नाम– विकास गुप्ता
चयनित–ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स क्लर्क
राज्य– महाराष्ट्र
बीटेक– सूचना प्रौद्योगिकी (2015)
चयनित–ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स क्लर्क
राज्य– महाराष्ट्र
बीटेक– सूचना प्रौद्योगिकी (2015)
सबसे पहले मैं अपने माता-पिता और सहायक पिता बैंकर्सअड्डा (bankersadda) को धन्यवाद देना चाहूँगा जो बैंकिंग और एसएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वेबसाइट है,
इस समय मैं जो कुछ भी हूँ वह बैंकर्सअड्डा (bankersadda) के कारण ही हूँ. आज मैं बैंक में चयनित नही होता यदि मैं बैंकर्सअड्डा (bankersadda) से नही जुड़ा होता
“मैंने अगस्त 2015 में बैंकिंग परीक्षा की तैयारी करनी शुरू की थी और 2016-17 में मुझे सफलता मिल गई. मैंने वर्ष 2015 में सूचना प्रौद्योगिकी में बी.टेक किया है. आप लोग सोच रहे होंगे कि प्राइवेट कंपनियों को छोड़ कर मैंने बैंकिंग को अपना करियर क्यों चुना. तो दोस्तों मैं आपको इसका जबाब देता हूँ कि मेरा परिवार मुझे प्राइवेट कंपनियों में जॉब नही करने देना चाहता था इसके अलावा इसके पीछे कुछ और भी कारण थे, जब मैंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की तो मेरी बड़ी बहन ने मुझे बैंकिंग की तैयारी के लिए सुझाव दिया और जीवन में इसी को करियर के रूप में चुनने को बोली. मैं उसकी सुझाव से सहमत हो गया और मैं उसके बताए हुए रास्ते पर चल पड़ा. मैंने हर विषय के प्रत्येक पह्लुओं की तैयारी करना शुरू कर दिया और इनका अध्ययन स्वयं ही किया. जब भी मैं किसी भी प्रश्न में फंस जाता था, तो मैं अकेले ही उस विषय पर पूरा दिन गहन अध्ययन करता रहता था. मैं शुरू के दिनों में कम से कम 10 से 12 घंटे प्रत्येक दिन हर विषयों का अध्ययन और अभ्यास करता था लेकिन कुछ माह बाद मैंने इसे कम करके 7 घंटे तक कर दिया. मैं अपनी तैयारी के दो महीनें के बाद मैंने आईबीपीएस आरआरबी और आईबीपीएस पीओ का परीक्षा दिया और दोनों में पास हुआ, तो मैंने अपनी अध्ययन के गति को और अधिक बढ़ा दिया और मैंने अपने अध्ययन को नए तरीके से करना शुरू कर दिया.
मेरा सुझाव है कि आप डिजिटल बने और अध्ययन के लिए पुस्तकों का उपयोग न करें, केवल “बैंकर्सअड्डा” जैसे ऑनलाइन साइट का उपयोग करें और उस पर अपना पूरा दिन दें, शांत रहें और आशा रखें कि आप निश्चित रूप से सफल होंगें.
मैं सिर्फ 22 साल का हूँ और मैंने इसे अपने माता-पिता के लिए किया है, मैंने किसी भी कोचिंग सेंटर में शामिल नहीं हुआ है, इसलिए आप भी अपना समय कोचिंग में न गवायें, खुद तैयारी करें” और अपने आप पर विश्वास बनाये रखे.
“आप सभी के लिए मेरा सबसे अच्छा सुझाव यह है कि आप चौकिंग का प्रयोग न करे, अपने अध्ययन को हमेशा बनाए रखे और डिजिटल बने” इसका मतलब यह नहीं है कि आप कितना अध्ययन करते हैं या अध्ययन के लिए कितना आप बैठते हैं इसका अर्थ यह है कि आप अपने दिमाग का कितना इस्तेमाल करते है और समय का उपयोग कैसे करते हैं”
“अगर आप अपने व्हाट्सएप और फेसबुक का उपयोग बंद नहीं कर सकते हैं, तो आपके लिए आपकी सफलता बहुत मुश्किल है”
“सबसे पहले मैं अपने उन सारी परीक्षाओं के बारे में बताता हूँ जो मैंने पास नही किया था”
RRB PO (2015) = इस परीक्षा में 65 अंक प्राप्त कर असफल रहा.
RRB CLERK (2015) = इस परीक्षा में 97 अंक प्राप्त कर असफल रहा.
IBPS PO(2015)= इस परीक्षा के प्रथम पाली में मेरा मार्क्स 38.75 और कट-ऑफ 37.25 था तथा मुख्य परीक्षा में मार्क्स 63 और कट-ऑफ 76 अंक था
IBPS CLERK (2015) = इस परीक्षा के प्रथम पाली में 58 अंक और मुख्य परीक्षा में 110 अंक प्राप्त कर असफल रहा.
ANDHRA BANK PGDBF (2015) = इसमें मार्क्स 75 था मै इसके कट-ऑफ के पहुंच के बाहर था
SBI PO (2016) = इस परीक्षा में मेरा मार्क्स 45.50 था जबकि कट-ऑफ 46.5 था
SBI CLERK (2016) = इसमें मार्क्स 49 था जबकि कट-ऑफ 51.25 था
IBPS PO (2016) = इस परीक्षा में मेरा मार्क्स 45.50 था जबकि कट-ऑफ 46.50 था.
BOB PGDBF (2016) = इसमें मार्क्स 135 था फिर भी फाइनल के लिए चयनित नही हुआ
“आपकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपने अध्ययन के साथ कैसा व्यवहार करते हैं, आप अपने दैनिक दिनचर्या का उपयोग कैसे करते हैं”
अंततः मैं अपने पसंदीदा बैंक “ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स” में क्लर्क पद पर चयनित हुआ हूँ.
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