महापरिनिर्वाण दिवस 6 दिसंबर को पूरे देश में मनाया जाता है — यह वह दिन है जब भारत के संविधान निर्माता, समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और दलित आंदोलन के अग्रदूत डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर इस दुनिया से विदा हुए थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके विचारों को आज के भारत में भी उतना ही प्रासंगिक बताया।
महापरिनिर्वाण दिवस केवल एक पुण्यतिथि नहीं है, बल्कि यह वह दिन है जब देश बाबा साहेब अंबेडकर के सामाजिक न्याय, समानता, मानवाधिकार और धर्मनिरपेक्षता के संदेश को दोहराता है।
महापरिनिर्वाण दिवस क्या है?
हर वर्ष 6 दिसंबर को यह दिवस डॉ. अंबेडकर की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है।
“महापरिनिर्वाण” शब्द बौद्ध दर्शन से लिया गया है, जिसका अर्थ है—
- जन्म–मरण के चक्र से पूर्ण मुक्ति
- सर्वोच्च ज्ञान और शाश्वत शांति प्राप्त करना
यही कारण है कि 6 दिसंबर को बौद्ध समाज के लिए भी यह अत्यंत पवित्र दिन माना जाता है।
बाबा साहेब अंबेडकर: जीवनभर की महत्वपूर्ण योगदान
डॉ. अंबेडकर का जीवन भारतीय समाज में क्रांति का प्रतीक है। यहाँ उनके प्रमुख योगदान विस्तार से दिए गए हैं:
1. सामाजिक उत्थान और संस्थाओं का निर्माण
-
बहिष्कृत हितकारिणी सभा (1923) की स्थापना
उद्देश्य: शिक्षा, आर्थिक सुधार और हाशिए पर पड़ी जातियों को सशक्त बनाना
2. आवाज़हीनों की आवाज — ‘मूकनायक’
-
Mooknayak नामक समाचार पत्र शुरू किया
-
हाशिए पर पड़े लोगों की समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर उठाया
3. पानी के अधिकार के लिए संघर्ष — महाड़ सत्याग्रह (1927)
-
सार्वजनिक जल स्रोतों के इस्तेमाल का अधिकार दिलाने के लिए ऐतिहासिक आंदोलन
-
दलित अधिकारों की दिशा में एक बड़ा कदम
4. काला राम मंदिर प्रवेश आंदोलन (1930)
-
नासिक में हिंदू मंदिरों में जातिगत प्रतिबंध हटाने का बड़ा आंदोलन
-
मंदिर प्रवेश आंदोलन ने सामाजिक समानता को नई दिशा दी
5. पूना पैक्ट (1932)
-
दलितों को अलग निर्वाचक मंडल के बदले आरक्षित सीटों का अधिकार दिलाया
-
राजनीतिक प्रतिनिधित्व की मजबूत नींव रखी
6. संविधान निर्माता (1947–1950)
-
संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष
-
दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान बनाने का नेतृत्व किया
-
लोकतंत्र, अधिकार और समानता की मजबूत नींव रखी
7. भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचना में योगदान
-
उनके शोध और आर्थिक विचारों ने प्रेरित किया:
✔ भारतीय वित्त आयोग की स्थापना
✔ RBI Act 1934 के नीति ढांचे को
सम्मान व राष्ट्रीय मान्यता
भारत रत्न (1990)
भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान—मरणोपरांत सम्मानित।
अंबेडकर सर्किट (पंचतीर्थ विकास)
उनसे जुड़े पाँच स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया गया:
- महू (जन्मस्थान)
- लंदन (शिक्षा भूमि)
- दीक्षा भूमि, नागपुर
- चेत्य भूमि, मुंबई
- महापरिनिर्वाण भूमि, दिल्ली
संविधान दिवस — 26 नवंबर (2015 से)
बाबा साहेब के योगदान को याद करने के लिए घोषित।
क्यों महत्व है महापरिनिर्वाण दिवस का?
- समानता, भाईचारा और संविधानिक अधिकारों को याद करना
- जाति-विहीन समाज की दिशा में प्रेरणा
- सामाजिक न्याय पर केंद्रित नीतियों को बढ़ावा
- अंबेडकर के समता व बौद्ध सिद्धांतों को समझना


UP Home Guard Previous Year Papers: पिछल...
CG TET Syllabus 2026: पेपर 1 और 2 का नया...
RRB Group D Syllabus 2025: रेलवे ग्रुप D...


