अहिंसा के स्वरूप महात्मा गांधी, जिन्हें हम प्यार से बापू कहते हैं, उनके जन्म दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं! गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात, में हुआ था और उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। गुलाम भारत में जन्में महात्मा गांधी जी ने जीवन भर, सत्य और अहिंसा का ही पालन किया था और लोगों को भी इसी मार्ग में चलने का मार्गदर्शन दिया। इस दिन को प्रार्थना, सेवाओं और पूरे भारत में श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, कॉलेजों, संस्थानों और सामाजिक-राजनीतिक संस्थानों में प्रार्थना सभाओं, कॉमरेट समारोहों और श्रद्धांजलि के रूप में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है।
इस 2 अक्टूबर, हम महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने जा रहे हैं। इसके अलावा, “स्वच्छ भारत अभियान” 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था, भारत सरकार द्वारा चलाए गए इस मिशन का उद्देश्य 2 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच मुक्त भारत को प्राप्त करना है, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, ग्रामीण भारत में लगभग 100 मिलियन शौचालयों का निर्माण कराया गया है।
दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने लॉ की प्रैक्टिस की और 13. साल की उम्र में कतूरबा से शादी हो गई। अपनी आत्मकथा “माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रूथ” में, गांधीजी ने अपने बचपन और किशोरावस्था के बारे में बताया है, वह देश के प्रति समर्पित थे। वह सत्य और अहिंसा के अनुयायी थे और आसान जीवन और महान सोच का उदाहरण देते हैं।
गाँधी जी ने अपने सत्य और अहिंसा के दम पर, अंग्रेजी हुकूमत की जड़े हिला दीं। उन्होंने यह दिखा दिया कि अगर मनुष्य चाह ले, तो कुछ भी असंभव नहीं है। इसी प्रकार आप सभी उम्मीदवारों को भी अपनी परीक्षाओं के लिए मन बना लेना चाहिए। गाँधी जी का कहना था –
गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में।
अर्थात महत्वपूर्ण यह है की आप लक्ष्य के लिए संघर्ष करते हैं या नहीं। सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले आप सभी उम्मीदवारों को, बिना किसी सफलता या विफलता की चिंता किये, सफलता के लिए संघर्ष करना चाहिए। हो सकता है शुरू में आपके मार्ग में कुछ बाधाएँ आये पर एक न एक दिन आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
इस दिन सभी संगठन राज घाट पर एकत्रित होते हैं, राज घाट, दिल्ली में विशेष उत्सव मनाया जाता है। यहां के लोग, प्रार्थना करते हैं, श्रद्धांजलि देते हैं और हमेशा उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की शपथ लेते हैं।