World Elephant Day 2022 in Hindi: ‘विश्व हाथी दिवस यानी वर्ल्ड एलिफेंट डे’ प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को मनाया जाता है। एलिफेंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन और फिल्म निर्माताओं पेट्रीसिया सिम्स और माइकल क्लार्क द्वारा साल 2011 में इस दिवस को मनाने का फैसला किया गया। हाथी धरती पर पाया जाने वाला सबसे प्यारा और विशाल जानवर माना जाता है। हाथी हमेशा से राजसी ठाट-बाट का तो प्रतीक था ही साथ ही इसे युद्ध से लेकर बारात, जुलूस में भी इसे शामिल किया जाता था। हाथी सबसे शांत जानवरों में से एक माना जाता है।
World Elephant Day 2022: उद्देश्य (Objective)
- विश्व हाथी दिवस मनाने का उद्देश्य हाथियों के लुत्प हो रही संख्या, उसके कारणों की ओर लोगों का ध्यान खींचना है। साथ ही उनके संरक्षण के उपायों, पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और गैर कानूनी तस्करी रोकने की ओर भी प्रयास करने के लिए प्रेरित करना है।
World Elephant Day 2022: इतिहास (History)
- विश्व हाथी दिवस की शुरुआत कनाडा के दो फिल्म निर्माताओं, कैनाज़वेस्ट पिक्चर्स के पेट्रीसिया सिम्स और माइकल क्लार्क तथा थाईलैंड के एलीफैंट री-इंट्रोडक्शन फाउंडेशन के जनरल सेक्रेटरी सिवपोर्न डार्डरांडा (Sivaporn Dardaraanda) द्वारा एक पहल के रूप में की गई थी। पहला विश्व हाथी दिवस 12 अगस्त, 2012 को मनाया गया था।
- भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 (Wildlife Protection Act of India, 1972) में हाथियों को सर्वोच्च दर्जा दिया गया है। भारत में हाथियों की गिनती आखिरी बार 2017 में हुई थी। उस वक्त भारत में हाथियों की कुल संख्या 30 हजार थी, पर जैसे-जैसे साल आगे बढ़ रहा है इस संख्या में कमी आ रही है। जिस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
World Elephant Day 2022: महत्व (Significance)
- अवैध शिकार, हैबिटेट का नुकसान और मानव-पशु संघर्ष कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें हाथियों को झेलना पड़ता है। अफ्रीकी हाथियों को ‘अतिसंवेदनशील (Vulnerable)’ और एशियाई हाथियों को ‘लुप्तप्राय (Endangered)’ के रूप में इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की ख़तरे वाली प्रजातियों की लाल सूची में सूचीबद्ध किया गया है।
हाथी क्यों हैं जरूरी? (Why are elephants important?)
- हाथी विश्व के लिए बहुत ही जरूरी प्राणी है। हाथी जंगल में रहने वाले दूसरे वन्यजीव के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- हाथी झुंड में चलते हैं जिससे घने जंगलों में रास्ता बनते जाता है जो दूसरे जानवरों के लिए बहुत मददगार होता है।
- एशियाई हाथियों की वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक भारत में है। वर्तमान में देश के 14 राज्यों में लगभग 65000 वर्ग किलोमीटर में हाथियों के लिए 30 वन क्षेत्र सुरक्षित हैं।
- लेकिन हाल-फिलहाल जितनी तेजी से मानव हाथी संघर्ष की घटनाएं हुई हैं, वह चिंता का विषय है। हाथियों की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि वन विभाग, गैर सरकारी संस्थाएं और पर्यावरण प्रेमियों द्वारा सामूहिक रूप से इनके संरक्षण का कार्यक्रम चलाया जाए।
More Links:
- International Youth Day 2022
- International Day of the World’s Indigenous People 2022
- Nagasaki Day 2022
Latest Notifications:
Latest Notifications: