SBI Clerk English Preparation Strategy For Prelims Exam
SBI क्लर्क एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा है क्योंकि प्रत्येक वर्ष लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं। अंग्रेजी भाषा जो कि अधिकांश उम्मीदवारों को परेशान करने वाला सेक्शन है इसे लेकर प्रारंभिक परीक्षा में 30 अंकों के और मुख्य परीक्षा में 40 अंकों के प्रश्न पूछे जाते है। SBI क्लर्क अंग्रेजी सेक्शन में जिन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं, वे हैं रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, क्लोज टेस्ट, एरर डिटेक्शन, पैरा-जंबल आदि। SBI क्लर्क परीक्षा के अंग्रेजी भाषा सेक्शन के विभिन्न विषयों से निपटने का तरीका जानने के लिए इस लेख को पढ़ते रहें।
SBI क्लर्क की प्रीलिम्स परीक्षा के लिए अंग्रेजी विषय की तैयारी की रणनीति (SBI Clerk English Preparation Strategy For Prelims Exam)
यहां हमने SBI क्लर्क में अंग्रेजी भाषा की बेहतर तैयारी के लिए विषय-वार (topic wise) टिप्स दी हैं.
रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (Reading Comprehension)
- यदि आप SBI क्लर्क अंग्रेजी अनुभाग में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं, तो पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- उम्मीदवारों की क्षमता का आकलन करने के लिए परीक्षक द्वारा रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन दिया जाता है कि वे पैसेज को कितनी अच्छी तरह समझते हैं।
- रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन यह जांचने के लिए दिया जाता है कि कैसे कोई उम्मीदवार व्यक्ति समस्या का सही परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण करते हैं।
- इसमें परीक्षक सीधे प्रश्न नहीं करेगा इसलिए उम्मीदवारों को कॉम्प्रिहेंशन के सही सार को समझने की आवश्यकता होगी।
SBI क्लर्क परीक्षा में रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन हल करने के टिप्स (Tips to solve RC in SBI clerk exam)
(i) इस विषय में हमेशा पहले विलोम और समानार्थी आधारित प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें। वाक्य में शब्द का उपयोग कैसे किया जाता है, यह देखकर प्रश्नों को हल किया जा सकता है। चूंकि एक शब्द के कई अर्थ हो सकते हैं, और एक से अधिक विकल्प हो सकते हैं जो सही उत्तर देते हैं लेकिन केवल एक विकल्प ही शब्द किसी विशेष संदर्भ के लिए उपयुक्त होगा।
(ii) लेखक जो कह रहा है उसे समझने के लिए पैराग्राफ को जल्दी से पढ़ें और यह भी नोट करें कि बोध के कौन सा सेक्शन किन विचारों के बारे में बात करते हैं। इससे आपको प्रश्नों को पढ़ने के बाद तुरंत उत्तर खोज़ने में मदद मिलेगी।
(iii) समय बचाने की रणनीति (Time-Saving Strategy): ऐसे प्रश्न का प्रयास करने की कोशिश न करें जो समझने में मुश्किल हो, या इसका उत्तर पैसेज में आसानी से नहीं मिल सकता है।
(iv) कभी भी कोई उत्तर मानकर (assume) न तय करें या किसी बाहरी ज्ञान का उपयोग न करें।
(v) सबसे संभावित उत्तर तक पहुंचने के लिए कम संभव उत्तरों को ख़त्म (eliminate) करने का प्रयास करें।
एरर डिटेक्शन (Error Detection)
आपको वाक्य में व्याकरण संबंधी त्रुटि ढूंढनी होगी। आमतौर पर SBI क्लर्क प्रारंभिक परीक्षा में पांच प्रश्नों का एक सेट पूछा जाता है। इस प्रकार के प्रश्नों के लिए अच्छी व्याकरणिक समझ की आवश्यकता होती है।
SBI क्लर्क परीक्षा में एरर डिटेक्शन को हल करने के टिप्स (Tips to solve Error detection in SBI clerk exam) –
(i) एरर डिटेक्शन के प्रश्नों को हल करने के लिए, आपको जो पहला कदम उठाना चाहिए, वह है पूरे वाक्य को ध्यान से पढ़ना। ज्यादातर प्रश्नों में, आप पहली बार में ही एरर डिटेक्ट करने में सक्षम होंगे।
(ii) पूरे वाक्य को पढ़ते समय, आपको subject-verb agreement को सावधानीपूर्वक चेक करना चाहिए।
(iii) यदि आप अभी भी एरर का पता नहीं लगा सकते हैं या आप अभी भी सही उत्तर के बारे में अनिश्चित हैं, तो आपको वाक्य के प्रत्येक भाग को पढ़ना चाहिए और बारीकी से चेक करना चाहिए कि किस भाग में एरर है।
क्लोज़ टेस्ट (Cloze Test)
आमतौर पर इस विषय से 5 प्रश्नों का एक सेट SBI क्लर्क की प्रारंभिक परीक्षा में पूछा जाता है
SBI क्लर्क परीक्षा में क्लोज टेस्ट को हल करने के टिप्स (Tips to solve Cloze Test in SBI clerk exam) –
(i) एक पैसेज़ में ज़्यादातर सभी वाक्य तार्किक रूप से एक दूसरे से संबंधित होते हैं। ये तर्क आपको रिक्त स्थान के लिए उपयुक्त शब्द के बारे में एक विचार देंगे।
(ii) कभी-कभी आपको सही उत्तर आसानी से मिल जाता है। यदि उत्तर आसानी से नहीं मिलता है, तो एक-एक करके असंभव विकल्पों को हटा दें (eliminate) और सही उत्तर प्राप्त हो जाएगा।
(iii) दिए गए सभी विकल्पों के बीच तार्किक संबंध खोजें।
पैराजंबल (Para jumbles)
इस परीक्षा में 4 से 5 वाक्य जंबल वाले तरीके से दिए जाएंगे और हमें इनसे एक अर्थपूर्ण पैराग्राफ़ प्राप्त करने के लिए पुनर्व्यवस्थित करना होगा
SBI क्लर्क परीक्षा में पैरा जंबल्स को हल करने के टिप्स (Tips to solve Para jumbles in SBI clerk exam) –
(i) दिए गए पैसेज़ के मूल विचार को समझने का प्रयास करें। यह आपको वाक्यों को जल्दी से व्यवस्थित करने में मदद करेगा। आपको बस इतना करना है कि वाक्यों के बीच तार्किक संबंध की पहचान करना है।
(ii) आम तौर पर, अव्यवस्थित वाक्यों में दी गई जानकारी सामान्य से विशिष्ट में बदल जाती है। यदि आप ध्यान दें, तो आप देख सकते हैं कि पहले कुछ वाक्य सामान्य हैं जबकि बाद में आने वाले वाक्य तथ्य-विशिष्ट (fact-specific) और सूचनात्मक (informative) हैं।
(iii) कभी-कभी, विकल्प विश्लेषण का एक अच्छा ज्ञान दिए गए विकल्पों में से संभावित उत्तरों को खारिज़ करने (rule out) में मदद करता है। इस ट्रिक से आपका काफी समय बचेगा।
(iv) तरीक़ा यही है कि सर्वप्रथम पहले वाक्य को जल्दी से ढूंढना है क्योंकि यह हमें दिए गए वाक्य/शब्दों के संबंध में एक रैखिक दिशा देगा।
(v) इसी तरह, अंतिम वाक्य का अनुमान लगाने से आपको रैखिक जोड़ने वाले विचार के दोनों छोर मिल जाएंगे।