हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET 2025) के परिणाम में इस साल बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। बोर्ड द्वारा जारी किए गए फाइनल रिज़ल्ट में 1,200+ अतिरिक्त उम्मीदवारों को पास घोषित कर दिया गया है। यह बदलाव अचानक आया, जिसने हजारों अभ्यर्थियों के बीच सवाल, भ्रम और असंतोष पैदा कर दिया है।
HTET 2025 परीक्षा 30 और 31 जुलाई को Level 1, Level 2 और Level 3 के लिए आयोजित हुई थी। लेकिन रिज़ल्ट प्रक्रिया कई तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से लगातार विवादों में रही।
1,200+ अतिरिक्त उम्मीदवार कैसे पास हुए?
बोर्ड के मुताबिक, शुरुआती प्रोसेस में लगभग 46,094 उम्मीदवारों को बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया था। लेकिन 10 नवंबर को जारी फाइनल रिज़ल्ट में कुल 47,378 उम्मीदवार पास दिखाए गए — यानी 1,284 अभ्यर्थी ज्यादा पास घोषित हुए।
बोर्ड चेयरमैन प्रो. डॉ. जे. एस. पंवार ने बताया कि कई अभ्यर्थियों के OMR शीट में हल्की या अस्पष्ट डार्कनिंग, यानी बहुत हल्के भरे हुए आंसर, मशीनों द्वारा सही तरीके से कैप्चर नहीं हुए थे। ऐसी स्थितियों में:
- उम्मीदवारों को Benefit of Doubt दिया गया
- हल्की मार्किंग वाले OMR रेस्पॉन्स को मान्य कर लिया गया
इसी वजह से पास कैंडिडेट्स की संख्या अचानक बढ़ी।

HTET Result को 4 बार ऑडिट क्यों करना पड़ा?
HTET 2025 की रिज़ल्ट प्रक्रिया में इस बार असामान्य रुकावटें आईं। रिपोर्ट के अनुसार, रिज़ल्ट को कुल 4 अलग-अलग ऑडिट फर्मों द्वारा जांचा गया।
मुख्य समस्याएं थीं:
- OMR शीट स्कैनिंग में sensitivity issues
- मशीनों द्वारा हल्की शेडिंग न पकड़ पाना
- 40,000+ OMR शीट्स का रि-स्कैन
- बायोमेट्रिक मैपिंग की त्रुटियां
पहली तीन कंपनियों के टेक्निकल रिज़ल्ट मैच नहीं होने पर, बोर्ड ने चौथी फर्म (P-Sector Unit) को ऑडिट के लिए शामिल किया।
HTET रिज़ल्ट में 101 दिन की देरी क्यों हुई?
रिज़ल्ट में लगभग 101 दिनों की देरी के पीछे कई कारण रहे:
- रि-ऑडिट और रि-स्कैनिंग में समय लगा
- बोर्ड सचिव का स्थानांतरण (Transfer)
- नए सचिव के चार्ज संभालने में समय
- ऑडिटिंग फर्मों की तकनीकी समस्याएं
- हजारों OMR की पुनः जाँच
इन सभी कारणों ने मिलकर रिज़ल्ट घोषणा को काफी देर तक आगे बढ़ा दिया।
क्या सभी उम्मीदवारों को दोबारा बायोमेट्रिक के लिए बुलाया गया?
नहीं, पहली लिस्ट में 46,094 उम्मीदवारों को बुलाया गया था, जिनमें से करीब 40,000 उम्मीदवार ही उपस्थित हुए। जो पहले बायोमेट्रिक में उपस्थित नहीं हो पाए, उन्हें दोबारा बुलाया गया। नए पास घोषित हुए उम्मीदवारों को अब जल्द ही आगे की प्रक्रिया के लिए सूचना भेजी जाएगी।
OMR शीट आवेदन प्रक्रिया में क्या समस्या थी?
सामान्यत: OMR कॉपी आवेदन के लिए 60 दिनों का समय मिलता है। लेकिन इस वर्ष केवल 9 दिनों का समय दिया गया।
कारण:
- रिज़ल्ट पहले ही काफी देर से चल रहा था
- प्रक्रिया को तेजी से पूरा करना ज़रूरी था
उम्मीदवारों को:
- एक ईमेल ID दी गई
- एक ऑनलाइन पेमेंट लिंक दिया गया
हालांकि कई अभ्यर्थियों ने इतनी छोटी विंडो पर सवाल उठाए



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