बाह्य वाणिज्यिक उधार (External Commercial Borrowings)
जब कोई भारतीय व्यक्ति या संस्था किसी विदेशी व्यक्ति या संस्था से कर्ज के रूप में रूपए या बॉन्ड लेता है तो उसे बाह्य वाणिज्यिक उधार कहते हैं। अधिकतर ऐसे ऋण विदेशी वाणिज्यिक बैंकों या अन्य संस्थानों द्वारा लिए जाते हैं। इनको ख़रीदारों के क्रेडिट, फ्लोटिंग रेट नोट्स, आपूर्तिकर्ताओं के क्रेडिट, फिक्स्ड रेट बॉन्ड आदि सुरक्षित माध्यमों से दिए जाते हैं। इस प्रकार के ऋण के लाभ गैर-निवासी द्वारा प्राप्त किया जाता है जिसमें सामान्यतः 3 वर्ष का Maturity Period होता है। इनका उपयोग भारतीय निगमों तथा सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों को विदेशी धन की सुविधा उठाने के लिए किया जाता है।
बाह्य वाणिज्यिक उधारों के लिए दिशा-निर्देश और नीतियों को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के साथ भारतीय वित्त मंत्रालय द्वारा तय किये जाते हैं।
बाह्य वाणिज्यिक उधारों (ECB) के लाभ-
1. घरेलू धन (उधार) की तुलना में ये हम कम ब्याज दर पर प्राप्त कर सकते हैं।
2. इससे प्राप्त धन को हम अधिक लम्बी अवधि के लिए हासिल कर सकते हैं।
3. इससे हम बड़ी मात्रा में धन प्राप्त कर सकते हैं।
4. इस तरह प्राप्त धन हमें अपने संस्थान के विस्तार में मदद करता है।
5. यह विदेशी मुद्राओं के रूप में होता है इसलिए यह विदेशों से मशीन आदि के आयत में अहम् रोल अदा करता है।
व्यापारिक उधार (Trade Credit)
ट्रेड क्रेडिट एक प्रकार का समझौता है जो दो व्यवसायों के बीच सामान की खरीद पर किया जाता है तथा जिसका भुगतान आगे की किसी तिथि के लिए निश्चित कर दिया जाता है। सामान्यतः रूपए देने की अवधि 30, 60 या 90 दिन की होती है पर कभी कभी ये अवधि 120 दिन की भी हो सकती है। व्यवसाय में कैश फ्लो को बढ़ाने और काम अवधि के विकास को बढ़ावा देने के लिए ट्रेड क्रेडिट एक अच्छा तरीका है। यह एक नई Financial Technology Solution है जिसे विश्व स्तर पर नियामकों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
व्यापारिक उधार (Trade Credit) के लाभ-
1. यह एक 0% का वित्तपोषण है जिसे लेने से कंपनी की संपत्ति में वृद्धि होती है तथा उधार वापस करते समय आपको किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं देना होता है।
2. यह व्यापार के लिए धन एकत्र करने का आसान और सरल रास्ता है।
3. यह एक किफायती (affordable) वित्तीय समाधान है जिसमें बैंकों की तरह आपको कोई अतिरिक्त रूपए बतौर ब्याज नहीं देने होते हैं।
4. इसकी मदद से दो व्यवसायों के मध्य बेहतर संबंधों का निर्माण होता है।
5. यह बिना लागत के वित्तपोषण होने के कारण ट्रेड क्रेडिट की उच्च मात्रा में बिक्री करवाता है।