हार मानना ही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है. गिरने के बाद दोबारा उठकर फिर से प्रयास करने में ही सफलता है.
जब हम जीवन में अपने लक्ष्य का पीछा करना छोड़ देते हैं, तब हम अपनी कमजोरियों को हम पर हावी होने का मौका प्रदान करते हैं. बिना किसी लक्ष्य के जीवन व्यर्थ है लेकिन केवल एक लक्ष्य होना ही काफी नहीं है, हमें बिना समय की चिंता करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की इच्छा रखनी चाहिए. आपको इस बात की चिंता नहीं करनी कि आपको इसे प्राप्त करने में कितना समय लगेगा, बस आपको कभी अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटना है. क्योंकि हमारी सारी मेहनत अंतत: कारगर साबित होगी.