दुनिया भर में कोरोना की मार से अर्थव्यवस्था डगमग रही है. भारत में पिछले लगभग 4 सप्ताह से बिज़नेस ठप पड़ा हुआ है. लोग Covid 19 lockdown की वजह से घरों में कैद हैं. छोटे से बड़ा हर तरह का कारोबार रुक गया है. जिससे अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. इसे देखते हुए RBI ने कुछ अहम् फैसले लिए जिससे अर्थव्यवस्था को सुधरने में मदद मिले. शुक्रवार को RBI ने सभी बैंकों को निर्देश दिए कि मार्च 2020 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए बैंक कोई लाभांश(Dividend) भुगतान न करे.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों से कहा कि इस समय लाभांश का भुगतान न करके पूंजी का सरक्षण करें. ताकि कोरोना वायरस के अनिश्चितता के माहौल में घाटे को अवशोषित किया जा सके साथ ही पूंजी के संरक्षण से आगे अर्थव्यवस्था को पुश करने में मदद मिलेगी. सेंट्रल बैंक ने यह उल्लेख किया कि अनुसूचित वाणिज्यिक(Scheduled commercial bank) बैंक और सहकारी बैंक(Cooperative bank) शेयरधारकों से यह कहते हुए लाभांश न दें कि वह वह सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही के लिए बैंकों के वित्तीय पदों के आधार पर अपने रुख की समीक्षा करेंगे.
RBI अर्थव्यवस्था को ट्रैक पर लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इससे पहले शुक्रवार को सुबह RBI ने बताया था वह रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कमी कर रहा है, जिसके बाद रिवर्स रेपो रेट 3.75% हो गया. वहीं रेपो रेट 4.4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित बनी हुई है RBI ने और क्या कहा यह जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
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क्या है लाभांश?
असल में कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को किये जाने वाले नकद भुगतान को लाभांश (Dividend) कहते है. अगर आप सामान्य स्टॉक के साथ प्रिफर्ड शेयरों में भी निवेश करते हैं तो आप लाभांश प्राप्त करने के हक़दार हैं. कंपनी के स्टॉक में निवेश करते समय आप लाभांश के भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं.
जब आप सामान्य स्टॉक में निवेश करते हैं तो शेयरों की कीमत बढ़ने पर कंपनी लाभांश के रूप में एक बड़ी राशि का भुगतान करती है, वहीं पसंदीदा या मुख्य (Preferred) स्टॉक में भुगतान एक पूर्व निर्धारित लाभांश(Dividend) का किया जाता है. Preferred Stock की स्थिति में लाभांश भुगतान मान्य स्टॉक या कंपनी बांडों की तुलना में अक्सर ज्यादा होता है. सामान्य शेयरधारकों को दिया जाने वाला Dividend विभिन्न कंपनियों के अनुसार अलग-अलग होता है. अगर अभी स्टॉक की कीमतों में कोई गिरावट होती है और नुकसान होता है, तो लाभांश भुगतान उस नुकसान को भी कम करता है. यह अस्थिरता और पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने में मदद करता है.