महिला सशक्तिकरण एक अनिवार्य और आवश्यक कार्य है क्योंकि स्त्री में सृजन, पोषण और परिवर्तन की शक्ति होती है. Adda247 की इकाइयाँ Bankersadda, SSCadda और CtetAdda की ओर से आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें. इस अवसर पर एक महिला को शिक्षित करना-एक राष्ट्र को सशक्त बनाना (Educate a Women-Empower a Nation) के एजेंडे पर कार्य करते हुए Adda247 की इकाई करियर पॉवर अपने सभी क्लासरूम प्रोग्राम में महिला उम्मीदवारों को 50% छूट उपलब्ध करा रहा है जो नकद, कार्ड या चेक से भुगतान कर इस छूट का लाभ ले सकती हैं.
रामायण में सीताजी से लेकर झाँसी की रानी तक ने न सिर्फ स्वयं को इतिहास में दर्ज किया बल्कि सामाजिक बदलाव एवं जागरूकता में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. भारत देवी माताओं का मूल घर है. भारत में स्त्रियों को हमेशा सम्मान दिया गया है. आइये आज महिला दिवस के अवसर पर आज हम विश्व में कुछ महिलाओं को समर्पित और महिलाओं द्वारा संचालित कुछ महान कार्यों को स्मरण करते हैं.
एयर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले दुनिया भर में एक ऐसी उड़ान संचालित की है जिसमें चालक दल की सभी सदस्य महिलाएं हैं. यह उड़ान 27 फरवरी को दिल्ली से शुरू होकर सैन फ्रांसिस्को तक गयी और फिर वापस इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आयी. यह उड़ान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज होने की दौड़ में भी है. जब हम उड्डयन क्षेत्र में सफल व्यक्तियों और मिशनों की बात करते हैं तो हम उस एक विशिष्ट महिला को नहीं भूल सकते जिन्होंने विमानन क्षेत्र में करियर बनाने का बीड़ा उठाया. हम बात कर रहे हैं सरला ठकराल की जो विमानन पायलट का लाइसेंस प्राप्त करने वाली और एक विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला थीं.
इस वर्ष मध्य पूर्व में भी महिला सशक्तिकरण की उपस्थिति देखी गयी जब सऊदी अरब में ब्रूनेई से जेद्दाह तक रॉयल ब्रूनेई एयरलाइन्स का संचालन महिला सदस्यों वाले केबिन क्रू ने किया. 23 फरवरी 2017 को सरिअना नोर्दीन ने एक बोईंग 787 ड्रीमलाइनर BI081 उड़ाया और मध्य पूर्व देश में ऐसा करने वाली वो पहली महिला बनीं.
इस वर्ष खेल जगत में पीवी सिंधू ने अपनी बादशाहत कायम रखी. ओलम्पिक 2016 में रजत पदक जीतकर वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. इस वर्ष की विशेष आश्चर्य आर्टिस्टिक जिमनास्ट दीपा करमाकर रहीं जो 52 वर्षों में ओलंपिक में भाग लेने वाली और प्रतियोगिता करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. रियो ओलंपिक में वॉल्ट जिम्नास्टिक्स इवेंट में उन्होंने चौथा स्थान हासिल किया. महिला जिम्नास्टिक में सबसे कठिन प्रदर्शन माना जाने वाला प्रोडूनोवा को उन्होंने सफलतापूर्वक करने वाली वो विश्व की पांचवी महिला बन गयीं. भारत की फ्रीस्टाइल महिला पहलवान साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में 58 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता और ये पदक प्राप्त करने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं.
यदि हम भारतीय बैंकिंग जगत की बात करें तो, अरुंधति भट्टाचार्य और चंदा कोचर सरकारी एवं निजी क्षेत्र के दो सबसे बड़े बैंकों की अगुवाई कर रही हैं. अरुंधति भट्टाचार्य, भारतीय स्टेट बैंक की पहली महिला अध्यक्ष हैं और 2016 में फोर्ब्स द्वारा विश्व की 25वीं सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में सूचीबद्ध हैं. चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ हैं और भारत में खुदरा बैंकिंग को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है. 2016 में, वह इंडिया टुडे के ‘हाई और माइटी पॉवर लिस्ट 2016’ में 40वें स्थान पर थीं और फोर्ब्स एशिया की ’50 पावर बिजनेस वीमेन लिस्ट 2016 में 22 वें स्थान पर है’.
न सिर्फ विमानन, खेल, बैंकिंग या अर्थव्यवस्था में बल्कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. एन वालारमाथि एक भारतीय वैज्ञानिक हैं और भारत के पहले स्वदेश निर्मित राडार इमेजिंग उपग्रह RISAT-1 की परियोजना निदेशक हैं. टेस्सी थॉमस एक इंजीनियर हैं और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में अग्नि-IV मिसाइल की परियोजना निदेशक हैं. वो भारत में किसी मिसाइल परियोजना की अगुवाई करने वाली पहली महिला इंजीनियर हैं. उन्होंने भारत की ‘मिसाइल महिला’ (मिसाइल वीमेन) के नाम से जाना जाता है.