नाम : रिजवान अली
स्थान : लखनऊ, उत्तरप्रदेश
हेलो दोस्तों …………
मैं अपना सक्सेस स्टोरी बैंकर्सअड्डा टीम और प्रतियोगी-परीक्षाओं के सभी उम्मीदवारों के साथ शेयर करना चाहूँगा. मैं उन सभी लोगों का प्रशंसक हूँ जो अपनी सफलताओं की कहानी बैंकर्सअड्डा पर डालते हैं, उन्हें पढ़ने के बाद मैं हमेशा से यही सोचता था कि काश मुझे भी ऐसा कोई अवसर मिलता तो मैं भी अपनी सफलता की कहानी बैंकर्सअड्डा पर डालता और आज वो दिन आ ही गया.
अब मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ. दोस्तों सच बताऊँ, सन 2011 में जब मैंने अपना बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) पूरी की, उस वर्ष मेरे कॉलेज में कैंपस प्लेसमेंट नही हुआ. उस समय तक मैं बैंकिंग के परीक्षा के बारे में कुछ भी नहीं जानता था, इसलिए अपने दोस्तों से पूछा करता था कि जीवन में क्या किया जाए. जीवन में कुछ करने के लिए मैंने प्राइवेट कंपनियों में अपने ही स्ट्रीम में जॉब सर्च करना शुरू कर दिया लेकिन फ्रेशर के लिए इस क्षेत्र में कोई अच्छी जॉब नहीं थी. मैं मैकेनिकल इंजिनियर पद के लिए बहुत सी कंपनियों में जॉब तलाश करने लगा लेकिन असफल रहा. फिर मैं थक कर सन 2012 में अध्यापन क्षेत्र में एक प्राइवेट लेक्चरर के रूप में काम करने लगा. मेरी एम-टेक की पढ़ाई भी चल रही थी. सन 2016 में मैंने अपनी एम-टेक पूरी की. मुझे अध्यापन क्षेत्र में कोई रुचि नहीं थी और मेरे लिए इसमें कोई भविष्य भी नहीं था, इसलिए सन 2015 में मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी.
इसी बीच मेरे कुछ दोस्तों ने आईबीपीएस की परीक्षा पास की और वे लोग पीओ और क्लर्क पद पर जॉब करने लगे. उन लोगों ने मुझे प्रेरित करना शुरू किया कि तुम्हें भी बैंकिंग की तैयारी शुरू करनी चाहिए और तुम्हारे पास तो इन परीक्षाओं को पास करने की योग्यता भी है. जैसाकि मेरे पास अब कोई दूसरा कोई विकल्प नहीं था, इसलिए अगस्त 2015 में मैंने अपने पास के ही करियर पॉवर इंस्टिट्यूट में सिर्फ तीन महीनों के लिए नामांकन करा लिया और बैंकिंग की तैयारी में जुट गया. यहाँ के शिक्षकों के अध्ययन कराने के तरीके और मेरे प्रयास के कारण मैंने आईबीपीएस पीओ V मेन्स पास किया लेकिन इसके फाइनल लिस्ट में चयनित नहीं हो सका. उस समय वास्तव में मैं बहुत निराश और उदास हुआ लेकिन मैंने अपना तैयारी नहीं छोड़ी. फिर मैंने अपने पूरे साहस को एकत्र कर खुद ही तैयारी करना शुरू कर दिया.
मेरे द्वारा दी गई परीक्षा और उनके परिणाम :-
1) आईबीपीएस पीओ V = मेन्स पास लेकिन फाइनल लिस्ट में चयन नहीं
2) आरआरबी पीओ IV = मेन्स में असफल
3) आईबीपीएस क्लर्क V = इस परीक्षा में भी पास नहीं हुआ
4) एफसीआई जूनियर इंजिनियर 2015 = इस परीक्षा में भी पास नहीं हुआ
5) रेलवे सेक्शन इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर 2015 = इस परीक्षा में भी पास नहीं हुआ
6) सीजीएल 2016 = इस परीक्षा में भी पास नहीं हुआ
7) एसबीआई पीओ 2016 = इस परीक्षा के मेन्स में पास नहीं हुआ
8) एसबीआई क्लर्क 2016 = इस परीक्षा के मेन्स में 1.5 अंक से पास नहीं हुआ
9) एनआईएसीएल 2016 = मेन्स में पास लेकिन इंटरव्यू के बाद अंतिम लिस्ट में चयनित नहीं हुआ
10) आरआरबी पीओ V = ग्रामीण बैंक ऑफ़ आर्यावर्त में चयनित
11) आरआरबी क्लर्क V = ग्रामीण बैंक ऑफ़ आर्यावर्त में चयनित
12) आईबीपीएस पीओ VI = ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स में चयनित
13) आईबीपीएस क्लर्क VI = आंध्र बैंक में चयनित
14) आरबीआई असिस्टेंट 2016 = इस परीक्षा में चयनित और इसके एलपीटी के लिए प्रतीक्षा में हूँ
15) सीडब्लूसी सुपरिटेन्तेंदेंट = अंतिम रिजल्ट के लिए प्रतीक्षा में हूँ
जीवन में हम कुछ समय के लिए खुद को बहुत ही मंद, निष्फल और बेकार बना लेते हैं लेकिन मेरा विश्वास कीजिये, यह मेरा अंत नही था. आप खुद ही अपनी कहानी के लेखक हैं, जीवन की कठिनाइयां और मुश्किल समय हमें बहुत अहम पाठ पढ़ाती हैं. याद रखें यदि आप किसी भी चीज को पाने के लिए कठिन से कठिन परिश्रम करते हो तो ईश्वर भी किसी न किसी रूप में आपकी मदद करता हैं. जब आपको वास्तव में कुछ पाना होता है तब सबसे ज़रूरी होती है कि आप सही लोगों के साथ और सही स्थान पर हों. हमेशा नकारात्मक विचार रखने वाले और नकारात्मक सलाह देने वालों से दूरी बना लीजिये और उनसे अलग रहें. मेरे पास उन दोस्तों के लिए कुछ शब्द हैं जो परीक्षाओं में असफल हुए हैं. वे शब्द ये हैं कि, आप अपने लिए ईमानदार बनें और अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चयी बनें तथा अपने आप को शांत बनाए रखें. ये सोचें कि आपके पास परीक्षा की तैयारी के अलावा कोई दूसरा कोई काम नहीं है. इस प्रकार से आप अपने लक्ष्य से कभी भी विचलित नहीं होंगें.
मेरा विश्वास करिए, यदि आप वास्तव में बहुत कठिन परिश्रम करते हैं तो देर-सबेर आप अपने सपने को जरुर पा लेंगें. आप आशा नहीं खोयें, धैर्यवान बनें और ईश्वर में विश्वास रखें. मैं बैंकर्सअड्डा टीम, मेरे दोस्तों और वे जो मेरे तैयारी में मदद करने के लिए हमेशा खड़े होते थे उन सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहूँगा. जब भी आप असफल होते हो ईश्वर आपको देख कर मुस्कुराता है और कहता है कि दुखी मत हो यार मेरे पास कुछ अच्छा है तुम्हारे लिए. अब तक मेरी कहानी ने इसे सिद्ध कर दिया है.
आशा करता हूँ कि जल्दी ही आपकी सफलता की कहानी भी मैं जरुर पढूंगा. इसी के साथ आप सभी को धन्यवाद और आपके भविष्य के लिए शुभकामनाएं…… .