Income Tax Day 2024
हर साल 24 जुलाई को आयकर दिवस (Income Tax Day) मनाया जाता है। यह दिन भारत में आयकर प्रणाली के महत्व को सम्मानित करने और करदाताओं के योगदान को स्वीकार करने का अवसर है।
आयकर क्या है?
आयकर किसी भी वित्त वर्ष के दौरान व्यक्तियों और कंपनियों द्वारा अर्जित आय पर लगाया जाने वाला सरकारी कर है. ‘आय’ में ऐसे विभिन्न स्रोत शामिल हैं जिन्हें आयकर अधिनियम की धारा 2(24) के तहत व्यापक रूप से परिभाषित किया गया है। यहां एक सरल विवरण दिया गया है:
- वेतन से अर्जित आय: इसमें किसी नियोक्ता की ओर से अपने कर्मचारी को किए जाने वाले समस्त भुगतान शामिल हैं, जैसे कि मूल वेतन, भत्ते, कमीशन, और सेवानिवृत्ति लाभ।
- मकान संपत्ति से अर्जित आय: आवासीय या व्यावसायिक संपत्तियों से अर्जित किराया आय कर योग्य है।
- व्यवसाय या पेशे से अर्जित आय: खर्चों में कटौती के बाद व्यवसाय या पेशे से होने वाले लाभ पर कर लगाया जाता है।
- पूंजीगत लाभ से अर्जित आय: संपत्ति या आभूषण जैसी पूंजीगत संपत्तियों को बेचने से होने वाले लाभ पर कर लगता है। ये लाभ दीर्घकालिक या अल्पकालिक हो सकते हैं।
- अन्य स्रोतों से अर्जित आय: इसमें वह आय शामिल है जो अन्य श्रेणियों में शामिल नहीं है जैसे कि बचत ब्याज, पारिवारिक पेंशन, उपहार, लॉटरी जीत, और निवेश पर रिटर्न
आयकर दिवस का इतिहास:
आयकर विभाग की स्थापना 24 जुलाई 1860 को हुई थी। इस दिन को आयकर दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 2002 में हुई थी. वैसे तो इस प्रारंभिक कार्यान्वयन ने इसका आधार तैयार किया था, लेकिन यह वर्ष 1922 का व्यापक आयकर अधिनियम ही था जिसने सही मायनों में देश में एक सुव्यवस्थित कर प्रणाली की स्थापना की। इस अधिनियम ने न केवल विभिन्न आयकर प्राधिकरणों को औपचारिक रूप प्रदान किया, बल्कि एक सुव्यवस्थित प्रशासनिक रूपरेखा की नींव भी रखी।
आयकर दिवस का महत्व:
- करदाताओं को धन्यवाद देना: यह दिन उन करदाताओं को धन्यवाद देने का अवसर है जो ईमानदारी से अपना कर भरकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं।
- कर प्रणाली के बारे में जागरूकता बढ़ाना: यह दिन कर प्रणाली के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को करदाता दायित्वों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करने का अवसर है।
- कर प्रणाली में सुधार को प्रोत्साहित करना: यह दिन कर प्रणाली को अधिक सरल और कुशल बनाने के लिए सुधारों की मांग करने का अवसर है।
बजट 2024-25: आयकर स्लैब में बदलाव
2024-25 के बजट में वेतनभोगी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ पहुंचाने के लिए आयकर व्यवस्था में कई बदलाव किए गए हैं। नई कर व्यवस्था को चुनने वाले वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए मानक कटौती को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह पेंशनभोगियों के लिए पारिवारिक पेंशन पर कटौती को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, आकलन को अब तीन साल के बाद आकलन के वर्ष के समापन से लेकर पांच साल तक फिर से खोला जा सकता है, केवल अगर आकलन से बची हुई आय 50 लाख रुपये से अधिक हो। संशोधित कर व्यवस्था व्यापक लाभ प्रदान करती है, वेतनभोगी कर्मचारियों को संभावित रूप से आयकर में 17,500 रुपये तक का लाभ मिल सकता है।
आयकर विभाग की पहलें:
आयकर विभाग करदाताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। विभाग ने हाल के वर्षों में कई पहल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ऑनलाइन कर दाखिला प्रणाली: करदाता अब ऑनलाइन रूप से अपना आयकर रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
- ई-पैन कार्ड: विभाग अब ई-पैन कार्ड जारी कर रहा है, जिसे आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
- टोल-फ्री हेल्पलाइन: करदाताओं की सहायता के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन उपलब्ध है।
आप आयकर दिवस कैसे मना सकते हैं?
- अपना कर जमा करें: यदि आपने अभी तक अपना कर जमा नहीं किया है, तो इसे जल्द से जल्द जमा करें।
- कर प्रणाली के बारे में जानें: कर प्रणाली और अपने कर दायित्वों के बारे में अधिक जानें।
- कर सुधारों की वकालत करें: सरल और कुशल कर प्रणाली की वकालत करें.
आयकर दिवस हमें यह याद दिलाने का अवसर है कि हम सभी राष्ट्र निर्माण में भागीदार हैं। ईमानदारी से कर चुकाने से हम न केवल अपने दायित्वों को पूरा करते हैं बल्कि देश के विकास में भी योगदान देते हैं।
आइए मिलकर आयकर दिवस 2024 को मनाएं और एक मजबूत और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना योगदान दें!