परिणाम खत्म होने के साथ ही… आप सभी जो इस वर्ष चयनित हुए हैं और जो चयनित नहीं हुए हैं, अलग-अलग रूपों में नई चुनौतियों का सामना करेंगें.
यहाँ मैं अपनी सफलता की कहानी आप सभी के साथ शेयर कर रहा हूँ और आशा करता हूँ कि मेरी यह कहानी आपको भी अपनी मंजिल प्राप्त करने में मदद करेगी. मेरी कहानी कोई पारम्परिक कहानी नही है लेकिन फिर भी मैं आपसे कहना चाहूँगा कि “सफलता किसी दूसरे के कथानक (स्क्रिप्ट) का पालन नहीं करती, आपको खुद अपना कथानक लिखना होता है”.
दोस्तों मैंने वर्ष 2015 में बी-टेक की परीक्षा पास की और एक कोर कंपनी में जॉब करने लगा लेकिन मेरी रुचि इसमें नही थी. हमेशा से सरकारी नौकरी में मेरी रुचि रही है इसलिए मैंने 2016 में प्राइवेट नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया. इसके बाद मैंने गेट की परीक्षा की तैयारी करना शुरू किया लेकिन जैसाकि आपको मालूम है कि गेट की परीक्षा बहुत कम सीटों के लिए होती है और यह कठिन परीक्षा है. मेरे अंदर शंका ने घर बनाना शुरू कर दिया कि मैं इसमें पास करूंगा या नही ? इस सोच में मैं अधिकतम समय तक उदास रहने लगा. इसी तरह चलता रहा, मैंने कुछ परीक्षाओं में भाग लिया लेकिन उन सभी परीक्षाओं में मैं असफल हुआ. इससे मुझे बहुत निराशा हुई. मैं अकेला रहने लगा, जैसाकि आप जानते हैं कि जीवन के इस फेज में जब ऐसा होता है तो कैसा महसूस होता है, उस समय दोस्त भी छोड़ देते है और सिर्फ घर पर अकेला ही रहना अच्छा लगता है. अंततः 5 सितम्बर 2016 को मैंने इंजीनियरिंग वाले प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग न लेकर इंजीनियरिंग करियर को ख़त्म करने को सोचा. बैंकिंग की तैयारी के माध्यम से मैं अपना एक वर्ष बचाना चाहता था जो मैंने इंजीनियरिंग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में बिताया था, इसलिए मै इसके लिए कठिन प्रयास भी करना चाहता था.
आप लोगों में से कुछ लोग ये सोच रहे होंगे कि काफी देर हो चुकी है लेकिन मुझे विश्वास था कि मुझे एक माह की तैयारी से अपनी अंतिम लड़ाई लड़नी चाहिए. जैसा कि मेरा नुमेरिकल बेसिक बहुत अच्छी थी और इसके साथ ही मेरी अंग्रेजी पर भी पकड़ अच्छी थी. बस मुझे जिस चीज की जरूरत थी वो थी समय के साथ-साथ कुछ प्रेक्टिस. इसलिए परीक्षा के स्तर को जनने के लिए मैंने बैंकर्सअड्डा के मॉक टेस्ट को अपनाया. इसके बाद मैंने लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लिया और प्रत्येक परीक्षाओं के प्री को पास किया. इनके प्री पास करने से मुझमें एक नया आत्म-विश्वास जागा.
इसके बाद मेन्स के लिए मैंने अरिहंत और बैंकर्सअड्डा के “Quiz for computers” का प्रयोग किया. जैसा कि मैं पहले से ही बहुत लेट था इसलिए डेली कर्रेंट अफेयर्स को नोट नही कर सकता था. इसकी कमी को बैंकर्सअड्डा के current affairs capsule ने पूरा किया जिससे मैंने अधिकतम स्कोर प्राप्त किया. मैं बैंकर्सअड्डा की पूरी टीम को धन्यवाद देता हूँ कि उन लोगों ने मेरी इस यात्रा में मदद की और डिस्कस पर कुछ नये दोस्त दिलायें जिन्होंने ये कहा किम अपने आप को अकेला महसूस मत करो, हम तुम्हारे साथ हैं. मेरा विशेष धन्यवाद जिंदिगी प्यारी सी और चंद्दू को जो बैंकर्सअड्डा पर मेरे पहले दोस्त बने और दूसरे दोस्तों को भी धन्यवाद. मैं अपनी रणनीति शेयर नही करूंगा क्योंकि यह आपको खुद अपनी क्षमता के अनुसार बनानी है, SBI की परीक्षा आने वाली है. आप मेरा विश्वास करें कि आप इसे अपने एक माह की तैयारी में ही पास कर सकते हैं क्योंकि सभी कुछ संभव हैं.
वे सभी परीक्षाएं जो 2016 में मैंने दी.
आरआरबी अस्सिस्टेंट : 124 अंक मिले जबकि कट-ऑफ 131.
सीडब्लूसी जेएसयूपी : 121.5 अंक प्राप्त किया जबकि कट-ऑफ 122.
आरबीआई अस्सिस्टेंट : 125 अंक प्राप्त किया जबकि कट-ऑफ 126.
एसएससी सीएचएसएल: 151 अंक और रिजल्ट की प्रतीक्षा में हूँ.
बीओएम पीओ: 124 अंक प्राप्त करके पास किया.
आईबीपीएस पीओ : पास क्योंकि मैंने इसमें 74 अंक प्राप्त किया और कट-ऑफ 69.
आरआरबी पीओ: पास, 118 अंक, कट-ऑफ 75.
आईबीपीएस क्लर्क : 96 अंकों से पास.
आईपीपीबी : इसमें भी पास हो गया हूँ लेकिन रिजल्ट की प्रतीक्षा में हूँ.
सिंडिकेट पीजीडीबीएफ : इसके इंटरव्यू में शार्ट लिस्ट हुआ हूँ.
आशा है कि आप सभी भविष्य में अपनी सभी महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त पूरी करेंगें. आप सभी को मेरी तरफ से बहुत बहुत शुभकामनाएं …… “यह आसान तभी है जब आप अपने आप में विश्वास करते हैं “
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