जैसा की आप सभी जानते हैं कि IBPS RRB मेन्स की परीक्षा नज़दीक है और सभी उम्मीदवार अपनी पूरी मेहनत के साथ तैयारी में जुटे हैं, इसमें कुछ विद्यार्थी ऐसे हैं जो अंग्रेजी भाषा में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते और इसी कारण वे परीक्षा में अंग्रेजी भाषा के स्थान पर हिंदी भाषा का चयन करते हैं, तो उन विद्यार्थियों की तैयारी में सहायता करने के लिए bankersadda आपके लिए लाया है हिंदी भाषा प्रश्नोत्तरी यह नवीनतम प्रारूप पर आधारित है, और यह परीक्षा के लिए अभ्यास करने में आपके लिए बहुत सहायक हो सकती है. तो इसी समय इस प्रश्नोत्तरी का अभ्यास कीजिये और अपनी तैयारी को और बेहतर कीजिये.
Directions (1-5) नीचे दिया गया प्रत्येक वाक्य चार भागों में बांटा गया है जिन्हें (a), (b), (c), (d) विकल्प दिए गए हैं। आपको यह देखना है कि वाक्य के किसी भाग में व्याकरण, भाषा, वर्तनी, शब्दों के गलत प्रयोग या इसी तरह की कोई त्रुटी तो नहीं है। त्रुटी अगर होगी तो वाक्य के किसी एक भाग में ही होगी। उस भाग का क्रमांक ही उत्तर है। यदि वाक्य त्रुटी रहित है तो उत्तर (e) अर्थात ‘त्रुटीरहित’ दीजिए।
Q1. मेरे मन ने (A)/ ऐसी दुर्घटना (B)/ घट जाने की (D)/ कल्पना भी न की थी। (C)/ त्रुटीरहित (E)
(a) मेरे मन ने
(b) ऐसी दुर्घटना
(c) कल्पना भी न की थी
(d) घट जाने की
(e) त्रुटीरहित
Q2. उस सड़क पर (A)/ दो-दो मील पर (E)/ एक-एक पत्थर (C)/ लगा हुआ था। (D)/ त्रुटीरहित (B)
(a) उस सड़क पर
(b) त्रुटीरहित
(c) एक-एक पत्थर
(d) लगा हुआ था
(e) दो-दो मील पर
Q3. यह बात (A)/ एक उदाहरण से (B)/ अच्छी तरह (C) समझाया जा सकता है।(E)/ त्रुटीरहित (D)
(a) यह बात
(b) एक उदाहरण से
(c) अच्छी तरह
(d) त्रुटीरहित
(e) समझाया जा सकता है
Q4. अपनी माँ के (A)/ डाँटने पर भी (B)/ वह इतनी रोती है (D) कि हम सब तंग हो जाते हैं।(C)/ त्रुटीरहित (E)
(a) अपनी माँ के
(b) डाँटने पर भी
(c) कि हम सब तंग हो जाते हैं
(d) वह इतनी रोती है
(e) त्रुटीरहित
Q5. अगर अनुराधा को (A)/ मुझसे बात नहीं करना था (C)/ तो वह मेरे यहाँ (B)/ आई ही क्यों?(D)/ त्रुटीरहित (E)
(a) अगर अनुराधा को
(b) तो वह मेरे यहाँ
(c) मुझसे बात नहीं करना था
(d) आई ही क्यों?
(e) त्रुटीरहित
Directions (6-10): नीचे कुछ वाक्यांश या शब्द समूह दिए गए हैं और उसके बाद पांच ऐसे शब्द दिए गए हैं जो एक ही शब्द में वाक्यांश का या उस शब्द समूह का अर्थ प्रकट करते हैं। आपको पता लगाना है कि वह शब्द कौन सा है जो वाक्यांश का सही अर्थ प्रकट करता है। उस विकल्प की संख्या ही आपका उत्तर है।
Q6. ‘सूर्य के उदय होने का स्थान’
(a) उदय स्थल
(b) पूर्वांचल
(c) उदयस्थान
(d) उदयाचल
(e) इनमें से कोई नहीं
Q7. ‘जिसका जन्म अच्छे कुल में हुआ हो’
(a) कुलीन
(b) उदात्त
(c) अन्त्यज
(d) अनुसूचित
(e) इनमें से कोई नहीं
Q8. ‘ऐसा पुष्प जो अभी विकसित नहीं हुआ है’
(a) मुकुल
(b) मंजरी
(c) कोश
(d) बौर
(e) इनमें से कोई नहीं
Q9. ‘केवल इसी लोक से संबंधित’
(a) मृत्युलोक
(b) लौकिक
(c) इहलौकिक
(d) भूलोक
(e) इनमें से कोई नहीं
Q10. ‘कृपा के कारण संतोष धारण किए हुए मनुष्य’
(a) उपकृत
(b) कृतार्थ
(c) कृत्कर्म
(d) कृतकार्य
(e) इनमें से कोई नहीं
Directions (11 -15) : निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अन्तिम वाक्यों को क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इनके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
Q11. (1) सारत: कहा जा सकता है कि
(य) अनायास ही मानव-जीवन की सर्वोपयोगी
(र) सरस साधन काव्य ही है, जिसका
(ल) चारों पदार्थों की प्राप्ति का सुलभ तथा
(व) अनुशीलन करने पर अल्पबुद्धि वाले प्राणी भी
(6) वस्तुओं को प्राप्त कर सकते हैं
(a) इनमें से कोई नहीं (b) व ल र य (c) य र व ल
(d) ल र य व (e) ल र व य
Q12.(1) गत अस्सी वर्षों में-
(य) हमारे दिमाग को इतना भोथरा,
(र) सुकुमार दुनिया हमारी पथराई आँखों के
(ल) बना दिया है कि संस्कृत की
(व) राजनीतिक-आर्थिक संघर्षों ने
(6) सामने आकर भी नहीं आ पाती।
(a) व ल र य (b) व य ल र (c) य र ल व
(d) य व र ल (e) इनमें से कोई नहीं
Q13.(1) मनोविनोद की क्षमता से युक्त होने के-
(य) जहाँ एक ओर हास्य-कविता की लोकप्रियता बढ़ी है
(र) कि उसमें घटिया और भोंडी बातों के समावेश से
(ल) और इसीलिए कवि सम्मेलनों के आश्रय में विकसित होने के कारण
(व) वहीं दूसरी ओर एक हानि यह भी हुई है
(6) सूक्ष्म और परिष्कृत हास्य का स्तर गिर गया है।
(a) य ल र व (b) र व ल य (c) ल य व र
(d) व य र ल (e) इनमें से कोई नहीं
Q14.(1) प्रत्येक मनुष्य जीवित रहना चाहता है।
(य) उसे आत्म-रक्षा का अधिकार प्राप्त है
(र) जो व्यक्ति दूसरों का जीवन नष्ट करता है या नष्ट करने का प्रयास करता है, उसे राज्य द्वारा दण्ड दिया जाता है।
(ल) इसलिए राज्य अपनी जनता को जीवन की रक्षा के लिए आश्वस्त करता है।
(व) वह नहीं चाहता कि दूसरा व्यक्ति उसकी हत्या करे अथवा उसे कष्ट पहुँचाए।
(6) जीवन की रक्षा का अधिकार अत्यन्त महत्वपूर्ण अधिकार है।
(a) व य ल र (b) ल व र य (c) ल र य व
(d) य र ल व (e) इनमें से कोई नहीं
Q15. (1) मैं शिक्षा और उपदेशों को अधिक महत्त्व नहीं देता।
(य) यदि कारण है कि तुम विक्षुब्ध हो।
(र) उनमें कुछ भी नहीं।
(ल) पाप और पूण्य भी केवल शब्द हैं।
(व) वे केवल शब्द हैं।
(6) तुम्हें इन उपदेशों से शांति नही मिलती।
(a) ल र य व (b) इनमें से कोई नहीं (c) य व र ल
(d) व ल य र (e) र व ल य
S1. Ans. (d) : यहाँ ‘घट जाने की’ के स्थान पर ‘घटित होने की’ का प्रयोग उचित है।
S2. Ans. (b) : ‘कोई त्रुटी नहीं’
S3. Ans. (e) : यहाँ ‘समझाया जा सकता है’ के स्थान पर ‘समझाई जा सकती है’ का प्रयोग उचित है, क्योंकि इससे पहले ‘अच्छी तरह’ आया है इसके अनुसार यहाँ ‘समझाई जा सकती है’ का प्रयोग उपयुक्त है।
S4. Ans. (d) : यहाँ ‘वह इतनी रोती है’ के स्थान पर ‘वह इतना रोती है’ का प्रयोग उचित है।
S5. Ans. (c) : यहाँ ‘मुझसे बात नहीं करना था’ के स्थान पर ‘मुझसे बात नहीं करनी थी’ का प्रयोग उचित है।
क्योंकि इस वाक्य-खंड में ‘बात’ शब्द का प्रयोग प्रयोग हुआ है इस कारण यहाँ पर ‘मुझसे बात नहीं करनी थी’ का प्रयोग उपयुक्त है।
S6. Ans. (d): उदयाचल – वह पर्वत जिसके पीछे से सूर्य का उदय होना माना जाता है।
S7. Ans. (a): कुलीन – जिसका जन्म अच्छे कुल में हुआ हो।
उदात्त – महान, श्रेष्ठ, उत्तम, उदार ।
अनुसूचित – अनुसूची में लाया हुआ, अनुसूची में शामिल, जिसे अनुसूची में शामिल या निर्दिष्ट किया गया हो (जैसे –जातियां, भाषाएँ)
S8. Ans. (a): बौर – फल में परिवर्तित होने वाला फुल, आम के वृक्ष की मंजरी।
मंजरी –आम्र पुष्प, आम के बौर, नया कोंपल।
कोश – भंडार, खजाना, फूलों की बंधी कली
मुकुल -ऐसा पुष्प जो अभी विकसित नहीं हुआ है, कली
S9. Ans. (c): मृत्यु लोक – मरणशील प्राणियों का लोक, पृथ्वीलोक।
इहलौकिक – इस संसार या दुनिया का, इस संसार से संबंध रखने वाला।
लौकिक – सांसारिक, लोक संबंधी, व्यावहारिक।
भूलोक – धरती, संसार, जगत
S10. Ans. (b): उपकृत – जिसके साथ उपकार किया गया हो, कृतज्ञ, अहसानमंद।
कृतकार्य –जो अपना कार्य या प्रयोजन सिद्ध कर चुका हो, कामयाब, सफल-मनोरथ।
कृतार्थ – ‘कृपा के कारण संतोष धारण किए हुए मनुष्य’, जो उद्देश्य सिद्धि के कारण संतुष्ट या प्रसन्न हो।
S11. Ans. (e)
S12. Ans. (b)
S13. Ans. (c)
S14. Ans. (d)
S15. Ans. (e)