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IBPS PO vs IBPS क्लर्क | क्रैक करने के लिए क्या है आसान ?

IBPS PO vs IBPS क्लर्क | क्रैक करने के लिए क्या है आसान ? | Latest Hindi Banking jobs_2.1

आईबीपीएस पीओ परीक्षा आपके दरवाजे पर दस्तक दे रही है और अगले महीने अर्थात अक्टूबर में परीक्षा होने वाली है, उम्मीदवारों के पास इस परीक्षा के बाद, बैंक में भर्ती होने के लिए एक अन्य मौका आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा के रूप में है, जो दिसंबर के महीने में आयोजित होनी है। उम्मीदवार दोनों परीक्षाओं में से किसी एक में  सफलता प्राप्त करना चाहते हैं और बैंक सेक्टर में भर्ती होना चाहते हैं। पर प्रश्न यह खड़ा हो जाता है, कि क्या दोनों परीक्षाओं के लिए तैयारी एक ही समय में की जा सकती है? किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने में, उसके पीछे विभिन्न कारक होते हैं, जिसके बारे में आज हम यहाँ चर्चा करेंगे। कोई भी परीक्षा हो उसका अपना महत्त्व है वह फिर क्लर्क के लिए हो या फिर ऑफिसर के लिए।

एक बेहतर करियर पर जब हम विचार करते हैं तो हम चाहते हैं कि एक ऐसी नौकरी मिले जिससे हमारा भविष्य बेहतर हो। यदि आप अच्छे करियर ग्रोथ की तलाश में हैं, तो उसमें वर्क कल्चर, सैलरी और ग्रोथ संभावनाओं जैसे विषय भी शामिल हो जाते हैं। जब आप सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं जैसे आईबीपीएस पीओ और आईबीपीएस क्लर्क को चुनते हैं तो आमतौर पर भ्रमित हो जाते हैं कि कोण सी बेहतर है, क्योंकि वे दोनों आकर्षक वेतन और लाभ प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। तो चलिए हम निष्पक्ष तुलना करते हैं, जो आपको उचित और न्यायपूर्ण निर्णय लेने में आपकी मदद करेगा।


जो लोग स्पेशलिस्ट ऑफिसर को लक्ष्य कर रहे हैं, उन्हें पद की आवश्यकता योग्यता के बारे में स्पष्ट रूप से सब कुछ पता होना चाहिए, लेकिन जब आईबीपीएस पीओ और आईबीपीएस क्लर्क की बात आती है तो परीक्षा पैटर्न से लेकर सिलेबस तक अनेक समानताएं होती हैं। उम्मीदवार भी इन दोनों ही परीक्षाओं का फर्क नहीं कर पाते हैं। यह फर्क आपको, आईबीपीएस पीओ और आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा के परीक्षा पैटर्न से आ जायेगा।

IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के बीच समानताएं:

IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के परीक्षा पैटर्न के बीच काफी समानताएं हैं। परीक्षा की अवधि से लेकर नकारात्मक अंकन प्रणाली तक, सब कुछ एक-दूसरे के समान दिखता है। इसी वजह से दोनों के कठनाई स्तर पर पर फर्क करना मुश्किल हो जाता है। आईबीपीएस ने आधिकारिक रूप से परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों के आधार पर हम अनुमान लगा सकते हैं । IBPS PO और IBPS क्लर्क के लिए पाठ्यक्रम समान है, इन दोनों में कोई अंतर नहीं है। अंतर कठिनाई स्तर में है क्योंकि पीओ एक अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा है जबकि क्लर्क नहीं है।


IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा के बीच अंतर:

दोनों में समानता होने की वजह से कई उम्मीदवारों को लगता है कि इस परीक्षा को साथ में आसानी से क्रैक किया जा सकता है। IBPS PO का स्तर ज्यादा कठिन है, जिसमें जटिल प्रश्न मिल सकते हैं, जिन्हें दिए गए नियमित समय में हल करना बहुत मुश्किल है। प्रश्नों की कठिनाई के अलावा, दोनों परीक्षाओं की मात्रात्मक योग्यता अनुभाग और न्यूमेरिकल क्षमता अनुभाग के बीच अंतर है। डेटा इंटरप्रिटेशन पर आधारित प्रश्नों का स्तर आईबीपीएस पीओ परीक्षा में अधिक होता है, जिसे आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवार आसानी से नहीं हल कर सकते हैं।  परीक्षा में कुल प्रश्न समान होते हैं, हालांकि तर्क, अंग्रेजी और क्वांट सेक्शन में कठिनाई का स्तर भिन्न हो सकता है। इस प्रकार, IBPS PO मेंस परीक्षा को 2 घंटे में पूरा करना एक मुश्किल काम है।

IBPS PO और IBPS क्लर्क परीक्षा की चयन प्रक्रिया में अंतर

IBPS PO मेंस परीक्षा के बाद वर्णनात्मक पेपर होता है और उम्मीदवारों को  IBPS PO मेंस परीक्षा में सफल होने के लिए, वस्तुनिष्ठ + वर्णनात्मक दोनों को उत्तीर्ण करना होता है जबकि IBPS क्लर्क में वर्णनात्मक परीक्षा नहीं होती है। उम्मीदवारों को आईबीपीएस क्लर्क मेंस परीक्षा में बस सफलता प्राप्त करनी होती हैं, और उसके बाद उनकी भर्ती बैंक में कर ली जारी है। इसके अलावा IBPS PO के बाद एक साक्षात्कार प्रक्रिया होती है जो IBPS क्लर्क परीक्षा में नहीं होती है। लेकिन आईबीपीएस क्लर्क भाषा प्रवीणता परीक्षा आयोजित करता है जिसके माध्यम से आपकी भाषा की योग्यता जाँची जाती है। यदि आप IBPS क्लर्क में किसी अन्य राज्य से आवेदन कर रहे हैं, तो आपको उस राज्य की क्षेत्रीय भाषा की अच्छी समझ होनी चाहिए।

 

अंतिम निष्कर्ष:  IBPS PO vs IBPS Clerk

दोनों परीक्षाओं के फर्क का विश्लेषण करने के बाद, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि रिक्तियों की संख्या अधिक होने और साक्षात्कार प्रक्रिया नहीं होने के कारण आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में सफल होने के ज्यादा मौके हैं। लेकिन इसमें बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर प्रतिस्पर्धा भी अधिक होती है।

IBPS PO एक अखिल भारतीय स्तर की परीक्षा है। रिक्तियों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम है और पेपर कठिन होगा। IBPS PO के लिए कट ऑफ आम तौर पर IBPS क्लर्क के मुकाबले कम होता है क्योंकि इसमें व्यक्तिगत साक्षात्कार भी शामिल है।

हमें उम्मीद है कि उपरोक्त चर्चा से आपको आसन परीक्षा चुनने में मदद करेगी। लेकिन यह सुझाव दिया जाता है कि अपनी तैयारी जारी रखें, और कठिन मेहनत रखें, क्योंकि मेहनत की सफलता के मार्ग में हमें आगे ले कर जा सकती है।

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