Ambedkar Jayanti 2020
संविधान निर्माण में अहम् भूमिका निभाने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 मध्य प्रदेश के महू में एक गरीब और दलित परिवार में हुआ था. अम्बेडकर एक महान समाज सुधारक, एक दलित राजनेता थे. उनके बचपन का नाम रामजी सकपाल था. उन्होंने जीवन भर समानता के लिए संघर्ष किया और अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये.
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डॉ. भीमराव अम्बेडकर के महत्वपूर्ण कार्य –
- 02 साल 11 महीने और 17 दिन में तैयार किये गए भारतीय संविधान के निर्माण में अहम् भूमिका निभाई.
- अनेक कुरीतियों को मिटाने के लिए महाड सत्याग्रह (1928), नाशिक सत्याग्रह (1930), येवला की गर्जना (1935) जैसे आंदोलन चलाएं, जिससे दलितों को मंदिर प्रवेश की अनुमति मिल सके. पानी पीने, छुआछूत, जातिपाति, ऊंच-नीच जैसी कुरीतियों को बदला जा सके.
- वर्ष 1927 से 1956 तक अनेक पत्र-पत्रिकाओं जैसे मूक नायक, बहिष्कृत भारत, समता, जनता और प्रबुद्ध भारत का संपादन, जिससे शोषित और अशिक्षित लोगों को जागरुक किया जा सके.
- सन् 1945 में पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी की मदद से मुम्बई में सिद्वार्थ महाविद्यालय तथा औरंगाबाद में मिलिन्द महाविद्यालय की स्थापना की.
- अम्बेडकर की पुस्तक ‘रुपये की समस्या-उसका उद्भव और प्रभाव‘ और ‘भारतीय चलन व बैकिंग का इतिहास’ और ‘हिल्टन यंग कमीशन के समक्ष उनकी साक्ष्य’ के आधार पर वर्ष 1935 में भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना की गई.
- देश में वित्त आयोग की स्थापना उनके शोध पत्र ‘ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्त का विकास’ के आधार पर हुई.
- जलनीति और औद्योगिकरण की आर्थिक नीति के माध्यम से 1935 में अनेक परियोजनाओं के शुरू करने की योजना बनाई गई. जिससे सोन नदी घाटी परियोजना, राष्ट्रीय जलमार्ग, नदी-नालों को जोडना, हीराकुंड बांध, दामोदर घाटी बांध, केंद्रीय जल और विद्युत प्राधिकरण बनाने के मार्ग प्रशस्त हुआ.
- हिला सशक्तिकरण के लिए हिन्दू संहिता विधेयक पारित करवाने का प्रयास किया, पारित न होने पर प्रथम कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया.
- उन्होंने मौलिक अधिकार, मानवाधिकार, निर्वाचन आयुक्त, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, निर्वाचन आयोग, योजना आयोग, वित्त आयोग, महिला पुरुष के लिये समान नागरिक हिन्दू संहिता, राज्य पुनर्गठन, राज्य के नीति निर्देशक तत्व और विदेश नीति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
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