नमस्कार मित्रों,
आप सभी को अपनी परीक्षाओं के लिए सरासर समर्पण के साथ तैयार करना चाहिए. यह अच्छा रहेगा. यही है ना? लेकिन इसकी तुलना में आपकी तैयारी के लिए और भी बहुत कुछ है. आपने जिस रास्ते पर चलने का फैसला किया है वह रास्ता बहुत सी मुश्किलों से भरा हुआ है. यह एक परिदृश्य पर विचार करके बेहतर तरीके से समझा जा सकता है.
एक विशिष्ट गंतव्य तक पहुंचने के लिए दो मार्ग हैं. पथ A जिसमे सूर्य अपने चरम पर है और वहां बहुत ही खतरनाक गर्मी पड़ रही है. और एक ओर है पथ B जिसमे की पेड़ों की छाया है और जिस रस्ते पर चलना बहुत ही आसान है, अधिकतम लोग आराम को देखते हुए पथ B का चयन करते हैं और आराम से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं लेकिन कुछ लोग पथ A का चयन करते हैं और उन्हें अपने पथ पर चलने में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
अब लगातार व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि के कारण, पथ B की स्थिति और भी बिगड़ जाती है. आगे जाकर यह रास्ता बहुत कठिनाई वाला हो जाता है और समय पर पथ A आसान होता है क्योंकि उसमे आप पहले ही सभी मुश्किलों को पार कर चुके होते हैं. भीषण गर्मी पथ A अपर चल रहे व्यक्तियों के लक्ष्य को नहीं तोड सकती. वे लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहते हैं क्योंकि वे सभी मुश्किलों का सामना करना जानते हैं, और वे अंत में पथ B पर चल रहे व्यक्ति से पहले अपने गंतव्य तक पहुच जाते हैं. कड़ी मेहनत इस प्रकार आपको फल देती है.
इस प्रकार आप सभी अपनी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. आप उस पथ पर यात्रा कर रहे हैं जिसमे बहुत सी कठिनाइयां हैं. आपको अपने सामाजिक जीवन का बलिदान करना पड़ेगा, कठिन परिश्रम करना होगा और कठिन दिनचर्या का पालन करना होगा, लेकिन अंत में विजय आपके हाथों को चूम लेगी. क्योंकि कठिन परिश्रम ही हमारे लिए आशीर्वाद है. दोस्तों, हमेशा याद रखें कि प्रगति हमेशा आरामदायक क्षेत्र के बाहर होती है.
भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान लगता है, लेकिन इसका मतलब नहीं है कि लोग हमेशा सही रास्ते पर चलते हैं . अपना रास्ता खुद चुनिए क्योंकि आपसे बेहतर और किसी को पता नहीं
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