IBPS SO प्रीलिम्स 2019 तैयारी टिप्स
IBPS SO प्रारंभिक परीक्षा की संरचना इस प्रकार है:
क्र. सं.
|
विषय
|
प्रश्नों की संख्या
|
अधिकतम अंक
|
परीक्षा का माध्यम
|
समयावधि
|
1
|
English Language
|
50
|
25
|
English
|
40 मिनट
|
2
|
तार्किक योग्यता
|
50
|
50
|
हिंदी/अंग्रेजी
|
40 मिनट
|
3
|
बैंक सम्बन्धी विशेषजानकारी के साथ सामान्य जागरूकता
|
50
|
50
|
हिंदी/अंग्रेजी
|
40 मिनट
|
कुल
|
150
|
125
|
क्र. सं.
|
Name of Tests
|
प्रश्नों की संख्या
|
अधिकतम अंक
|
परीक्षा माध्यम
|
समयावधि
|
1
|
English Language
|
50
|
25
|
English
|
40 मिनट
|
2
|
तार्किक योग्यता
|
50
|
50
|
हिंदी/अंग्रेजी
|
40 मिनट
|
3
|
संख्यात्मक अभियोग्यता
|
50
|
50
|
हिंदी/अंग्रेजी
|
40 मिनट
|
कुल
|
150
|
125
|
IBPS SO प्रीलिम्स 2019 के लिए सेक्शनल स्ट्रेटेजी की जाँच करें:
English Language:
- Reading Comprehension: The topics of the RC may be different in the exam. It may be based on banking or Economy issues.
- Spotting Errors/Sentence Errors/Improvements: You need to pay special attention while solving questions based on error detection as the errors can be very minute that you missed to identify it, and the answer will be marked by you as ” No Error”
- Para Jumbles: This topic does not check your grammar. You can easily mange to do this part by arranging the sentence in the correct order.
- Fillers: The fillers can be word or phrases based. They don’t consume much of your time. You can start your English section with this topic.
- Cloze test: This is also a very important topic for English Section in banking exam. The new pattern fillers are also expected to be asked which may consist of three blanks. If you prepare it well, you can score good marks in it.
- Miscellaneous: Connectors, Starters, phrase replacement, Paragraph related questions that include paragraph completion, paragraph improvement, restatement, etc.
तार्किक क्षमता :
- न्याय वाक्य : प्रश्न सामान्य पुराने पैटर्न के साथ-साथ Reverse Syllogism के नए पैटर्न पर आधारित हो सकते हैं, जिसमें प्रश्न में निष्कर्ष दिया गया है और आपको उस विशेष निष्कर्ष के लिए सही कथन चुनना होगा। यह सबसे आसान और स्कोरिंग विषयों में से एक है इसलिए इसे अच्छी तरह से तैयार करें।
- डेटा पर्याप्तता: डेटा पर्याप्तता पर आधारित प्रश्नों में प्रश्नों के कठिनाई स्तर के आधार पर 2 या 3 कथन हो सकते हैं। इस विषय पर 3-4 प्रश्न हो सकते हैं।
- कोडिंग-डिकोडिंग: यह विषय भी आसान स्तर के प्रश्नों की श्रेणी में आता है। प्रश्न पुराने और साथ ही नए पैटर्न पर आधारित हो सकते हैं। नए पैटर्न कोडिंग-डिकोडिंग का अभ्यास करने के लिए आप Adda247 ऐप या बैंकर्सअड्डा की मदद ले सकते हैं।
- रक्त संबंध: इस खंड के प्रश्न उम्मीदवार की संज्ञानात्मक क्षमता का परीक्षण करते हैं। पूछे जाने वाले प्रश्न बहुत जटिल भी हो सकते हैं। यह विभिन्न रूपों में अर्थात् पहेलियाँ, मिश्रित रक्त संबंध, कोडित रक्त संबंध, आदि में हो सकती है।
- ऑर्डर और रैंकिंग : इस विषय पर पूछे गए प्रश्न तुलनात्मक रूप से आसान और कम जटिल हैं। एक बार जब आप इस विषय पर प्रश्नों को हल करने के आदी हो जाते हैं, तो वे आसान और कम समय लेते हैं।
- अल्फा न्यूमेरिक सिंबल सीरीज़: आपको एक पैटर्न के आधार पर शब्दों के मिश्रण के साथ संख्याओं, प्रतीकों की एक श्रृंखला दी जाएगी। श्रृंखला केवल संख्याओं पर या केवल वर्णमाला पर आधारित हो सकती है।
- लॉजिकल रीजनिंग: इस सेक्शन में पूछे गए प्रश्न कारण और प्रभाव, कार्रवाई के कोर्स, मान्यताओं और निष्कर्षों, तर्कों की मजबूती, इंट्रेंस आदि पर आधारित होते हैं। प्रश्नों का स्तर हमेशा मध्यम होता है, जिससे आप आसानी से प्रश्नों को बिना समय बर्बाद किये हल कर सकते हैं।
- असमानता: सबसे महत्वपूर्ण विषय में से एक असमानता है। इसे सबसे आसान माना जाता है। आपके पास दिए गए राशियों की तुलना होगी और दिए गए समीकरण के बाद कथन होंगे। आपको सही कथन चुनना होगा, नियमित अभ्यास के माध्यम से आप आसानी से इन्हें हल कर सकते हैं।
संख्यात्मक अभियोग्यता:
डेटा इंटरप्रिटेशन: डेटा इंटरप्रिटेशन किसी भी बैंकिंग परीक्षा के क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड सेक्शन का सबसे आवश्यक हिस्सा है। संख्यात्मक अभियोग्यता के कुल प्रश्नों में से एक-चौथाई प्रश्न DI पर आधारित होते हैं । बैंकिंग परीक्षा के पुराने प्रश्नों के आधार पर और नए अनुमानित प्रश्नों के अभ्यास के लिए आप adda247 की मदद भी ले सकते हैं।
नंबर सीरीज : परीक्षा की दृष्टि से भी यह एक महत्वपूर्ण विषय है। नंबर सीरीज ज्यादातर दो पैटर्न पर आधारित होती है, यूनिफ़ॉर्म और नॉन-यूनिफ़ॉर्म पैटर्न: यूनिफ़ॉर्म पैटर्न में जोड़, घटाव, अभाज्य संख्या, वर्ग, घन, दशमलव, आदि के आधार पर सीरीज हो सकती है। नॉन-यूनिफ़ॉर्म पैटर्न में सभी का मिश्रण हो सकता। अभ्यास आपको पैटर्न को आसानी से पहचानने में मदद कर सकता है।
सरलीकरण और अनुमान : यदि आप कैलकुलेशन में अच्छे हैं, तो आप आसानी से इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न हल कर सकते हैं। इसलिए अपनी कैलकुलेशन स्पीड( गणना की गति) में सुधार करें और अभ्यास करते रहें। BODMAS रूल्स को याद रखें और सभी टेबल, क्यूब्स, वर्ग पूरी तरह से समझ लें।
विविध विषय: इस विशेष विषय के अंतर्गत आने वाले विषय हैं सीआई और एसआई, कार्य और समय, पिप और टंकी, पार्टनरशिप, लाभ और हानि, अनुपात और तुलना, प्रतिशत, आदि प्रश्न आम तौर पर एक ट्विस्टेड तरीके से तैयार किए जाते हैं और हो सकते हैं जिनमें बहुत समय लग सकता है। अंत में इस भाग का प्रयास करने की कोशिश करें।
उम्मीदवारों यह आईबीपीएस एसओ प्रीलिम्स परीक्षा 2019 की तैयारी करने का महत्वपूर्ण समय है। कोई कसर न छोड़ें। यदि आप सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं, तो आज और अभी से अपनी तैयारी करनी शुरू कर दें और एक स्ट्रेटेजी अपनी क्षमता के अनुसार बनायें और उसका दृढ़ता के साथ पालन करें।