नाम सुरेन्द्र सोनी
selection – scale-I officer in J&K Grameen Bank
‘‘बहुत बार हारा लेकिन हिम्मत कभी नही हारा’’
“Never Ever give up on your dream and life goals”
पहले तो में बैंकर्सअड्डा की टीम को एक बड़ा धन्यवाद देना चाहता हूँ. बैंकर्सअड्डा के साथ मेरी कहानी के असली हीरो मेरे माता-पिता हैं मेरे कई बार सफल न होने के बाद भी उन्होंने मेरे ऊपर विश्वाश किया… मैंने बैंकर्सअड्डा पर कई सक्सेस स्टोरी पढ़ी जिनसे मुझे बहुत प्रेरणा मिली, मैं आशा करता हूँ की यह कहानी भी आपको प्रेरणा देगी जिससे आप और अच्छी मेहनत करेंगे और अपनी सफलता को हासिल करेंगे.
“कुछ कहानियां आपके अंदर छुपी हुई हैं आपको केवल उन्हें ढूँढने की आवश्यकता है”
नमस्कार मित्रों मेरा नाम सुरेन्द्र सोनी है, मैं रावतसर जिले से हूँ. हनुमानगढ़ (राज). मैंने 2014 में अपनी B.A पूरी करी. मैं इस वेबसाइट का दैनिक पाठक हूँ.
अब मैं आपके सामने लाया हूँ अपनी सक्सेस स्टोरी. असल में यह सफलता की कहानी नहीं है, यह एक संघर्ष की कहानी है. मैं कई बार असफल हुआ, लेकिन ऐसा कहा जाता की यदि आप अपनी विफलता से सीखते हैं तो उसे विफलता नहीं कहा जाता. मित्रों, पांचवीं कक्षा तक मैंने सरकारी स्कूल में शिक्षा प्राप्त की और 2004 में मैंने अपनी 10 कक्षा पढ़ाई पूरी की लेकिन किन्ही कारणों से मेरी पढाई पीछे छूट गई और मैंने एक दुकान में काम करना शुरू कर दिया. 6 वर्ष के एक बहुत बड़े अंतराल के बाद 2011 में किसी ने मुझे शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया और अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए कहा. मैंने निजी फॉर्म भर दिया और 45% के साथ 12 वीं कक्षा की;) और उसके बाद मेरे एक मित्र ने मुझे आईबीपीएस परीक्षा के बारे में बताया. मैंने क्लर्क का फॉर्म भर दिया, लेकिन उस समय मुझे कोई बुनियादी गणित और तर्कसंगत प्रश्न नहीं आते थे जैसे कि सरलीकरण और पज्ज़ल. यह कहा जाता है की हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है. मित्रों मेरे साथ भी ऐसा कुछ हुआ. मेरी गर्लफ्रेंड(सोना) ने मुझसे शर्त रखी की मैं यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सकता. मैंने तैयारी करना शुरू कर दिया और अपने वाडे के अनुसार मैन्स की परीक्षा में भी उत्तीर्ण हुआ लेकिन मुझे इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया गया क्यूंकि मेरे अंक 12वीं कक्षा में 55% से कम थे, और मैंने अपनी ग्रेजुएशन भी पूरी नहीं की थी और इंटरव्यू के लिए ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है. मैं थोड़ा निराश हुआ लेकिन जब मैंने 2012 ibps clerk II की अधिसूचना पढ़ी की परीक्षा के लिए ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है तो मैं बहुत निराश हुआ, अब हालत अलग थे मुझे ऐसा लग रहा था की सब कुछ ख़तम हो चूका है लेकिन मैंने हार नहीं मानी क्योंकि हार मानना ही सबसे बड़ी असफलता है. मैंने अपनी पढाई पर ध्यान दिया और एक बैंकर बनने के अपने सपने को जिन्दा रखा लेकिन बिना ग्रेजुएशन के यह संभव नहीं था. अब केवल एक ही विकल्प बचा था की मुझे 3 वर्ष की लंबी अवधि तक इंतज़ार करना होगा. लेकिन मैंने कभी आस नहीं छोड़ी और 2014 में अपनी ग्रेजुएशन पूरी करी. अब मैं बैंक की परीक्षा देने योग्य था. मैंने एक नई शुरुआत की और मुझे बहुत विफलता प्राप्त हुई.
मेरे द्वारा दी गई परीक्षाओं की सूची
2011
IBPS CLERK पेपर पास हो गया लेकिन इंटरव्यू क्व लिए नहीं बुलाया गया
2014
IBPS CLERK 4 अंक कम आने की वजह से पेपर पास नहीं हुआ
IBPS PO लिखित पेपर पास नहीं हुआ
SBI CLERK एक अंक कम आने के कारण लिखित पेपर पास नहीं हुआ
RRB CLERK लिखित पेपर पास नहीं हुआ
RRB PO लिखित पेपर पास नहीं हुआ
2015
IBPS CLERK 2 अंक की वजह से मेन्स पास नहीं हुआ
IBPS PO mains पास नहीं हुआ कट ऑफ 76 थी और मेरे 80 अंक थे लेकिन में इंग्लिश के वर्ग में पास नहीं हो पाया था
UIICL CL. लिखित पास हुआ लेकिन अंतिम सूची में नाम नहीं आया (बहुत निराश हुआ जैसा की इंटरव्यू 10 दिन बाद भारत सरकार द्वारा बंद कर दिया गया)
RRB PO लिखित पेपर पास नहीं हुआ कट ऑफ 104 मेरे अंक 102
NICL लिखित पेपर पास नहीं हुआ
OICLलिखित पेपर पास नहीं हुआ
2016
LIC AAO कट ऑफ 250 मेरे अंक 247
SBI CLERK मेन्स का पेपर पास नहीं हुआ
SBI PO मेन्स का पेपर पास नहीं हुआ
और कई रातों के बाद 10 मार्च को परिणाम जारी किया गया और जम्मू और कश्मीर ग्रामीण बैंक के स्केल 1 अधिकारी के रूप में मेरा चयन हो गया.
परिणाम की प्रतीक्षा है.. IBPS CLERK और IBPS PO
मैं रोज़ दो एसटी देता था और बाद में अपनी गलतियों को सुधारता था. इस अभ्यास में मेरी गति और सटीकता में सुधार हुआ है, इसलिए मैं आरआरबी PO में 64% स्कोर करने में सफल रहा और अनारक्षित श्रेणी में चुना गया. दोस्तों मैं आपको आँख बंद करके बैंकर्सअड्डा का अनुसरण करने के लिए कहता हूँ यह आपको बेहतर स्थान पर ले जाएगा. कड़ी मेहनत कीजिये इससे आपको एक न एक दिन जरूर सफलता प्राप्त होगी और अपने आप पर और भगवान् पर भरोसा रखिये और कभी भी हार मत मानिए हार मानना ही सबसे बड़ी विफलता है, नाकारात्मक व्यक्तियों से दूर रहिये, जो आपको कहते हैं की आप इस परीक्षा को पार नहीं कर सकते तो उनका जवाब उस समय नहीं इस परीक्षा को पास करके दीजिये.
और अंत में मेरे परिवार और मेरे मित्रों रवि, विकास, पंकज, सुनील, बल्लू, दीपक, प्रेम, गगन को धन्यवाद.
कुछ सुझाव..
1. अपना लक्ष्य सेट कीजिये
2. हमेशा मेहनत कीजिये
3.अपना लक्ष्य पूरा किये बिना हार मत मानिए
4. दूसरों पर निर्भर मत रहिये, आपकी अपनी मेहनत आपको आपका लक्ष्य पूरा करने में सहायता देगी
“यदि आप अपने अतीत के बारे में सोच कर विलाप करते रहेंगे, तो आप कभी भी अपना भविष्य नहीं बना सकते”
’’असफलता एक चुनोती है स्वीकार करो
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो
जब तक न हो सफल नींद चैन को त्यागो तुम
संघर्षो के मैदान को छोड़ के मत भागो तुम
कुछ किये बिना ही जय जयकार नही होती
कोशिस करने वालो की कभी हार नही होती‘’
All the best…