राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) : हमारे देश में हर साल आज के दिन यानी 24 जनवरी को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य भारत में बालिकाओं के प्रति लोगों की भेदभाव वाली मानसिकता को खत्म करना, लड़कियों की मूल सुविधाओं और आजादी के प्रति लोगों को जागरुक करना है. लेकिन सच कहें तो हमारे देश में एक ओर जहां कन्या पूजन होता है, वहीँ शोषण भी कम नहीं किया जाता. समाज में लड़कियों को भेदभाव और मूलभूत अधिकारों से वंचित रखा जाता रहा है. चाहे वह शिक्षा का अधिकार हो, अच्छा खान-पान हो या फिर सुरक्षा या सम्मान की ही बात क्यों न हो.
क्यों मनाया जाता है नेशनल गर्ल चाइल्ड डे
साल 2008 से यह दिन पूरे देश में मनाया जाता है. लेकिन यह दिन 24 जनवरी को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में मनाया जाता है. इसी दिन इंदिरा गांधी पहली बार प्रधानमंत्री के पद पर बैठी थीं. इसी दिन को नारी शक्ति का प्रतीक मानकर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है.
नेशनल गर्ल चाइल्ड डे 2019 की Theme
नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर 2019 की थीम, ‘Empowering Girls for a Brighter Tomorrow’ यानि कि लड़कियों को उज्जवल भविष्य के लिए सशक्त बनाना रही.
देश में बालिकाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए अब अनेक प्रयास किये जा रहे हैं. इन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से 2015 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की शुरुआत की गयी . सरकार का ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान लड़कियों के लिए चलाया गया एक बहुत अच्छा कदम रहा. इसके जरिए लड़कियों और महिलाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया. साथ ही, इस अवसर पर देश पर में बालिका बचाओं अभियान चलाए जाते हैं, महिलाओं के प्रति होने वाली कई अमानवीय प्रथाओं जैसे भ्रूण हत्या अब कम हो गए हैं.
समाज की मानसिकता भी अब धीरे-धीरे ही सही, पर बदल रही है, अब समाज में भी लोग लड़कियों को लड़कों के बराबर सम्मान दे रहे हैं. लड़कियां भी हर मामले में लड़कों से आगे निकल रही हैं.