हितार्थ प्रयोग में लगाया जाना चाहिए।
एवं (1) भी बदलते रहते हैं। मध्यकालीन संसार में जो सत्य
था, नैतिकतापूर्ण था, युक्तियुक्त था, आज वह वैसा नहीं है। प्राचीन (2) की पवित्रता पर समय की धूल जम गई है। प्रयोग ने
उसे दुर्लभ बना दिया है और संसार में उत्पन्न नवीन परिस्थितियों ने उसे असामाजिक
और अनुपयुक्त ठहरा दिया है। इसमें न तो आश्चर्यचकित होने का कोई कारण है और न
निराश होने का। प्रत्येक युग का (3) नया होता है और प्रत्येक युग में सत्य नये परिधान
में सामने आता है। उससे अस्मित होने की बजाय उसका स्वागत करना ही श्रेयस्कर और
लाभदायक होता है। आधुनिक युग में जो अनेक मौलिक परिवर्तन हुए हैं, उनमें प्रमुख है सम्पत्ति–धारण की विचारधारा। आज तक (4) का स्वामित्व–व्यक्तियों या परिवारों के हाथ में था, अधिक से अधिक यह होता था कि कुछ व्यक्ति या
परिवार मिलकर किसी उद्योग की स्थापना कर लेते थे, लेकिन ऐसे उद्योगों में प्रत्येक व्यक्ति अथवा
परिवार अपने–अपने भाग का स्वामी
होता था। आज इस धारणा के बिल्कुल विपरीत एक नई धरणा जागृत हो गई है कि संपत्ति पर
व्यक्ति का नहीं, राष्ट्र का अधिकार
होना चाहिए। उद्योग–धंधो और कृषि का
संचालन एवं नियंत्रण राष्ट्रीय सरकार को करना चाहिए। उससे होने वाला लाभ कुछ गिने–चुने व्यक्तियों की तिजोरी का (5) न बनकर समूचे राष्ट्र में बसने वाले नागरिकों के
हितार्थ प्रयोग में लगाया जाना चाहिए।
Q1.
(a) समाज
(b) परिवेश
(c) आदर्श
(d) वातावरण
(e) इनमें से कोई नहीं
Q2.
(a) सत्य
(b) असत्य
(c) साहित्य
(d) इतिहास
(e) इनमें से कोई नहीं
Q3.
(a) समाज
(b) साहित्य
(c) परिवेश
(d) परिस्थिति
(e) इनमें से कोई नहीं
Q4.
(a) जमीन
(b) सोना
(c) सम्पत्ति
(d) स्त्री
(e) इनमें से कोई नहीं
Q5.
(a) श्रृंगार
(b) आकार
(c) रूप
(d) अधिकार
(e) इनमें से कोई नहीं
निर्देश (6-10): नीचे दिए गए प्रश्नों में पांच-पांच शब्द
हैं, जिनमें एक अथवा दो स्थान रिक्त हैं। प्रत्येक प्रश्न के
नीचे (a), (b), (c), (d) में दिए गए अक्षरों में से किसी एक
अक्षर को भरने से पांचों अर्थवान शब्द बन जाएंगे। वही क्रमांक आपका उत्तर होगा।
यदि एक भी अर्थवान शब्द नहीं बनता है, तो आपका उत्तर (e)
अर्थात् ‘इनमें से कोई नहीं होगा’।
हैं, जिनमें एक अथवा दो स्थान रिक्त हैं। प्रत्येक प्रश्न के
नीचे (a), (b), (c), (d) में दिए गए अक्षरों में से किसी एक
अक्षर को भरने से पांचों अर्थवान शब्द बन जाएंगे। वही क्रमांक आपका उत्तर होगा।
यदि एक भी अर्थवान शब्द नहीं बनता है, तो आपका उत्तर (e)
अर्थात् ‘इनमें से कोई नहीं होगा’।
Q6.
|
पा
|
ण
|
×
|
×
|
|
त
|
×
|
×
|
×
|
×
|
×
|
पा
|
लु
|
×
|
×
|
×
|
|
पा
|
|
शा
|
नु
|
×
|
×
|
(a)
मा
मा
(b) सा
(c) पा
(d) कृ
(e) इनमें
से कोई नहीं
से कोई नहीं
Q7.
×
|
अ
|
|
रा
|
ग
|
अ
|
|
ग
|
म
|
न
|
अ
|
|
सा
|
र
|
×
|
अ
|
|
व
|
र्ती
|
×
|
अ
|
|
क
|
म्
|
पा
|
(a) न
(b) नु
(c) प
(d) कु
(e) इनमें
से कोई नहीं
से कोई नहीं
Q8.
अ
|
|
ष्
|
ट
|
×
|
अ
|
|
र्मे
|
ष
|
×
|
अ
|
|
वा
|
र्य
|
×
|
अ
|
व
|
|
×
|
×
|
अ
|
व
|
|
कृ
|
त
|
(a)
नि
नि
(b) नी
(c)
कृ
कृ
(d) क
(e) इनमें से कोई नहीं
Q9.
अ
|
|
मा
|
न
|
×
|
×
|
अ
|
नु
|
|
म
|
अ
|
|
य
|
श
|
×
|
अ
|
|
रा
|
ह्र
|
×
|
अ
|
|
व्
|
य
|
य
|
(a) व
(b) का
(c) प
(d) पा
(e) इनमें
से कोई नहीं
से कोई नहीं
Q10.
×
|
×
|
त
|
|
शा
|
×
|
×
|
|
चि
|
स
|
|
मा
|
×
|
×
|
×
|
|
कु
|
ल
|
×
|
×
|
×
|
×
|
|
सि
|
क
|
(a) म
(b) का
(c) सि
(d) मा
(e) इनमें
से कोई नहीं
से कोई नहीं
निर्देश (11-15): निम्नलिखित पांच में से चार समानार्थी शब्द हैं।
जिस क्रमांक में इनसे भिन्न शब्द दिया गया है, वही आपका उत्तर है।
जिस क्रमांक में इनसे भिन्न शब्द दिया गया है, वही आपका उत्तर है।
Q11.
(a) आत्मजा
(b) तनय
(c) तनुजा
(d) दुहिता
(e) लाडली
Q12.
(a) श्रेय
(b) सुकृत
(c) वृजिन
(d) वृष
(e) धर्म
Q13.
(a) प्रार्थना
(b) विनती
(c) विनय
(d) वाक्
(e) वंदना
Q14.
(a) सत्वर
(b) अनृत
(c) तथ्य
(d) नृत
(e) ऋतू
Q15.
(a) भानु
(b) भास्कर
(c) सविता
(d) अंशुमाली
(e) हिरण्य
हल
S1. Ans. (c)
S2. Ans. (a)
S3. Ans. (c)
S4. Ans. (b)
S5. Ans. (a)
S6. Ans. (d)
S7. Ans. (b)
S8. Ans. (a)
S9. Ans. (c)
S10. Ans. (d)
S11. Ans. (b)
Sol. ‘तनय’ पुत्र का पर्यायवाची है, जबकि अन्य शब्द ‘पुत्री’ के पर्यायवाची हैं
S12. Ans. (c)
Sol. ‘वृजिन’ का प्रयोग पाप के अर्थ में किया जाता है जबकि अन्य
शब्द ‘पुण्य’ के पर्यायवाची हैं
शब्द ‘पुण्य’ के पर्यायवाची हैं
S13. Ans. (d)
Sol. ‘वाक्’ का प्रयोग विद्या की देवी सरस्वती के लिये किया जाता
है जबकि अन्य शब्द ‘स्तुति’ के पर्यायवाची हैं
है जबकि अन्य शब्द ‘स्तुति’ के पर्यायवाची हैं
S14. Ans. (a)
Sol. ‘सत्वर’ का प्रयोग जल्दी के अर्थ में किया जाता है, जबकि
अन्य शब्द ‘सत्य’ के पर्यायवाची हैं
अन्य शब्द ‘सत्य’ के पर्यायवाची हैं
S15. Ans. (e)
Sol. ‘हिरण्य’ का अर्थ है स्वर्ण जबकि अन्य शब्द ‘सूर्य’ के
पर्यायवाची हैं
पर्यायवाची हैं