आज- कल 3I/ATLAS इंटरस्टेलर धूमकेतु को लेकर एक सबसे बड़ा सवाल लोगों के मन मे रहा है — क्या यह धूमकेतु पृथ्वी से टकरा सकता है? 3I/ATLAS इंटरस्टेलर धूमकेतु 2025 की खोज से वैज्ञानिक जगत में हलचल मच गई है।
इस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक इसकी हर गतिविधि पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। यहां जानिए NASA, ESA और खगोलविदों की रिपोर्ट, इसकी कक्षा (orbit), और इसके रहस्यमयी व्यवहार के बारे में पूरी जानकारी
क्या है 3I/ATLAS इंटरस्टेलर धूमकेतु?
3I/ATLAS एक इंटरस्टेलर धूमकेतु (Interstellar Comet) है — यानी ऐसा पिंड जो हमारे सौरमंडल के बाहर से आया है।
इसे 2025 की शुरुआत में खगोलविदों ने पहली बार देखा, जब इसकी कक्षा (orbit) किसी भी ज्ञात सौरमंडलीय वस्तु से मेल नहीं खा रही थी।
इसका मतलब साफ था — यह किसी दूसरे स्टार सिस्टम (Star System) से निकलकर अरबों किलोमीटर की दूरी तय कर हमारे सौरमंडल में दाखिल हुआ है।
क्यों बना हुआ है चर्चा में?
3I/ATLAS तब चर्चा में आया जब सूर्य के करीब पहुंचते ही इसकी चमक अचानक कई गुना बढ़ गई, जो सामान्य धूमकेतुओं में शायद ही कभी देखा गया हो।
साथ ही, इसमें non-gravitational acceleration यानी गुरुत्वाकर्षण से अलग दिशा में गति का भी असर देखा गया — यह संकेत देता है कि इसकी संरचना हमारे सौरमंडल के धूमकेतुओं से बिल्कुल अलग है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह घटना हमारे लिए एक दुर्लभ अवसर है जिससे हम जान सकें कि सौरमंडल के बाहर के तारकीय तंत्रों में पदार्थ की प्रकृति कैसी होती है।
पृथ्वी के लिए कोई खतरा नहीं — NASA और ESA की रिपोर्ट
अब सबसे बड़ा सवाल — क्या यह धूमकेतु पृथ्वी से टकरा सकता है? वैज्ञानिक एजेंसियों NASA और ESA (European Space Agency) के अनुसार, 3I/ATLAS की कक्षा (trajectory) ऐसी नहीं है जिससे यह पृथ्वी के पास से खतरनाक दूरी तक पहुंचे।
यह पृथ्वी से लाखों किलोमीटर दूर से गुजरने वाला है, और इसका मार्ग हमारे ग्रह से किसी भी प्रकार के टकराव के खतरे से पूरी तरह मुक्त है।
हालांकि, इसकी असामान्य चमक और अनोखी गति (non-gravitational acceleration) वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बनी हुई है। इसलिए, खगोलविद लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि यह किस पदार्थ से बना है और कैसे अपने मार्ग पर बना हुआ है।
वैज्ञानिकों की राय
खगोलशास्त्रियों का कहना है कि 3I/ATLAS अब तक देखे गए सबसे दुर्लभ इंटरस्टेलर धूमकेतुओं में से एक है।
- यह धूमकेतु सौरमंडल के बाहर की किसी अन्य तारकीय प्रणाली से आया है, जिससे यह अध्ययन के लिए बेहद महत्वपूर्ण बन जाता है।
- फिलहाल इसकी कक्षा स्थिर है और पृथ्वी के लिए किसी प्रकार का खतरा नहीं है।
3I/ATLAS से हमें क्या सीख मिलती है?
- यह धूमकेतु हमें बताता है कि ब्रह्मांड केवल हमारे सौरमंडल तक सीमित नहीं है।
- इससे यह संभावना भी बढ़ती है कि अन्य तारा प्रणालियों में जीवन के अनुकूल तत्व मौजूद हो सकते हैं।
- खगोलविद इस इंटरस्टेलर पिंड का उपयोग यह समझने के लिए कर रहे हैं कि तारकीय प्रणालियाँ कैसे बनती और विकसित होती हैं।
3I/ATLAS इंटरस्टेलर धूमकेतु न केवल एक खगोलीय रहस्य है, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि ब्रह्मांड कितना विशाल और अनजाना है।
फिलहाल यह पृथ्वी के लिए पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन वैज्ञानिकों के लिए यह अध्ययन का एक अनमोल अवसर बन चुका है।


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