बैंकिंग परीक्षाओं में सामान्य जागरूकता के खंड में बैंकिंग जागरूकता, स्थैतिक जीके और कर्रेंट अफेयर्स जैसे कई खंड शामिल हैं. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपने देखा होगा कि सामान्य जागरूकता के खंड में बैंकिंग जागरूकता और स्थैतिक जागरूकता के पूछे गए प्रश्न केवल कर्रेंट अफेयर्स पर आधारित हैं. स्थैतिक और बैंकिंग जागरूकता पर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न देशों, घटनाओं या हाल ही की खबरों से संबंधित हैं. जीए खंड के अतिरिक्त, वर्तमान समाचारों का उत्कृष्ट ज्ञान आपकी पीआई (व्यक्तिगत साक्षात्कार) में मदद करेगा ताकि आप साक्षात्कारकर्ता के सरल प्रश्नों के उत्तर देने में कोई गड़बड़ी न करें. आपको शीर्ष घटनाओं से परिचित कराने हेतु दैनिक जीके अपडेट दिया गया है, जिसमें आज की सुर्खियाँ दी गई है !!
- PMJDYअगस्त 2014 में लॉन्च की गयी थी.
- PMJDY योजना का पहला चरण बुनियादी बैंक खातों और RuPay डेबिट कार्ड खोलने पर केंद्रित है, जिसमें एक लाख रुपये का अंतर्निहित दुर्घटना बीमा कवर भी शामिल है
ii. समलैंगिकता को आपराधिक घोषित कने वाला धारा 377, 1862 कानून क्या है ?
ii. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पेओ और रक्षा सचिव जेम्स मैटिस के साथ बातचीत की.
4. भारत-अमेरिका 2+2 वार्ता: भारत-अमेरिका ने COMCASA पर हस्ताक्षर किये
5.तेलंगाना कैबिनेट ने विधानसभा को भंग करने के लिए प्रस्ताव पारित किया
- तेलंगाना मुख्यमंत्री- के चंद्रशेखर राव, राज्यपाल- ईएसएल नरसिम्हान.
6. गृह मंत्री ने रक्षा और गृहभूमि सुरक्षा प्रदर्शनी और सम्मेलन का उद्घाटन किया
- बुल्गारिया की राजधानी: सोफिया, मुद्रा: बल्गेरियन लेव.
नियुक्ति
- विश्व स्वास्थ्य संगठन संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जो अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित है
- WHO की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी.
- WHO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है.
- टेड्रोस अधानोम विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक हैं.
- निदेशक अनुपम श्रीवास्तव BSNL के वर्तमान अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं
निधन
10. गुजराती लेखक और पत्रकार भगवती कुमार शर्मा का निधन
ii. उनके कुछ प्रसिद्ध गुजराती उपन्यासों में ‘आरती अने अंगारा’ (1957), ‘मन नहीं माने’ (1962), रिक्ता (1968), ‘व्याक्तमध्याय’ (1970) और ‘सामयद्वीप’ और ऊर्ध्वमूल(1981)शामिल हैं.
- शर्मा ने उपन्यास, लघु कथाएं, कविता, निबंध और आलोचना लिखी और 1984 में रंजीतरम स्वर्ण चंद्रका और उन्होंने अपने उपन्यास ‘अस्सोर्यलोक’ के लिए 1988 में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त किया.