मनुष्य जीवन में उन्हीं लक्ष्यों को प्राप्त करता हैं, जिनके लिए वह संघर्ष करता है. मनुष्य जो कर्म करता है उसका ही उसे फल मिलता है. यदि आप जीवन में सफलता के लिए संघर्ष करते हैं, तो सफलता निश्चित है. हाँ कुछ लोगों को सफलता जल्दी मिलती है पर उनके पीछे भी कहीं न कहीं कड़ा संघर्ष छिपा होता है. सफलता प्राप्ति में हो सकता है कि देरी हो पर आपने अगर सच्चे मन से संघर्ष किया है तो लक्ष्य प्राप्ति में कोई बाधा आपको नहीं रोक सकती है. कुछ लोग कहते हैं कि हमारी किस्मत में ही सफलता शायद नहीं और संघर्ष से दूर हो जाते हैं. कहते हैं हमारी हाथों की रेखा में ही सफलता की रेखा नहीं हैं. इस सम्बन्ध में किसी ने क्या ख़ूब लिखा है कि “अगर हाथों की रेखा से किस्मत बनती या बिगड़ती होती तो जिनके हाथ नहीं है उनकी किस्मत ही नहीं होती” मनुष्य अपने भविष्य का निर्माण ख़ुद ही करता है. मनुष्य स्वयं निर्माता है अपने भाग्य का और उसके हाथ में है कि वह क्या बनना चाहता है. अब आप भी ख़ुद तय कीजिये की आप क्या बनना चाहते हैं. संघर्ष करके सफल व्यक्ति या किस्मत का बहाना बनाकर असफल. धन्यवाद!
आपको क्या सोचते हैं, हमें कमेन्ट करें…