Sustaining all life on Earth (पृथ्वी पर सभी का जीवन बनाएं रखना है)
प्रकृति मानव जीवन का आधार है. मनुष्य सभ्यता के विकास से ही प्रकृति पर निर्भर है और प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग करता है. हाल ही के दशकों में मानव सभ्यता ने प्राकृतिक संसाधनों का बहुत अधिक दोहन शुरू कर दिया गया. बड़े-बड़े जंगलों को ख़त्म कर दिया गया. ऐसे ही कितने ही जीव-जंतुओं का शिकार इस हद तक किया गया कि वह विलुप्त होने की कगार में हैं और कुछ तो विलुप्त भी हो गए. प्रदुषण लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे प्रकृति में नकारात्मक बदलाव हो रहा है और ग्लोवर वार्मिंग जैसे भयावह परिणाम देखने को मिल रहे हैं. एक शोध के अनुसार समुद्री जीवों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है.सबसे ज्यादा दोहन समुद्री जीवों का किया जाता है साथ ही समुद्र में ही सबसे अधिक प्रदुषण भी है. जिसका परिणाम यह है कि तटीय क्षेत्र की सैकड़ों प्रजातियाँ आज लुप्त होने की कगार में हैं. ऐसी परिस्थिति में प्रकृति और वन्य जीव जंतुओं की रक्षा के लिए विश्व वन्यजीव दिवस मनाना बहुत जरुरी हो जाता है. जिससे पूरी दुनियां को प्रकृति और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके. हम आशा करते हैं कि आप भी इस दिन से संकल्प करेंगे और प्रकृति के बचाव के लिए जो भी जरुरी है करने का प्रयास करेंगे.