Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022 in Hindi: प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY)) एक सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है, जो भारत के किसानों को फसल बीमा और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। फसल बीमा एक उपाय (Measure) है, जिसके माध्यम से किसानों को वित्तीय नुकसान से बचाया जाता है। कई कारक हैं जो नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं जैसे प्राकृतिक आपदाएं, कीट और बीमारियां आदि। प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना की 6वीं वर्षगांठ पर, किसानों को बीमा लेने के लिए प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा मेरी पॉलिसी मेरे हाथ (Meri Policy Mere Hath) अभियान शुरू किया गया है। वर्तमान में आशीष भूटानी (संयुक्त सचिव कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार) प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के सीईओ हैं। इस लेख में, हमने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2022 की पूरी ज़ानकारी प्रदान की है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: भूमिका (Introduction)
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY)) भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है जिसमें किसी भी अधिसूचित फसल बर्बाद होने पर किसानों को बीमा कवरेज प्रदान दिया जाता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 फरवरी, 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (PMFBY)) शुरू की थी।
इस योजना का कार्यान्वयन भारतीय कृषि बीमा कंपनी (एआईसी) द्वारा किया जाता है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में केवल प्राकृतिक आपदा जैसे कि सूखा पड़ना, ओले पड़ना आदि ही शामिल है। यदि किसी और वजह से फसल का नुकसान होता है तो बीमे की राशि नहीं प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 8800 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को खरीफ फसल का 2% और रवि फसल का 1.5% भुगतान बीमा कंपनी को करना होगा। जिस पर उन्हें बीमा प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारत सरकार की दो पिछली योजनाओं अर्थात राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (National Agricultural Insurance Scheme (NAIS)) एवं संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (Modified National Agricultural Insurance Scheme (MNAIS)) को प्रतिस्थापित करके तैयार किया गया है और इसलिए इसे सेवा कर से छूट दी गई है।
कृषि मंत्रालय को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रभार सौंपा गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलें, खाद्य फसलें और तिलहन शामिल हैं।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: उद्देश्य (Objectives)
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का मुख्य लक्ष्य कृषि में स्थायी उत्पादन का समर्थन करना है। जिन तरीकों से लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है वे हैं:
- प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों के परिणामस्वरूप अधिसूचित फसल में से किसी की विफलता की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- किसानों की आय को स्थिर करना ताकि वे खेती करना ज़ारी रखें।
- किसानों को कृषि में नवाचार एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना। आधुनिक तकनीक के लागू होने से किसानों को अधिक उत्पादकता से अधिक उपज देने में मदद मिलेगी।
- कृषि क्षेत्र में ऋण के प्रवाह को सुनिश्चित करना, क्योंकि यह खाद्य सुरक्षा, फसल विविधीकरण और कृषि क्षेत्र के विकास और प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों को उत्पादन के ख़तरों से बचाने में योगदान देगा।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: Who can be Covered?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत आने वाले किसानों में शामिल हैं:
- अधिसूचित क्षेत्रों में अधिसूचित फसल उगानेवाले पट्टेदार/ जोतदार किसानों सहित सभी किसान कवरेज के लिए पात्र हैं।
- जिन किसानों ने कोई संस्थागत ऋण नहीं लिया है या ग़ैर-ऋणी किसान आवश्यक दस्तावेज़ प्रदान करके प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत शामिल किए जा सकते हैं।
- ग़ैर ऋणी किसानों को राज्य के भूमि रिकार्ड अधिकार (आरओआर), भूमि कब्जा प्रमाण पत्र (एल पी सी) आदि आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करना आवश्यक हैं। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा अनुमति अधिसूचित लागू अनुबंध, समझौते के विवरण आदि अन्य संबंधित दस्तावेजों को प्रस्तुत करना भी आवश्यक है।
- जिन किसानों को किसी भी वित्तीय संस्थान से मौसमी कृषि संचालन (Seasonal Agricultural Operations (SAO)) ऋण दिया गया है, वे ऑटोमेटिक रूप से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का हिस्सा होंगे।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: Crops Covered
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के लिए पात्र फसलों में शामिल हैं:
- वार्षिक वाणिज्यिक फसलें/वार्षिक बागवानी फसलें (Annual Commercial Crops/Annual Horticulture Crops)
- बारहमासी बागवानी/वाणिज्यिक फसलें (Perennial Horticulture/Commercial Crops)
- खाद्य फसलें (अनाज, बाजरा और दालें) (Food Crops(Cereals, Millets, and Pulses))
- तिलहन (Oilseeds)
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: Premium to be Paid
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2022 के तहत किसानों को बीमा कंपनियों को सभी खरीफ फसलों के लिए केवल 2% और सभी रबी फसलों के लिए 1.5% का एक समान प्रीमियम का भुगतान करना होगा। वार्षिक वाणिज्यिक और वार्षिक बागवानी फसलों के लिए किसानों को केवल 5% प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। सरकारी सब्सिडी पर कोई ऊपरी सीमा नहीं है। शेष प्रीमियम (Balance Premium) को केंद्र और राज्य के बीच समान रूप से विभाजित किया जाता है। शेष प्रीमियम (Balance Premium) सरकार द्वारा वहन किया जाएगा, भले ही वह 90% हो। प्रीमियम का भुगतान एनईएफटी (NEFT) के माध्यम से किया जाना है और अन्य माध्यमों जैसे डीडी या चेक स्वीकार्य नहीं हैं।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: पीएमएफबीवाई के तहत वितरित की गई राशि (Amount Dispensed under PMFBY)
विभिन्न वर्षों में पीएम फसल बीमा योजना योजना के तहत वितरित की गई राशि नीचे तालिका में दी गई है। यहां संकलित डेटा 30 जून, 2022 तक है।
Year |
Amount Dispensed (In Crores) |
2018-19 |
28,464 |
2019-20 |
26,413 |
2020-21 |
17,932 |
2021-22 (Kharif 2021 season only) |
7,558 |
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: How to Enroll?
दोनों प्रकार के किसानों (एक जिसने ऋण लिया है और दूसरे ने ऋण नहीं लिया है) को राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (National Crop Insurance Portal (NCIP)) में नामांकन करना होगा। NCIP का रखरखाव कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा किया जाता है और जो बैंक किसानों को फसल ऋण प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें ही NCIP में डेटा अपलोड करना होता है।
जिन किसानों ने ऋण नहीं लिया है, उन्हें राज्य में प्रचलित भूमि अभिलेखों के आवश्यक दस्तावेजी साक्ष्य ((Records of Right (RoR), Land possession Certificate (LPC), इत्यादि) और/ या संबंधित राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित/अनुमत लागू अनुबंध/अनुबंध विवरण/अन्य दस्तावेज जमा करना होगा।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: Coverage of Risks
पीएमएफबीवाई के तहत फसल जोखिमों के निम्नलिखित चरणों को नियंत्रित किया जाता है:
- बीमित क्षेत्र जो अपर्याप्त वर्षा या प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण बोया/रोपा/अंकुरित नहीं किया गया है।
- पोस्ट हार्वेस्ट लॉस (Post Harvest Losses), जिसमें कवरेज कटाई से अधिकतम दो सप्ताह की अवधि के लिए उपलब्ध होगा।
- सूखे, शुष्क मौसम, कीट और रोग के हमले के कारण फसल की हानि को भी कवर किया जाता है।
- जंगली जानवरों के हमले जैसे स्थानीय मुद्दों पर विचार किया जाता है।
- ग़ैर-रोकथाम योग्य जोखिम कवरेज जिसमें प्राकृतिक आग और तूफान, बिजली, चक्रवात, ओलावृष्टि, आंधी, और तूफान शामिल हैं।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2022: Companies providing Crop Insurance
पीएमएफबीवाई के तहत किसानों को फसल बीमा प्रदान करने वाली कंपनियां नीचे सूचीबद्ध हैं:
- कृषि बीमा कंपनी (Agriculture Insurance Company)
- चोलामंडलम एमएस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Cholamandalam MS General Insurance Company)
- रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (Reliance General Insurance Co. Ltd.)
- बजाज आलियांज (Bajaj Allianz)
- फ्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (Future Generali India Insurance Co. Ltd.)
- एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (HDFC ERGO General Insurance Co. Ltd.)
- इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (IFFCO Tokio General Insurance Co. Ltd.)
- यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Universal Sompo General Insurance Company)
- आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (ICICI Lombard General Insurance Co. Ltd.)
- टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (Tata AIG General Insurance Co. Ltd.)
- एसबीआई जनरल इंश्योरेंस (SBI General Insurance)
- यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी (United India Insurance Co.)
FAQs: Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY) 2022
Q.1 What is Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY) 2022?
Ans. Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY) is one of the main schemes of the government in which insurance coverage is given to the farmers in case of failure of any notified crop.
Q.2 Which all crops are covered under the Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY)?
Ans. The crops that are covered under the Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY) include Food Crops, Oilseeds, Annual Commercial/Horticulture Crops.
Q.3 Which campaign was launched by the government on the 6th anniversary of PMFBY?
Ans. Meri Policy Mere Hath campaign was launched by the government to impel the farmers to take the insurance on the 6th anniversary of PMFBY.
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