IBPS PO Prelims Cut Off Trend (2020-2023)
उम्मीदवारों को IBPS PO प्रीलिम्स परीक्षा को पास करने के लिए सैक्शनल कट ऑफ के साथ-साथ ओवरऑल कट ऑफ को भी क्लियर करना होगा, इसलिए उम्मीदवारों को दोनों कट-ऑफ को क्लियर करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए.
उम्मीदवार नीचे दी गई टेबल में IBPS द्वारा वर्ष 2020, 2021, 2022, & 2023 के लिए जारी कट-ऑफ को चेक कर सकते है. IBPS PO प्रीलिम्स परीक्षा में 100 अंकों का एग्जाम होता है, इसलिए दी गई कट-ऑफ 100 में से है.
IBPS PO Prelims Cut Off Trend of Last 4 Years |
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Category | 2023 | 2022 | 2021 | 2020 |
GEN | 54.25 | 49.75 | 50.50 | 58.75 |
SC | 49.50 | 46.75 | 44.50 | 51 |
ST | 43 | 40.50 | 38 | 43.5 |
OBC-NCL | 54.25 | 49.75 | 50.50 | 58.50 |
EWS | 54.25 | 49.75 | 50.50 | 57.75 |
HI | 21.75 | 17.50 | 20.75 | 19.75 |
OC | 42.50 | 32.75 | 42 | 46 |
VI | 39 | 24.75 | 37 | 54.25 |
ID | 20.25 | 19.75 | 20.75 | 21.75 |
Factors That Decide the IBPS PO Prelims Cut Off
IBPS PO प्रीलिम्स कट ऑफ निर्धारित करने के कई फैक्टर हैं, उम्मीदवारों को इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि परीक्षा से पहले कट ऑफ तय नहीं की जाती है, नीचे IBPS PO प्रीलिम्स कट ऑफ निर्धारित करने के कुछ महत्वपूर्ण फैक्टर दिए गए है, जिसे उम्मीदवारों को देख लेना चाहिए.
- Number of Vacancies: कटऑफ IBPS द्वारा IBPS PO भर्ती के लिए जारी की गई रिक्तियों की संख्या को प्रभावित करती है। रिक्तियों में वृद्धि या कमी कट-ऑफ में उतार-चढ़ाव पर प्रभाव डाल सकती है।
- Level Of Difficulty: दूसरा फैक्टर परीक्षाओं का कठिनाई स्तर देखकर तय होती है। जब परीक्षा आसान लगने लगे, तो कट-ऑफ बढ़ जाती है, और साथ ही परीक्षा जितनी कठिन होगी तो भर्ती बोर्ड द्वारा कट-ऑफ उतनी ही कम जारी की जाएगी।
- A number of candidates परीक्षा में उपस्थित अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर.