भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। 1947 के सेना अधिनियम और 1950 के वायु सेना अधिनियम के बाद, 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। 8 अक्टूबर 2019 को भारत का 86 वां वायु सेना दिवस होने जा रहा है। रिहर्सल लगभग पूरा हो चुका है और इस वर्ष भारतीय वायु सेना अपने नवीनतम उपकरणों को प्रदर्शित करेगी – वायु सेना दिवस के अवसर पर अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टर का प्रदर्शन भी किया जायेगा। वायु सेना दिवस समारोह 8 अक्टूबर, 2019 को गाजियाबाद के हिंडन वायु सेना स्टेशन में एक शानदार एयर शो के साथ आयोजित किया जाएगा। इस साल IAF ने पहले ही “बालाकोट एयरस्ट्रिक्ट” की एक वीडियो भी जारी की है।
भारतीय वायु सेना दिवस का आकर्षण
भारतीय वायु सेना हमारे राष्ट्र में एक असाधारण स्थान रखती है। इस दिन तेजस, सारंग और अन्य लड़ाकू विमानों हेलीकॉप्टरों आदि की आवाज़ से पूरा आसमान गूंज उठता है। अपाचे और चिनूक नव शामिल वायु विमान हैं जो वायु सेना दिवस 2019 पर प्रदर्शित होंगे।
उत्सव की शुरुआत परेड के साथ होती है, जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह, राइफल ड्रिल, स्काई-डाइविंग, एयर शो जैसी विभिन्न गतिविधियाँ होती हैं और एक प्रदर्शनी के साथ समाप्त होती है। भारतीय वायु सेना की हथियार दक्षता भी प्रदर्शनी में हमेशा की तरह आम जनता और कॉलेजों और स्कूलों के छात्रों के लिए होगी। यह दिन भारतीय रक्षा क्षेत्र में सबसे साहसी दिन के रूप में मनाया जाता है। जिसमें हमारी वायु सेना अनेक साहसिक कार्य को अंजाम देते हैं।
भारतीय वायु सेना के प्रमुख पद
अपनी स्थापना के दिन से ही भारतीय वायु सेना भारतीय सेना की सहायता करने का काम करती है। आवश्यकता पड़ने पर IAF ने हमेशा अपनी क्षमता दिखाई है। वायु सेना की दृष्टि से भारतीय वायु सेना का विश्व वायु सेना में चौथा स्थान है।
भारत वायु सेना स्वतंत्रता के बाद पाकिस्तान के साथ चार युद्ध और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। इसके द्वारा किए गए ऑपरेशन- ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन विजय – गोवा पर आक्रमण, ऑपरेशन कैक्टस और ऑपरेशन पूमलाई हैं। यह संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में भी शामिल रहा है। देश के राष्ट्रपति कमांडर-इन-चीफ के रूप में भारत वायु सेना में कार्य करते हैं।
हमारे देश में वायु सेना के योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिवस मनाया गया।