Easter Day 2020 : क्रिसमस के अलावा ईस्टर ईसाई धर्म का सबसे बड़ा पर्व है. ईस्टर डे ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों का महत्वपूर्ण त्यौहार है. ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह सूली में चढ़ाने के बाद फिर से जीवित हो उठे थे. कहते है कि गुड फ्राइडे को उन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया था. पर उसके बस तीन दिन बाद रविवार के दिन ईसा मसीह फिर से जीवित हो कर लोगो के सामने वापस आ गए. इसी ख़ुशी में यह त्यौहार ईस्टर संडे के नाम से बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व को 40 दिन तक ईसाई धर्म को मानने वाले लोग बढ़ी धूम-धाम और उत्साह से मनाते हैं. पहले सप्ताह में ईसाई धर्म के लोग व्रत रखते हैं और प्रार्थना करते हैं. इस दिन सभी चर्चों को खास तौर पर सजाया जाता है. चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं साथ ही लोग इस दिन अपने घरों को भी मोमबत्तियों से रौशन करते हैं और लोग बाइबल भो पढ़ते हैं.
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क्या था इतिहास
ईसाई धर्म में लोगों का मानना है कि गुड फ्राइडे के दिन ईसाह मसीह को यरुशलम की पहाड़ियों पर सूली पर चढ़ा दिया गया था. इसके बाद गुड फ्राइड के तीसरे दिन यानी पहले संडे को ईसाह मसीह पुनर्जीवित हो गए थे. पुनर्जीवित होने के बाद 40 दिनों तक ईसा मसीह शिष्यों के साथ रहे थे. 40 दिन की शिक्षा के बाद वो हमेशा के लोए स्वर्ग चले गए थे. ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह को ईश्वर का पुत्र माना जाता है.
ईस्टर डे पर अंडे का महत्व
इस दिन लोग इक दूसरे जो अंडे सजाकर गिफ्ट देते हैं. ईसाई लोगों का मानना है कि अंडा अच्छे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है. जैसे अंडे में नया जीवन उत्पन्न होता है वैसे ही वह लोगों को भी नई शुरुआत का सन्देश देते हैं.


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