नाम – सोनिया कट्टूपल्ली
स्थान – गुंटूर
योग्यता – ईसीई में बीई
मैंने 2014 में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की. मैंने 1 साल घर में बैठकर मजे करते हुए बिता दिए, कुछ जावा कोर्स किया और दोस्तों के साथ मस्ती की. 1 वर्ष बाद मई 2015 में, मैं अपनी डेली रूटीन से बोर हो गई थी. मेरे लगभग सभी दोस्त कैंपस प्लेसमेंट में चयनित हो गए थे और अब वे अपनी ज़िन्दगी में व्यस्त थे. तब मैंने महसूस किया कि मुझे कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे मेरे अभिभावकों को और मुझे स्वयं को भी मुझ पर गर्व हो. मैंने एक सरकारी नौकरी लेने का निर्णय लिया.
मैंने किसी कोचिंग कक्षा में भाग नहीं लिया और मैंने मई 2015 से क्रमिक रूप से परीक्षाओं के लिए आवेदन किया…. एक के बाद एक कई परीक्षाओं में बैठने के बाद और उनके पैटर्न एवं प्रश्नों के प्रकारों से परिचित होने के बाद, मैंने संख्यात्मक अभियोग्यता (क्वांट) और तार्किक क्षमता (रीजनिंग) के लिए कई ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो देखे और मैं अपने अंग्रेजी के साथ काफी सहज हूँ. मैं जनरल अवेयरनेस में कमजोर हूँ. मैंने गूगल पर सर्च किया कि बैंक परीक्षाओं में कैसे सफल हों और मैंने महान बैंकर्सअड्डा के बारे में जाना जिसने जीए खंड को पास करने में मेरी बहुत सहायता की.
मैंने 2015 में एलआईसी एडीओ पास किया और एलआईसी ज्वाइन किया. वर्तमान में मैं एलआईसी में ही कार्यरत हूँ.
2015 में आईबीपीएस आरआरबी सहायक परीक्षा पास की लेकिन ज्वाइन नहीं किया क्योंकि मैंने एलआईसी ज्वाइन किया था. 2015 में आईबीपीएस प्रीलिम्स पास किया लेकिन व्यक्तिगत कारणों से मेन्स नहीं लिख सकी. अब मैंने आईबीपीएस पीओ 2016 पास किया और मुझे केनरा बैंक पीओ मिला.
कई सक्सेस स्टोरी पढ़ने के बाद मुझे महसूस हुआ कि मेरी कहानी भी कुछ लोगों को सही दिशा दिखा सकती है…… लेकिन सफलता से पहले आपके पास एक योजना होनी आवश्यक है.
संख्यात्मक अभियोग्यता (क्वांट) के लिए – किसी भी कोचिंग की अध्ययन सामग्री या कुछ स्तरीय पुस्तकों से तैयारी करें, मूलभूत अवधारणायें (basic concepts) सीखें और यूट्यूब से शॉर्टकट का अभ्यास करें जिससे आपका समय बचेगा.
तार्किक क्षमता (रीजनिंग) के लिए – पैटर्न से सहज हो जाएँ और स्मार्ट तरीके से प्रश्नों को हल करने के लिए प्रश्न ऑनलाइन वीडियो देखें. इसे रोजाना 30 मिनट का एक खेल बना लें….. क्योंकि तार्किक क्षमता (रीजनिंग) एक दिमागी खेल है.
इंग्लिश – बस ये याद रखें कि इंग्लिश केवल पढ़ने के लिए एक विषय नहीं अहि बल्कि यह एक अन्य भाषा है. इसके साथ एक भाषा की तरह सरल तरीके से व्यवहार करें. दुर्भाग्यवश, हम अंग्रेजी बोलने वाले देश में नहीं पैदा हुए और हमें शायद ही कभी अंग्रेजी में बात करने के लिए एक अवसर मिलता है. आप जो भी पसंद करते हों उस विषय पर इंग्लिश पुस्तक पढ़ें चाहे वो उपन्यास हो, माइथोलोजी हो, अखबार हो या कुछ और. इंग्लिश फ़िल्में, डाक्यूमेंट्री, न्यूज़ चैनल, आदि देखने को अपनी आदत बना लें. ग्रामर के नियमों को जस का तस न मानते हुए आँख बंद करके उनका पालन न करें. इंग्लिश के अपने नियम और तरीके हैं और विभिन्न स्थितियों में एक नियम को ही तोड़ने की जगह भी देती है. पढ़ने, देखने और बोलने के बाद आप स्वयं में बड़ा अंतर महसूस करेंगे और यह निश्चित रूप से होगा.
जनरल अवेयरनेस (GA) – इसके लिए बैंकर्सअड्डा बेस्ट है. रोज बैंकर्सअड्डा पर न्यूज़ पढ़ें और परीक्षा से पहले कैप्सूल पढ़ें. यह पर्याप्त से अधिक है.
मेरे द्वारा की गई गलतियाँ – मैंने कई परीक्षाएं दी हैं और उसके बाद मैं पैटर्न और टाइमिंग को लेकर सहज हो पाई हूँ. इसलिए आपके लिए ये बेहतर होगा कि परीक्षा से पहले मोक टेस्ट दें.
बहुत बहुत शुभकामनायें.